ख़बरें

एफ़टीपी कैलेंडर में आईपीएल को ढाई महीने की जगह

नए भविष्य दौरा कार्यक्रम में अन्य देशों के घरेलू टी20 टूर्नामेंट्स को भी प्राथमिकता

Party time begins for the IPL's new champions: Gujarat Titans, Gujarat Titans vs Rajasthan Royals, IPL 2022, final, Ahmedabad, May 29, 2022

अगले चार साल में अंतर्राष्ट्रीय कैलेंडर में आईपीएल की जगह बढ़ती जाएगी  •  BCCI

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफ़टीपी) में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को लगभग ढाई महीने का समय मिला है। 2023-2027 के इस चक्र में दो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप, आईसीसी के अन्य इवेंट और कई द्विपक्षीय सीरीज़ होंगी। हालांकि इस दौरान टीमों को अवकाश का बहुत कम ही समय मिलेगा।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को मिली जानकारी के अनुसार हर साल मार्च के अंतिम सप्ताह से जून के पहले सप्ताह तक आईपीएल के लिए विंडो दी गई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने भी इसके संकेत दिए थे। 2023 से आईपीएल 10 टीमों के बीच होगी और 60 की बजाय कुल 74 मैच खेले जाएंगे। इसके अलावा हर दो साल पर कम से कम 10 मैच बढ़ाए जाने का भी प्रावधान है। 2023 और 2024 में 74 मैच, 2025 और 2026 में 84 और 2027 तक हर साल 94 आईपीएल मैच खेले जाने की संभावना है।
वहीं जब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में क्रमशः द हंड्रेड और बिग बैश लीग (बीबीएल) होगा तब दोनों टीमें अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलेंगी। हालांकि इस दौरान अन्य टीमें क्रिकेट खेलती रहेंगी और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पूरी तरह से नहीं रूकेगा। इसी तरह कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) और बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) के दौरान भी क्रमशः वेस्टइंडीज़ और बांग्लादेश में भी कोई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं होगा। क्रिकेट साउथ अफ़्रीका के नई टी20 लीग के लिए भी 2025 और 2026 में जगह तो ख़ाली है, लेकिन 2024 और 2027 में उन्हें इस दौरान कुछ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट भी खेलना होगा।
वहीं पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के लिए भी 2023, 2024 और 2026 में जगह दी गई है, लेकिन 2024-25 में उन्हें पीएसएल के दौरान ही इंग्लैंड के ख़िलाफ़ घरेलू टेस्ट सीरीज़ भी खेलनी होगी। इसके बाद उन्हें न्यूज़ीलैंड और साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ भी एक त्रिकोणीय वनडे श्रृंखला की मेज़बानी करनी है। हालांकि फ़रवरी-मार्च 2025 में ही पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफ़ी की मेज़बानी करनी है, जो कि 1996 विश्व कप के बाद उनका पहला आईसीसी इवेंट होगा।
25 और 26 जुलाई को बर्मिंघम में होने वाले आईसीसी के सलाना मीटिंग के बाद इस एफ़टीपी को औपचारिक तौर पर सार्वजनिक रूप से प्रकाशित किया जाएगा।