एशिया कप सुपर फ़ोर के आख़िरी
मुक़ाबले में शुभमन गिल (133 गेंदों पर 121) की शतकीय पारी और अक्षर पटेल (34 गेंदों पर 42) की जुझारू बल्लेबाज़ी के बावजूद भारत बांग्लादेश के ख़िलाफ़ मुक़ाबला छह रन से हार गया। यह एशिया कप में भारत की बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पहली हार है। कप्तान रोहित शर्मा ने पांच परिवर्तन करते हुए तिलक वर्मा को मौक़ा दिया और अपनी टीम को लक्ष्य का पीछा करने की चुनौती पेश की।
बांग्लादेश ने अपनी पारी में शुरुआती विकेट गंवाए, लेकिन कप्तान शाकिब अल हसन (80), तौहीद हृदोय (54) और नासुम अहमद (44) की पारियों के चलते 265 का स्कोर बनाया। भारत के लिए शार्दुल ठाकुर (3/65) और मोहम्मद शमी (2/32) सबसे सफल गेंदबाज़ रहे।
क्या सही, क्या ग़लत?
भारत ने भविष्य को देखते हुए काफ़ी प्रयोग किए। इसके अलावा गेंदबाज़ी में शार्दुल ठाकुर और बल्लेबाज़ी में शुभमन गिल के योगदान से भारत फ़ाइनल की ओर और आशावादी निगाहें रखेगा।
फ़ील्ड पर आज भारत ने तीन कैच टपकाए और काफ़ी ज़्यादा मिसफ़ील्ड भी किए। बांग्लादेश के निचले क्रम के विरुद्ध गेंदबाज़ी भी काफ़ी साधारण रही। पिच पर स्पिन के लिए कितनी मदद थी, यह बांग्लादेश के स्पिनरों ने दूधिया रौशनी के तले दिखाया, लेकिन भारत के प्रमुख स्पिनर तेज़ गति के चलते पिच से ज़्यादा टर्न नहीं निकाल पाए। आज भारतीय शीर्ष और मध्य क्रम की बल्लेबाज़ी भी काफ़ी निराशाजनक थी।
प्लेयर रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वश्रेष्ठ)
रोहित शर्मा, 4: आज कप्तान रोहित ने कुछ अलग दांव खेले - शार्दुल के हाथों में नई गेंद थमाना, युवा तिलक को नंबर 3 पर उतारना - जिन पर आम तौर पर सवालिया निशान उठाए जा सकते थे, लेकिन इस मैच का मक़सद ही था प्रयोग करना। बल्लेबाज़ी में वह डेब्यू कर रहे तेज़ गेंदबाज़ पर दबाव बनाने की कोशिश में दूसरी गेंद पर डक का शिकार बने।
शुभमन गिल, 9.5: गिल ने अपनी पारी के दौरान परिपक्वता का परिचय दिया। पावरप्ले में तेज़ गेंदबाज़ी जब हावी होने लगी थी, तो उन्होंने मुस्तफ़िज़ुर रहमान पर प्रहार जारी किया। मिडिल ओवर्स में भी स्पिन के विरुद्ध वह सबसे आश्वस्त नज़र आए। गिल जब तक मैदान पर थे, ऐसा लग रहा था कि भारत लक्ष्य से बहुत दूर नहीं। अपने शतक के बाद वह क्रैंप से पीड़ित दिखे और इसके बावजूद कुछ बड़े शॉट लगाते हुए आउट हुए।
तिलक वर्मा, 4.5: तिलक के लिए डेब्यू बहुत ज़्यादा यादगार नहीं था। उन्होंने फ़ील्ड पर एक आसान कैच छोड़ा और फिर बल्लेबाज़ी में एक ख़ूबसूरत फ़्लिक पर चौके के बाद अंदर आती गेंद को पढ़ नहीं पाए। हालांकि उन्होंने कुछ उपयोगी ओवर भी डाले और राहुल ने शाकिब का कैच नहीं ड्रॉप किया होता, तो एक बड़े विकेट के हक़दार होते।
के एल राहुल, 5: राहुल ने शाकिब को तब जीवनदान दिया जब वह केवल 28 पर थे। इसके अलावा उन्होंने कीपिंग में कोई ख़ास ग़लती नहीं की। बल्लेबाज़ी में वह गिल के साथ अच्छी साझेदारी निभा रहे थे, लेकिन बांग्लादेश के स्पिन गेंदबाज़ों के दबाव के चलते अपना विकेट गंवा बैठे।
इशान किशन, 4: किशन को स्पिन के लिए अनुकूल परिस्थितियों में अपने गेम में सुधार लाना होगा। ऐसा श्रीलंका के विरुद्ध भी हुआ था और आज भी कि वह स्ट्राइक रोटेट करने में नाक़ाम रहे। इस दबाव के चलते अटपटा शॉट मारने की कोशिश में उनका विकेट गिरा। हालांकि आज उन्होंने फ़ील्डिंग करते हुए काफ़ी क़ीमती रन बचाए।
सूर्यकुमार यादव, 5: सूर्यकुमार यादव आज ज़्यादा रन नहीं बना पाए, लेकिन एक ठहरी हुई भारतीय पारी को थोड़ी गतिशीलता दिलाने का काम उन्हीं ने किया। किशन की ही तरह उन्हें भी चुनौतीपूर्ण स्थितियों में रन बनाते रहने की शैली पर काम करना होगा। उन्होंने अपनी छोटी पारी में कुछ आकर्षक स्वीप लगाए लेकिन इसी शॉट को खेलते हुए आउट भी हुए। फ़ील्डिंग में भी उन्होंने एक कैच ड्रॉप किया।
रवींद्र जाडेजा, 4: जाडेजा को आज एक विकेट मिला लेकिन अपनी अतिरिक्त गति के चलते उन पर रन बनाना बहुत मुश्किल नहीं दिखा। बल्लेबाज़ी में भी शायद उन्होंने थोड़ी जल्दी अपना सब्र खोया और गिल को क्रीज़ पर छोड़ आए।
अक्षर पटेल, 9: अक्षर ने एक बार फिर बल्लेबाज़ी में अपना कौशल दिखाया और कुछ हद तक इस बात की भी पुष्टि की कि उन्हें जाडेजा के ऊपर भेजना बनता था। आज उनकी गेंदबाज़ी भी थोड़ी बेहतर थी, हालांकि शाकिब ने उनकी गेंदबाज़ी पर प्रहार करते हुए उनके विश्लेषण को काफ़ी बिगाड़ा।
शार्दुल ठाकुर, 8: शार्दुल ने नई गेंद के साथ बढ़िया गेंदबाज़ी की। पहले ही स्पेल में वह दो विकेट निकाल चुके थे और उनकी गेंदबाज़ी पर दो और कैच एक ही ओवर में टपकाए गए। इसके बावजूद उन्होंने अच्छी वापसी की और भारत के सफलतम गेंदबाज़ रहे। बल्ले से भी उन्होंने अक्षर का अच्छा साथ निभाया था, हालांकि एक अहम मोड़ पर वह कैच थमा बैठे।
मोहम्मद शमी, 8: शमी ने आज नई गेंद से बढ़िया शुरुआत दिलाते हुए लिटन कुमार दास को आउट किया। अनुशासित गेंदबाज़ी के चलते बांग्लादेशी बल्लेबाज़ उन्हें आसानी से नहीं खेल पाए और उन्होंने आख़िर की ओवरों में हृदोय को भी डीप पर कैच आउट करवाया।
प्रसिद्ध कृष्णा, 6: प्रसिद्ध का पहला स्पेल आज पावरप्ले के आख़िर में आया, लेकिन उन्होंने पिच के उछाल का अच्छा फ़ायदा उठाया। उनके छोटे करियर में उन्होंने डेथ ओवरों में थोड़ी दिशाहीन गेंदबाज़ी की है और आज भी उन्होंने कुछ अतिरिक्त गेंद डालीं, जिनका विरोधी बल्लेबाज़ों ने फ़ायदा उठाया।
देबायन सेन ESPNcricinfo में सीनियर असिस्टेंट एडिटर और क्षेत्रीय भाषाओं के प्रमुख हैं