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जसप्रीत बुमराह : मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट का दर्जा सबसे ऊपर है

भारतीय गेंदबाज़ ने कहा कि बैज़बॉल बतौर गेंदबाज़ उनके लिए फ़ायदेमंद है

Jasprit Bumrah raises the ball after taking his fifth wicket, South Africa vs India, 2nd Test, Cape Town, 2nd day, January 4, 2024

बुमराह ने भारत में अभी ज़्यादा टेस्ट नहीं खेले हैं  •  Gallo Images/Getty Images

जसप्रीत बुमराह का मानना है कि उनके लिए हमेशा सफलता का पैमाना टेस्ट क्रिकेट ही रहेगा। 32 टेस्ट मैच खेल चुके बुमराह भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण के सबसे अनुभवी गेंदबाज़ हैं। हालांकि 25 जनवरी को हैदराबाद में शुरु होने वाला टेस्ट मैच घर पर उनका पांचवां टेस्ट मैच ही होगा।
द गार्डियन से बात करते हुए बुमराह ने कहा, "मैं जिस दौर का हूं, उस दौर के लोगों के लिए टेस्ट क्रिकेट की अहमियत काफ़ी ज़्यादा है और मैं हमेशा ही अपने प्रदर्शन को जांचने के लिए टेस्ट क्रिकेट को ही आधार बनाऊंगा। हां, मैंने IPL से शुरुआत की थी, लेकिन प्रथम श्रेणी क्रिकेट के ज़रिए ही मैंने गेंदबाज़ी सीखी।"
बुमराह ने साउथ अफ़्रीका दौरे पर खेले गए दो टेस्ट में कुल 12 विकेट लिए थे। केपटाउन टेस्ट में उन्होंने 61 रन देकर छह विकेट भी चटकाए थे। हालांकि इस सीरीज़ में ऐसी पिचें मिलेंगी जो कि आगे चलकर स्पिन को ज़्यादा मदद पहुंचाएंगी। ऐसे में बुमराह को सतह से संभवतः उतनी मदद ना मिले। पिछली बार जब इंग्लैंड ने भारत का दौरा किया था तब बुमराह ने चार टेस्ट में से दो मैच ही खेले थे और 48 ओवर की गेंदबाज़ी की थी। हालांकि इस बार भी समय आने पर ही पता चलेगा कि बुमराह के ऊपर कितना भार होगा। बुमराह ने कहा, "टेस्ट क्रिकेट में भाग्य का कोई खेल नहीं होता, यहां बेहतर टीम ही जीत हासिल करती है। आपको भाग्य के सहारे 20 विकेट नहीं मिल सकते। सिर्फ़ व्हाइट बॉल क्रिकेट खेलकर मैं कभी भी संतुष्ट नहीं रहने वाला था, टेस्ट क्रिकेट का दर्जा मेरे लिए सबसे ऊपर है।"
जुलाई 2022 में भारत ने बर्मिंघम में एक टेस्ट मैच खेला था, भारत की कप्तानी बुमराह कर रहे थे। इसी मैच में बुमराह ने 35 रन के ओवर में स्टुअर्ट ब्रॉड के ख़िलाफ़ 29 रन मारे थे। इस मैच में भारत 378 रनों का बचाव नहीं कर पाया और 2007 के बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ जीत का सपना भी अधूरा रह गया। हालांकि बुमराह का मानना है कि 'बैज़बॉल' बतौर गेंदबाज़ उनके लिए लाभदायक है।
बुमराह ने कहा, "बैज़बॉल की अवधारणा से मैं ख़ुद को जोड़ नहीं पाता लेकिन वे इस समय इस तरह की क्रिकेट खेलकर काफ़ी सफल हैं और दुनिया को यह बता रहे हैं कि इस तरह से भी टेस्ट क्रिकेट खेली जा सकती है। लेकिन इसके साथ ही एक गेंदबाज़ के तौर पर मुझे यही लगता है कि इस शैली की क्रिकेट मुझे गेम में बनाए रखती है। एक गेंदबाज़ के तौर पर मैं हमेशा यही सोचता हूं कि कैसे किसी चीज़ का फ़ायदा उठाया जाए। उन्हें शुभकामनाएं, लेकिन एक गेंदबाज़ के तौर पर आप गेम में बने रहते हैं।"