मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स की भिड़ंत आईपीएल इतिहास की सबसे पुरानी प्रतिद्वंद्विता में शुमार है। इस सीज़न जहां राजस्थान ने उत्साह-वर्धक जीत के साथ शुरुआत की है वहीं मुंबई को पहले मुक़ाबले में हार का सामना करना पड़ा था।
पहला मैच मिस करने के बाद
सूर्यकुमार यादव टीम में वापस आ सकते हैं और यह कहना अतिशोक्ति नहीं होगी कि इससे मुंबई की बल्लेबाज़ी की जान में जान आ जाएगी। 2018 में मुंबई से जुड़ने के बाद वह उनके सबसे निरंतर बल्लेबाज़ रहे हैं और 58 पारियों में 32.7 की औसत और 138 के स्ट्राइक रेट से 1733 रन बनाए हैं जो इस फ़्रैंचाइज़ी के लिए इस अवधि में सर्वाधिक रन हैं। इसके अलावा 2018 के बाद चार में से तीन सीज़न में उन्होंने 400 से अधिक रन बनाए। पिछले साल उनके रन कम ज़रूर बने लेकिन पिछले दोनों सीज़न में उन्होंने 140 से अधिक के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी की।
मुंबई के लिए
कायरन पोलार्ड मध्यक्रम में आकर विपक्षी टीम को परेशान करने की आदत रखते हैं। लेकिन राजस्थान के पास एक नहीं दो रामबाण हैं जो उन्हें रोकने की क्षमता रखते हैं। दरअसल
आर अश्विन के विरुद्ध पोलार्ड ने 13 पारियों में 15 की औसत से 75 रन बनाए हैं और पांच बार आउट हुए हैं। ठीक ऐसे ही
युज़वेंद्र चहल ने भी पोलार्ड को 11 पारियों में पांच बार अपना शिकार बनाया है। मतलब साफ़ है - अगर पोलार्ड क्रीज़ पर आएंगे तो कप्तान संजू सैमसन को उम्मीद होगी कि उनके दोनों स्पिनर्स के पास पर्याप्त ओवर बचे रहेंगे।
वैसे तो डीवाई पाटिल स्टेडियम में हुए दोनों मैचों में अब तक पिच का बर्ताव थोड़ा अलग-अलग दिखा है, लेकिन अगर इस मुक़ाबले का पिच बल्लेबाज़ी के लिए अनुकूल हो तो छक्कों की बरसात देखने को मिल सकती है। आईपीएल में 2020 के बाद सर्वाधिक सिक्सर मारने वालों की सूची में टॉप दस खिलाड़ियों में से 50 प्रतिशत खिलाड़ी इस मैच में खेलेंगे। सैमसन (48), इशान किशन (42), पोलार्ड (38), रोहित शर्मा (35) और जॉस बटलर (32) इस सूची में क्रमशः दूसरे, चौथे, छठे, आठवें और 10वें स्थान पर हैं।
राजस्थान की बल्लेबाज़ी का शीर्ष क्रम उनकी सबसे बड़ी शक्ति है। लेकिन इसका तोड़ बन सकते हैं
जसप्रीत बुमराह, जिनका रिकॉर्ड उनके लगभग सभी सूरमाओं के सामने असाधारण है। बटलर बुमराह के ख़िलाफ़ सात पारियों में तीन बार आउट हुए हैं और उनकी औसत है 12.7 और स्ट्राइक रेट 95 का। देवदत्त पड़िक्कल और शिमरन हेटमायर दोनों की औसत उनके ख़िलाफ़ केवल चार की है और उनके स्ट्राइक रेट 50 और 92 तक के हैं। कप्तान सैमसन भी उनके सामने सहजता का अनुभव नहीं करते हैं। आख़िर 10 पारियों में उन्हें बुमराह ने केवल दो ही बार आउट किया है लेकिन सिर्फ़ 107 के स्ट्राइक रेट से रन बनाने का मौक़ा दिया है।