रहाणे और पुजारा शतक के क़रीब, तमिलनाडु का अगले दौर में पहुंचना हुआ मुश्किल
दूसरी ओर कर्नाटक के लिए पड़िक्कल और राहुल प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे, जबकि हैदराबाद के लिए सिराज की वापसी फीकी रही
शशांक किशोर
30-Jan-2025
Cheteshwar Pujara अपने 67वें प्रथम श्रेणी शतक के क़रीब हैं • PTI
रणजी ट्रॉफ़ी 2024-25 में मैचों का आख़िरी दौर शुरू हो चुका है। यहां सभी मैचों के शुरुआती दिन के मुख्य अंश हैं।
बड़ी पारी खेलने से चूके राहुल और पड़िक्कल
के एल राहुल को बेंगलुरु में हरियाणा के ख़िलाफ़ एक अच्छी शुरुआत मिली थी। वह अच्छी लय में भी दिख रहे थे लेकिन वह इस शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पाए और 26 रनों के निजी स्कोर पर आउट हो गए। राहुल इस मैच में नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करने आए थे। वह शुरुआती क्षणों से ही काफ़ी अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे थे और लगातार रन बनाने की फिराक में थे।
हालांकि वह अंशुल कंबोज का शिकार बन गए। जब वह नौ के निजी स्कोर पर थे तो उनसे हल्की सी चूक हुई थी। तब वह थर्डमैन की तरफ़ गेंद को ग्लाइड करने का प्रयास कर रहे थे लेकिन किनारा लग कर गेंद तीसरे स्लिप के फ़ील्डर के कुछ इंच पहले गिरी। कर्नाटक के लिए यह एक बेहद ज़रूरी मैच है और अगले राउंड में जाने के लिए उन्हें इस मैच को जीतना ही होगा। दिन का खेल जब ख़त्म हुआ, तब कर्नाटक की टीम ने पांच विकेट के नुकसान पर 267 रन बना लिए थे। मयंक अग्रवाल कर्नाटक के लिए सबसे ज़्यादा रन (91) बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे, जबकि देवदत्त पड़िक्कल ने 43 रनों की पारी खेली और टर्न होती गेंद पगबाधा आउट हुए। .
शार्दुल का हैट्रिक, रहाणे का पचासा
मज़बूत मुंबई की टीम के ख़िलाफ़मेघालय की टीम ने सिर्फ़ दो के स्कोर पर ही अपने छह विकेट गंवा दिए थे। उन पर रणजी इतिहास के अब तक के सबसे कम स्कोर पर आउट होने का ख़तरा था, लेकिन जैसे-तैसे वह 86 के स्कोर तक पहुंचने में सफल रहे। शार्दुल ठाकुर ने अपने स्पैल के दूसरे ही ओवर में हैट्रिक ली। उन्होंने 43 रन देकर चार विकेट लिया। वहीं जब मुंबई की बल्लेबाज़ी आई तो अजिंक्य रहाणे ने इस सीज़न में अपना पहला अर्धशतक बनाया और वह अभी 83 रन बना कर नॉट आउट हैं। इसके अलावा सिद्धेश लाड भी 89 के स्कोर पर नाबाद हैं। इनदोनों बल्लेबाज़ों के कारण मुंबई के पास 127 रनों की लीड है।
पुजारा की नज़र 67वें प्रथम श्रेणी शतक पर
सौराष्ट्र की टीम को बोनस अंक चाहिए। शायद इसी कारण से उन्होंने एक टर्न लेती पिच पर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया। उनका पूरा प्रयास था कि वह एक बड़ा स्कोर बना सकें। असम के ख़िलाफ़ सौराष्ट्र के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ों ने टीम के इस मंसूबे को सफल बनाने का पूरा प्रयास किया और उन्होंने तेज़ शुरुआत की। हार्विक देसाई (130) और चिराग जानी (80) ने पहले 30 ओवरों में ही 146 रन बना लिए थे। इसके बाद चेतेश्वर पुजारा ने भी एक बड़ी पारी खेलने का प्रयास किया। छत्तीसगढ़ के ख़िलाफ़ दोहरे शतक बनाने के बाद उनका बल्ला काफ़ी शांत था। हालांकि इस मैच अब वह अपने 67वें प्रथम श्रेणी शतक के क़रीब पहुंच चुके हैं। दिन का खेल ख़त्म होने तक सौराष्ट्र ने तीन विकेट के नुक़सान पर 361 रन बना लिया था।
कोटला में कोहली के फैंस का विराट सैलाब
विराट कोहली को बल्लेबाज़ी करते हुए देखने के लिए फिरोजशाह कोटला के मैदान में लगभग 15000 दर्शक जमा हुए थे। हालांकि कोहली की बल्लेबाज़ी की बारी नहीं आई और वह दर्शक उन्हें बस फ़ील्डिंग करते हुए, देख पाए। शुक्रवार को शायद फिर से लोग कोहली की बल्लेबाज़ी देखने के लिए बड़ी संख्या में मैदान पर आ सकते हैं। रेलवे और दिल्ली के बीच चल रहे मैचमें पहले बल्लेबाज़ी करते हुए, रेलवे ने 241 रन बनाए और फिर दिल्ली ने एक विकेट के नुक़सान पर 41 रन बनाए। कोहली से मिलने के लिए एक फैन मैदान में भी घुस गया था। बढ़ते दर्शकों को देखते हुए, DDCA ने अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को बुलाया।
सिराज की साधारण वापसी
मोहम्मद सिराज की रणजी वापसी कुछ ख़ास नहीं रही। विदर्भ के ख़िलाफ़ सिराज ने अपने 18 ओवरों में सिर्फ़ एक ही विकेट लिया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए विदर्भ की टीम ने अपनी पहली पारी में सिर्फ़ 190 के स्कोर पर सिमट गई। इसके बाद हैदराबाद की टीम ने दो विकेट के नुक़सान पर 90 रन बना लिए हैं। सिराज का एकमात्र विकेट हर्ष दुबे के रूप में आया। हर्ष ने 46 गेंदों में 65 रनों की पारी खेली।
तमिलनाडु की बल्लेबाज़ी क्रम ताश के पत्तों की तरह बिखरी
तमिलनाडु यह जानते हुए इस मैच में उतरा था कि उनके लिए एक ड्रॉ भी नॉकआउट में पहुंचने के लिए काफ़ी होगा। हालांकि जमशेदपुर की टर्न लेती पिच पर पहले दिन ही 20 विकेट गिरे और अब ऐसा प्रतीत हो रहा है कि तमिलनाडु के लिए इस मैच को ड्रॉ करना काफ़ी मुश्किल होगा। झारखंड ने अपनी पहली पारी में शरनदीप सिंह के अर्धशतक की मदद से 186 रन बनाए थे। इसके जवाब में तमिलनाडु की टीम सिर्फ़ 106 रनों पर ढेर हो गई। उनकी परेशानी बी इंद्रजीत की पिंडली की चोट के कारण और भी बढ़ गई है, जिसके कारण वह बाक़ी के मैच से बाहर हो गए हैं।