आंकड़े झूठ नहीं बोलते : शिवम दुबे 30 गेंद खेल गए तो ख़ैर नहीं भैय्या!
राशिद ख़ान को दो बल्लेबाज़ क़ाबू कर सकते हैं लेकिन उनका व्यक्तिगत फ़ॉर्म है ख़राब
देबायन सेन
16-Apr-2022
रॉबिन उथप्पा के साथ रिकॉर्ड साझेदारी के दौरान शिवम दुबे • BCCI
जहां चेन्नई सुपर किंग्स ने आख़िरकार इस सीज़न में अपना खाता खोला है, वहीं गुजरात टाइटंस फ़िलहाल हार्दिक पंड्या की प्रेरणादायक कप्तानी के चलते बेहतरीन लय के साथ खेल रही है। रविवार को उनके बीच मुक़ाबले में कई ऐसे खिलाड़ी हैं, जो मौजूदा फ़ॉर्म के आधार पर इस मैच में बड़ा अंतर पैदा कर सकते हैं।
शिवम दुबे का कमाल
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के विरुद्ध जीत में शिवम दुबे और रॉबिन उथप्पा ने तीसरे विकेट के लिए 165 रन जोड़े थे, जो चेन्नई के लिए आईपीएल इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इसका अहम हिस्सा रहे शिवम फ़िलहाल एक ज़बरदस्त सीज़न के बीच हैं। पांच पारियों में उनके 207 रन 51.8 के औसत और 177 के स्ट्राइक रेट से बने हैं। अगर वह गुजरात के ख़िलाफ़ 24 रन भी बना लेते हैं तो वह पिछले चार सालों में अपने सीज़न के सर्वाधिक योग को पार कर जाएंगे।
मिडिल ओवर में स्पिन के ख़तरे को टालने के लिए भी शिवम ने इस सीज़न महारथ दिखाई है। पेस के विरुद्ध उनका 198 का स्ट्राइक रेट ज़रूर स्पिन के ख़िलाफ़ 156 तक गिरता है लेकिन औसत 38.3 से बढ़कर 92 का बन जाता है। सबसे बड़ी ख़तरे की घंटी है अगर शिवम 30 गेंदों तक खेल जाएं। अगर आप उनकी पारियों को 10 गेंदों के अध्यायों में बांट देते हैं तो पहली 10 गेंदों में उनका स्ट्राइक रेट 115, अगले 10 में 180, उसके बाद के 10 गेंदों में 203 और फिर 30 गेंदों के बाद वह 281 के स्ट्राइक रेट से तुड़ाई करते हैं।
गुजरात के बल्लेबाज़ों को पेस पसंद है
चेन्नई के लिए इस सीज़न तेज़ गेंदबाज़ों में निरंतरता का अभाव परेशानी का सबब बन बैठा है और गुजरात के लगभग पूरे बल्लेबाज़ी क्रम ने सिद्ध किया है कि उन्हें तेज़ गेंदबाज़ी खेलने में कोई दिक्कत नहीं आती। तेज़ गेंदबाज़ी के विरुद्ध राहुल तेवतिया का स्ट्राइक रेट 195 का है, वहीं डेविड मिलर और अभिनव मनोहर ने 172 और 171 की गति से रन बनाए हैं और हार्दिक और शुभमन गिल के स्ट्राइक रेट हैं 148 और 136 के।
राशिद की महानता के ख़िलाफ़ दो खिलाड़ियों का तोड़
राशिद ख़ान एक ऐसे टीम के विरुद्ध खेलेंगे जिनके ख़िलाफ़ उनका 27.5 का औसत किसी भी ऐसे टीम से अधिक है जिनके विरुद्ध उन्होंने कम से कम 10 ओवर डाले हों। चेन्नई के ख़िलाफ़ उन्होंने चार बार पूरी स्पेल डालते हुए एक भी विकेट नहीं लिया है जो भी उनके लिए सबसे ख़राब रिकॉर्ड है। हालांकि उन्होंने आईपीएल में मोईन अली को चार पारियों और उथप्पा को छह पारियों में दो बार आउट भी किया है। हालांकि उनकी गेंदबाज़ी के ख़िलाफ़ दो ऐसे बल्लेबाज़ आ सकते हैं जिनका वैसे तो इस साल का रिकॉर्ड काफ़ी साधारण रहा है लेकिन राशिद को वह बहुत अच्छे से खेलते हैं। ऋतुराज गायकवाड़ ने पांच पारियों में सात के औसत से केवल 35 रन बनाए हैं जबकि अंबाती रायुडू के 82 रन सिर्फ़ 97 के स्ट्राइक रेट से बने हैं।
जिन बल्लेबाज़ों ने राशिद के ख़िलाफ़ कम से कम 15 गेंदें खेली हैं उनमें ऋतुराज का स्ट्राइक रेट है 211 का जिससे अधिक केवल मनन वोहरा का 244 का आंकड़ा है। वहीं रायुडू ने उनके ख़िलाफ़ 54 गेंदों पर 61 रन बनाए हैं और एक बार भी आउट नहीं हुए हैं जो किसी भी आईपीएल बल्लेबाज़ का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड है।
ड्वेन ब्रावो के लिए एक नया रोल
चेन्नई की लड़खड़ाती गेंदबाज़ी में ड्वेन ब्रावो एक निरंतर परफ़ॉर्मर रहे हैं। उनके लिए गए सात विकेट इस टीम के लिए सर्वाधिक है - इसके बाद ड्वेन प्रिटोरियस, महीश थक्षीना और कप्तान रवींद्र जाडेजा सब चार विकेट लेकर दूसरे स्थान पर हैं। जाडेजा ने ब्रावो को एक अलग रोल में आज़माया है। उन्होंने अपने 17.4 ओवरों में से सात पहली 10 ओवरों के भीतर डाले हैं और इसमें उनका स्ट्राइक रेट (14.0) और उनकी इकॉनमी (7.7) दोनों ही आख़िरी 10 ओवरों के आंकड़ों (16.0 और 9.8) से बेहतर हैं।
देबायन सेन ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के सीनियर असिस्टेंट एडिटर और क्षेत्रीय भाषा प्रमुख हैं