अपना 31वां टेस्ट शतक जमाने वाले
स्टीव स्मिथ को
डेविड वॉर्नर द्वारा क्रीज़ में लिए हुए असामान्य गार्ड ने चकित कर दिया था। दूसरे दिन के लंच ब्रेक के दौरान चैनल सेवन के एक सेगमेंट में रिकी पोंटिंग ने वॉर्नर की उस योजना की तरफ़ ध्यान खींचा जिसका सहारा उन्होंने अपना फ़ुटवर्क बेहतर करने के लिए लिया था।
सामान्य तौर पर बैटिंग गार्ड के निशान स्टंप्स के लंबवत (परपेंडिकुलर) होते हैं। हालांकि वॉर्नर ने इस सामान्य बैटिंग गार्ड के इतर स्टंप्स के समानांतर एक निशान खींचा जिसके दोनों छोर पर गड्ढे थे।
पहले दिन लंच के ठीक पहले वॉर्नर के आउट होने पर बल्लेबाज़ी करने पहुंचे स्मिथ ने यह स्वीकारा कि वॉर्नर के इस बैटिंग गार्ड ने उन्हें चकित कर दिया था। स्मिथ ने मज़ाकिया लहजे में कहा, "मैं उसमें गिर ही गया था।"
स्मिथ ने कहा, "इसका आदी होने से पहले कुछ गेंदों पर मेरा टखना मुड़ गया था। मैंने पहली बार ऐसा अनुभव किया। आम तौर पर आपको गेम के बैकएंड पर ऐसे फ़ुटमार्क्स मिलते हैं, जिस वजह से आपको संतुलन बनाने में मुश्किल होती है। लेकिन ऑफ़ स्टंप की तरफ़ मूव करने पर मुझे गड्ढा मिल रहा था, यह कुछ ऐसा था जिसका अनुभव मैंने पहले नहीं किया था।"
"गार्ड लेने से पहले तक मुझे इस बड़े होल के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। मैं बस यही सोच रहा था कि आख़िर यह किसने किया है?"
हालांकि एक बार जब स्मिथ सेट हो गए तब शार्दुल ठाकुर की अंदर आती हुई गेंद पर आउट होने से पहले तक उन्हें वॉर्नर द्वारा क्रीज़ में की गई रचनात्मक डिगिंग से कोई ख़ास परेशानी नहीं हुई।
स्मिथ ने कहा, "संभवतः वह नियमित तौर पर ऐसा करते होंगे लेकिन यह मेरे काम आया। मेरा अनुमान है कि वह होल बनाते रहते होंगे, वह सब कुछ जो एक बल्लेबाज़ को ख़ुद को बेहतर स्थिति में लाने के लिए लाभकारी सिद्ध होता है।"
इस समय टीम में वॉर्नर की जगह को लेकर असमंजस की स्थिति है। पहले दिन उन्होंने 43 रनों की पारी खेली। हालांकि पहले घंटा वॉर्नर के लिए कठिन था लेकिन इसके बाद उनकी नज़रें जम गईं। ख़ुद वॉर्नर ने कहा कि पिछले 24 महीने में सबसे बेहतर उन्होंने इसी दिन महसूस किया।
दिल्ली कैपिटल्स में वॉर्नर के कोच पोंटिंग ने वॉर्नर की इस तरकीब के बारे में बताते हुए कहा कि वह ऐसा अपने फ़ुटवर्क को बेहतर करने के लिए कर रहे थे ताकि वह लेग स्टंप के अधिक बाहर नहीं जा सकें।
पोंटिंग ने कहा, "वास्तव में, उनके पास एक ऐसी वर्टिकल लाइन होती है जो कि पीछे की तरफ़ से स्टंप लाइन की ओर से एक्रॉस जा रही होती है। और अगर आप उस लाइन को देखेंगे तो उसकी दोनों ओर आपको गड्ढे दिखाई देंगे। डेविड वॉर्नर के साथ पिछले कुछ वर्षों से काम करने के बाद मैं यह कह सकता हूं जब वह अच्छी बल्लेबाज़ी नहीं कर रहे होते हैं तब लेग स्टंप के बाहर ही उनका ट्रिगर मूवमेंट होता है।"
"सिर्फ़ दो दिन पहले उन्होंने दो गड्ढे बनाने की योजना बनाई ताकि वह यह सुनिश्चित कर सकें कि उनके दोनों पैर गड्ढों के बीच ही रहें। अगर वह पीछे की तरफ़ या एक्रॉस जाते तो उन्हें ऐसा आभास होने लगता कि उनकी एड़ी गड्ढे में चली जाएगी जबकि ऑफ़ स्टंप की तरफ़ अधिक एक्रॉस जाने पर उन्हें ऐसा महसूस होता कि उनकी पैर की उंगलियां गड्ढे में चली जाएंगी। यह एक आधुनिक खिलाड़ी की निशानी है, जो कि 100 टेस्ट मैच खेल लेने के बावजूद ख़ुद को बेहतर करने की सोचता है।"
वॉर्नर ने जो किया वह भले ही असामान्य था लेकिन इसके बावजूद यह नियमों का उल्लंघन नहीं था। यह पॉपिंग क्रीज़ के सामने के सुरक्षित एरिया के लिए लागू होता है, जहां पर गेंदबाज़ों को छेड़छाड़ की अनुमति नहीं होती और बल्लेबाज़ भी बिना किसी ठोस कारण और गार्ड लेने के अलावा प्रवेश नहीं कर सकते।
ऐंड्रयू मक्ग्लैशन ESPNcricinfo डिप्टी एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में फ्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।