सफ़ेद गेंद की अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के लिए उपलब्ध रहने के बावजूद
फ़ाफ़ डुप्लेसी को साउथ अफ़्रीका की टी20 विश्व कप टीम में शामिल नहीं किया गया है। फरवरी में टेस्ट से संन्यास लेने वाले डुप्लेसी ने विशेष रूप से आगामी विश्व कप को अपने लक्ष्यों में से एक बताया था। हालांकि उन्होंने दिसंबर 2020 के बाद से साउथ अफ़्रीका के लिए एक भी सीमित ओवरों का अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। साथ ही वह हालिया सीरीज़ में किसी भी साउथ अफ़्रीकी दल का हिस्सा नहीं थे और विश्व कप में नहीं खेल पाएंगे।
इसी तरह, 2019 वनडे विश्व कप के बाद वनडे मैचों से संन्यास लेकर टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों के लिए उपलब्ध रहने वाले,
इमरान ताहिर को भी विश्व कप के लिए नहीं चुना गया है। हरफ़नमौला खिलाड़ी
क्रिस मॉरिस को भी बाहर रखा गया है। आख़िरी बार 2019 के विश्व कप में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले मॉरिस ने इस साल की शुरुआत में खुलासा किया था कि अपने क्रिकेट भविष्य के बारे में क्रिकेट साउथ अफ़्रीका (सीएसए) में किसी के साथ उनकी कोई बातचीत नहीं हुई थी। प्रभावी रूप से, इसका मतलब है कि सीएसए ने राष्ट्रीय टीम में फ़्री एजेंटों (करार से हटने वाले खिलाड़ी) का उपयोग नहीं करने का फ़ैसला किया है।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो समझता है कि राष्ट्रीय अनुबंधों नहीं मिलने के बाद भी राष्ट्रीय टीम में खेलने की रुचि दिखाने वाले कई खिलाड़ियों और सीएसए के बीच बहुत कम बातचीत हुई है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ पहले वनडे मैच में चोटिल होने के बाद घर वापस लौटने वाले टीम के कप्तान तेम्बा बवूमा के फ़िट होने की पूरा आशंका है और वह विश्व कप में टीम का नेतृत्व करेंगे।
संयुक्त अरब अमीरात और ओमान की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए तबरेज़ शम्सी, केशव महाराज और ब्यॉर्न फ़ोर्चुइन के रूप में टीम में तीन विशेषज्ञ स्पिरों का चयन हुआ हैं। ऑलराउंडर जॉर्ज लिंडे रिज़र्व खिलाड़ी के तौर पर टीम के साथ जुड़ेंगे
टी20 विश्व कप के लिए साउथ अफ़्रीका दल: तेम्बा बवूमा (कप्तान) क्विंटन डिकॉक, ब्यॉर्न फ़ोर्चुइन, रीज़ा हेंडरिक्स, हेनरिक क्लासेन, केशव महाराज, एडन मारक्रम, डेविड मिलर, वियाम मुल्डर, लुंगी एनगिडी, अनरिख़ नॉर्खिये, ड्वेन प्रीटोरियस, कगिसो रबाडा, तबरेज़ शम्सी, रासी वान दर दुसें
रिज़र्व खिलाड़ी: जॉर्ज लिंडे, लिज़ाड विलियम्स, एंडिले फेहुक्वायो