हरमनप्रीत कौर ने पुष्टि की है कि ख़राब फ़ॉर्म से जूझने के बाद वह अपने निजी जीवन में भी आत्मविश्वास की कमी महसूस करने लगी थी। उन्होंने बताया कि कैसे टीम के साथ यात्रा कर रही खेल मनोवैज्ञानिक डॉ. मुग्धा बवारे के साथ बातचीत करने के बाद अब वह सकारात्मक विचार के साथ विश्व कप में उतरेंगी। इससे पहले टीम की अनुभवी कप्तान मिताली राज ने भी बड़े टूर्नामेंट से पहले एक
खेल मनोवैज्ञानिक को टीम के साथ जोड़ने के निर्णय का स्वागत किया था।
वरिष्ठ बल्लेबाज़ हरमनप्रीत पिछले कुछ वर्षों से वनडे क्रिकेट में ख़राब फ़ॉर्म से जूझती नज़र आईं हैं। 2019 की शुरुआत से 21 मैचों में केवल दो अर्धशतकों के साथ हरमनप्रीत ने 444 रन बनाए हैं। विश्व कप से पहले मेज़बान न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में भी उन्होंने 10, 10 और 13 के स्कोर बनाने के बाद अंतिम वनडे में
63 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। इसके बाद विश्व कप के अभ्यास मैच में हरमनप्रीत ने
साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ शतक बनाकर अपने अच्छे फ़ॉर्म को बरक़रार रखा।
बुधवार को हुई प्रेस कॉन्फ़्रेंस में हरमनप्रीत ने कहा, "मुग्धा मैम हमारे साथ यात्रा करते हुए सभी को बहुत मदद कर रही हैं। ख़ासकर न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ अंतिम चार मैचों के दौरान जब मेरा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और मैं रक्षात्मक अंदाज़ से खेलने का प्रयास कर रही थी। हम सभी जानते थे कि एक महत्वपूर्ण विश्व कप आ रहा है। उन्होंने मुझसे बात की और मैं बेहतर महसूस करने लगी। मुझे अपनी समस्याओं के समाधान मिलने लगे।"
"लोग पहले इस चीज़ के प्रति जागरुक नहीं थे और प्रदर्शन पर अधिक दबाव बनाया जाता था। जब मैंने साफ़ मन के साथ मैदान पर उतरना शुरू किया, तो अंतिम दो-तीन मैचों में चीज़ें मेरी तरफ़ बढ़ने लगी। मुझे लगता है कि अन्य खिलाड़ियों को भी मदद मिल रही है क्योंकि वह लगातार उनसे (डॉ. मुग्धा) से बातचीत कर रही हैं।"
2017 के विश्व कप सेमीफ़ाइनल में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 171 रनों की नाबाद पारी के बाद से हरमनप्रीत का बल्ला शांत रहा है। इस वजह से उनकी आलोचना भी हुई है। हालिया समय में पूर्व भारतीय कप्तान डायना एडुल्जी ने कहा था कि उस पारी के दम पर
हरमनप्रीत ज़्यादा समय तक टीम में अपनी जगह क़ायम नहीं रख सकती हैं। उस पारी के बाद से हरमनप्रीत ने केवल 28.75 की औसत से रन बनाए हैं।इन सब आलोचनाओं से हरमनप्रीत वाक़ीफ़ हैं। हालांकि उनका कहना है कि 171 की उस पारी के बाद उन्होंने लोगों की उम्मीदों को इतना बढ़ा दिया है कि अब उनकी छोटी और महत्वपूर्ण पारियों को उतना श्रेय नहीं दिया जा रहा है।
हरमनप्रीत ने कहा, "मैं जानती हूं कि लोग मेरी 171 रनों की पारी के बारे में ज़्यादा बात करते हैं। मुझे लगता है कि उस पारी से मैंने लोगों की उम्मीदों को बढ़ाया है। मुझे पता है कि मैं इस प्रकार की क्रिकेट खेल सकती हूं। शायद इसी वजह से 30, 40 अथवा 50 रनों की मेरी पारियों को इतना श्रेय नहीं दिया जा रहा है। मैं आंकड़ों से अपना आंकलन नहीं करती हूं। मैं यह मानती हूं कि मैं जितने भी रन बनाऊं, वह मेरी टीम के लिए पर्याप्त साबित हो, फिर चाहे वह 10 रन हो या 100। मेरे लिए आंकड़े मायने नहीं रखते हैं, यह मायने रखता है कि टीम को ज़रूरत पड़ने पर मैं अपना हाथ खड़ा करूं।"
साथ ही हरमनप्रीत ने पिछले कुछ वर्षों में भरपूर प्रयास के बावजूद फ़ॉर्म में वापसी करने में असफल रहने पर अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश करने के बाद भी रन ना बना पाना काफ़ी "दर्दनाक" था।
भारतीय उपकप्तान ने कहा, "जब मैं रन नहीं बनाती हूं, तब मुझे बहुत अफ़सोस होता है। बतौर क्रिकेटर आप हमेशा रनों की तलाश में लगे रहते हो। मैदान पर अपना 200 प्रतिशत देने के बाद भी जब आप अपनी उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाते हो, तो इससे बुरा और कुछ भी नहीं है। बात बड़े या छोटे प्लेयर होने की नहीं है - यह सभी प्लेयर के लिए एक समान एहसास होता है। जब यह सब हो रहा था, तब मुग्धा ने मेरी काफ़ी मदद की। वह मेरे पास आईं, उन्होंने रन न बनने के विषय में मुझसे बात की और बताया कि कैसे मैं इस स्थिति से बाहर निकल सकती हूं। मेरे परिवार ने मेरा बहुत साथ दिया और यह सभी चीज़ें मेरे काम आई।"
विश्व कप में पांचवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करेंगी हरमन
चौथे स्थान को प्राथमिकता देने के बावजूद हरमनप्रीत कौर आगामी विश्व कप में पांचवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करती नज़र आएंगी। वनडे में चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए हरमनप्रीत के आंकड़े शानदार हैं लेकिन इस समय कप्तान मिताली राज इस स्थान पर बल्लेबाज़ी करती हैं। न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ हालिया अर्धशतक भी हरमनप्रीत ने चौथे नंबर पर खेलते हुए बनाया था।
हरमनप्रीत ने कहा, "मैं पांचवें स्थान की तुलना में चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ करने में ज़्यादा सक्षम हूं लेकिन हमें टीम की ज़रूरत के हिसाब से खेलना होगा। हमने इस बात पर चर्चा ज़रूर की लेकिन इस समय मैं पांचवें नंबर पर ही बल्लेबाज़ी करूंगी। शायद भविष्य में हम स्थिति के अनुसार कुछ बदलाव कर पाएंगे लेकिन मुझे नहीं लगता कि अभी मैं चौथे स्थान पर बल्लेबाज़ी कर पाऊंगी।"