SL vs BAN, Report: मुस्तफ़िज़ुर, रिशाद और हृदोय ने दिलाई बांग्लादेश को रोमांचक जीत
लगातार दूसरी हार के बाद अब श्रीलंका के लिए अगले चरण में जाना बेहद कठिन
नीरज पाण्डेय
08-Jun-2024
बांग्लादेश ने टी20 विश्व कप 2024 की शुरुआत रोमांचक जीत के साथ की है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ उन्होंने 125 रनों के लक्ष्य को एक ओवर और दो विकेट शेष रहते हुए हुए हासिल किया। लगातार दूसरी हार के साथ अब श्रीलंका के लिए अगले चरण में जाने काफ़ी कठिन हो गया है। इस मैच में बांग्लादेश के गेंदबाज़ हीरो रहे जिन्होंने श्रीलंका को कम स्कोर पर ही रोक दिया। मुस्तफ़िज़ुर रहमान और और 21 वर्षीय युवा लेग-स्पिनर रिशाद हुसैन ने सर्वाधिक तीन-तीन विकेट चटकाए। इसके अलावा तौहीद हृदोय ने केवल 20 गेंदों में 40 रनों की अहम पारी भी खेली।
पहले बल्लेबाज़ी करते हुए श्रीलंका ने तीसरे ओवर में ही कुसल मेंडिस का विकेट गंवा दिया था, लेकिन पथुम निसंका आक्रमण कर रहे थे। पावरप्ले में श्रीलंका ने दो विकेट के नुकसान पर 53 रन बना लिए थे और निसंका रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। हालांकि, मुस्तफ़िज़ुर ने नौवें ओवर में उन्हें 47 के स्कोर पर आउट किया और यहीं से बांग्लादेश के लिए वापसी का रास्ता खुल गया। मध्यक्रम ने एक बार फिर श्रीलंका को निराश किया। इस मैच में टीम में शामिल किए गए धनंजय डिसिल्वा ने 26 गेंदों में 21 और चरिथ असलंका ने 21 गेंदों में 19 रनों की धीमी पारी खेली।
श्रीलंका अंतिम 34 गेंदों में केवल 24 रन ही बना सकी और इसी का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। मुस्तफ़िज़ुर ने चार ओवर में 17 और रिशाद ने चार ओवर में 22 रन खर्च किए। स्कोर का पीछा करते हुए बांग्लादेश की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही और उन्होंने तीसरी गेंद पर ही पहला विकेट गंवा दिया था। पावरप्ले में बांग्लादेश ने केवल 34 रन बनाए और तीन अहम विकेट भी गंवा दिए। यहां से लगा कि श्रीलंका ने मैच को खोल दिया है, लेकिन तौहीद हृदोय और लिटन दास ने अपनी टीम को संभाल लिया।
दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों में 63 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। यह साझेदारी शुरुआत में धीमी रही, लेकिन फिर हृदोय ने आक्रमण किया। उन्होंने 12वें ओवर में वानिंदु हसरंगा को लगातार तीन छक्के लगाए और चौथी गेंद पर आउट हो गए। इन तीन छक्कों ने रन-रेट को काफ़ी कम करने का काम किया। हालांकि, अगले 13 रनों में चार विकेट गिराकर श्रीलंका ने मैच को काफ़ी रोमांचक बना दिया। महमुदउल्लाह ने शांति से काम लिया और अपनी टीम की नैया पार लगाई।