बड़ी तस्वीर
नेट रनरेट के कारण दो साल तक चूकने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) प्लेऑफ़ में वापस आ गई है और आईपीएल 2021 के दूसरे भाग में इसे उन्होंने उम्दा स्टाइल में किया है। जब सीज़न को निलंबित कर दिया गया था, केकेआर ने सात मैच खेलकर दो जीते थे। यूएई में क़दम रखते ही उन्होंने परिणामों को बदलना शुरू कर दिया। अपने अगले सात मैचों में से पांच में जीत हासिल की और मुंबई इंडियंस से नेट रनरेट लड़ाई से बचने के लिए उन्होंने राजस्थान रॉयल्स को बुरी तरह से हरा दिया। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) भी बहुत पीछे नहीं है, पहले हाफ़ में अपने अच्छे प्रदर्शन के बाद दूसरे हाफ़ में भी उन्होंने ठोस प्रदर्शन किया। यूएई में उन्होंने अपने सात मैचों में से चार में जीत हासिल की।
दोनों के बीच कोई 'इन फ़ॉर्म' टीम नहीं है, दोनों इस लेग में काफ़ी चमक दिखा रहे हैं, दोनों के लाइन-अप में मैच विजेताओं की भरमार है। दोनों के पास वेंकटेश अय्यर और केएस भारत के रूप में शीर्ष क्रम पर युवा विस्फोटक बल्लेबाज़ हैं। और दोनों टीम के कप्तान हैं जो सामान्य रूप से रन नहीं बना रहे हैं। विराट कोहली ने यूएई लेग में सात मैचों में 168 रन बनाए हैं, जिसमें उनके पहले तीन मैचों में दो अर्धशतक शामिल हैं। अंतिम चार में केवल 59 रन बने हैं। उनका स्ट्राइक रेट 117.48 रहा है। हालांकि, कोहली की वापसी शानदार दिखती है जब आप इस साल यूएई लेग में ओएन मोर्गन को देखते हैं। छह पारियों में केवल 32 रन, केकेआर के आख़िरी लीग मैच में वह पहली बार दहाई के आंकड़े तक पहुंचे, जब वह 13 रन पर नाबाद थे। उनका स्ट्राइक रेट भी 82.05 का रहा है।
इसके बावजूद वे इतनी दूर आ गए हैं कि दोनों टीमों ने टूर्नामेंट में लंबा जाने के लिए काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उनमें से एक की यात्रा सोमवार को हार के साथ समाप्त हो जाएगी।
ख़बरों में
इस मैच के आगे सबसे बड़ा सवाल आंद्रे रसल की फ़िटनेस का है। दो दिन पहले तक केकेआर के मुख्य मेंटॉर डेविड हसी ने कहा था कि रसेल प्लेऑफ़ के लिए फ़िट होने के लिए "कड़ी मेहनत" करेंगे, जबकि मॉर्गन ने रसल के चोटों से जल्दी ठीक होने की क्षमता की तारीफ़ की।
पिछली बार जब ये दोनों टीम आमने सामने हुईं थी, तब रसल ने एबी डीविलियर्स को पहली गेंद पर यॉर्कर डालते हुए क्लीन बोल्ड कर दिया था और उनकी शानदार छक्का मारने की क्षमता केकेआर के ख़िलाफ़ अलग ही स्तर पर रही है, लेकिन क्या रसल फ़िट होंगे? यह हम टॉस के समय ही जान पाएंगे। शाकिब अल हसन इलेवन में एक अच्छा विकल्प साबित हुए हैं, लेकिन सच यही है कि रसल की जगह कोई नहीं ले सकता है।
आरसीबी को चोट की कोई चिंता नहीं है और टेबल टॉपर दिल्ली कैपिटल्स के ख़िलाफ़ आख़िरी लीग मैच जीतने के बाद शायद अपने इलेवन को बदलना नहीं चाहेंगे। जॉर्ज गार्टन अब तक कुछ ख़ास नहीं कर पाए हैं और ऐसे में उनका मन में दुष्मंता चमीरा या काइल जेमीसन को खिलाने का हो सकता है, लेकिन गार्टन की गति में बदलाव शारजाह की पिच पर किफ़ायती साबित हो सकती है।
संभावित XI
कोलकाता नाइट राइडर्स: 1 शुभमन गिल, 2 वेंकटेश अय्यर, 3 नितीश राणा, 4 राहुल त्रिपाठी, 5 दिनेश कार्तिक (wk), 6 ओएन मोर्गन (कप्तान), 7 आंद्रे रसल/शाकिब अल हसन, 8 सुनील नारायण, 9 लॉकी फ़र्ग्युसन, 10 वरुण चक्रवर्ती, 11 शिवम मावी
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु: 1 विराट कोहली (कप्तान), 2 देवदत्त पड़िक्कल, 3 केएस भरत (wk), 4 ग्लेन मैक्सवेल, 5 एबी डीविलियर्स, 6 डेनियल क्रिस्टियन, 7 शाहबाज़ अहमद, 8 जॉर्ज गार्टन, 9 हर्षल पटेल, 10 मोहम्मद सिराज, 11 युज़वेंद्र चहल
रणनीति
विराट कोहली के सामने स्पिन लगाओ। आईपीएल 2021 के यूएई चरण में, कोहली ने स्पिन की 47 गेंदों का सामना किया है, और जब वह आउट नहीं हुए हैं, तो उन्होंने उनसे केवल 42 रन बनाए हैं। वरुण चक्रवर्ती, सुनील नारायण और शाकिब के होने की वजह से केकेआर पावरप्ले और बीच के ओवरों में कोहली को रन बनाने से रोक सकते हैं। और स्पिन गेंदबाज़ से शुरुआत भी दूसरे दृष्टिकोण से भी एक चतुर चाल हो सकती है। ग्लेन मैक्सवेल ने इस आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया है, ख़ासकर बीच के ओवरों में स्पिन के ख़िलाफ़। यूएई लेग में उन्होंने स्पिन की 63 गेंदों का सामना करते हुए 101 रन बनाए और सिर्फ़ एक बार आउट हुए। इसकी तुलना में तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ उन्होंने 74 में से 80 रन बनाए, हालांकि बिना आउट हुए। ऐसा नहीं है कि मैक्सवेल ने गति के ख़िलाफ़ संघर्ष किया है। डेथ ओवरों में उन्होंने तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ 43 गेंद में 87 रन बनाए हैं। और अगर कोहली के ख़िलाफ़ केकेआर स्पिन के ख़िलाफ़ शुरुआत करते हैं तो जब तक मैक्सवेल आएंगे तब तक स्पिनरों के ओवर ख़त्म होने की कगार पर होंगे।सौरभ सोमानी ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।