मांजरेकर : दूसरे टेस्ट में शार्दुल ठाकुर की जगह कुलदीप यादव को मौक़ा दिया जाना चाहिए
मांजरेकर ने कहा कि भारत के पास अब पहले जैसा मज़बूत तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण नहीं है
नवनीत झा
26-Jun-2025 • 4 hrs ago
इंग्लैंड दौरे पर हेडिंग्ली में हार से शुरुआत करने वाली भारतीय टीम को लेकर पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने कहा कि शार्दुल ठाकुर भारतीय टीम की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए और एक मज़बूत तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण की अनुपस्थिति में भारत को ठाकुर की जगह कुलदीप यादव को मौक़ा देना चाहिए।
ठाकुर ने दोनों पारियों में कुल 16 ओवर की गेंदबाज़ी की जिसमें 89 (32 और 51) रन देते हुए उन्होंने दो विकेट हासिल किए। पहली पारी में छह ओवर की गेंदबाज़ी करते हुए उन्होंने 38 रन ख़र्च किए लेकिन उन्हें एक भी विकेट हासिल नहीं हो पाया। जबकि बल्लेबाज़ी में दोनों ही पारियों में वह दहाई अंक (1 और 4 रन) नहीं छू पाए।
मांजरेकर ने ESPNcricinfo के मैच डे हिंदी शो पर कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि शार्दुल ठाकुर को भारत बाहर रखेगी। उन्होंने दो विकेट ज़रूर लिए लेकिन जिस तरह से लिए वह संतोषजनक नहीं था। उम्मीद के साथ उन्हें लिया गया था, उनका प्रथम श्रेणी प्रदर्शन काफ़ी अच्छा था और बतौर गेंदबाज़ी ऑलराउंडर उनका ट्रैक रिकॉर्ड काफ़ी प्रभावशाली था। भारतीय टीम सीरीज़ की शुरुआत से पहले बल्लेबाज़ी के लिए चिंतित थी इसलिए उन्हें टीम में शामिल किया गया था। भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी अच्छी लगी है तो मैं समझता हूं कि शार्दुल ठाकुर दूसरे टेस्ट में बाहर बैठेंगे।"
हेडिंग्ली टेस्ट के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर ने यह स्पष्ट कर दिया था कि जसप्रीत बुमराह इस दौरे पर केवल तीन टेस्ट ही खेलेंगे। मांजरेकर ने कहा कि चूंकि भारत के पास पहले जैसा एक मज़बूत तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण नहीं है इसलिए कुलदीप को दूसरे टेस्ट में मौक़ा दिया जाना चाहिए।
मांजरेकर ने कहा, "मुझे लगता है कि कुलदीप यादव टीम में होंगे। वो दिन चले गए जब भारत के पास एक मज़बूत तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण हुआ करता था, जिसमें मोहम्मद सिराज अच्छी लय में हुआ करते थे, भारत के पास मोहम्मद शमी थे। उमेश यादव चौथे तेज़ गेंदबाज़ थे और शार्दुल ठाकुर पांचवें तेज़ गेंदबाज़ी विकल्प थे।"
पहले टेस्ट में बल्लेबाज़ी में भारत निचले क्रम से ख़ासा परेशान दिखा। पहली पारी में भारत ने अंतिम छह विकेट महज़ 41 रनों के भीतर गंवा दिए। भारत 430 पर शुभमन गिल के रूप में चौथा विकेट गंवाने के बाद कुल 471 रन ही बना पाया जबकि भारत एक समय आसानी से 500 के पार जाता दिख रहा था। वहीं दूसरी पारी में भी 333 के स्कोर पर के एल राहुल के रूप में पांचवां विकेट गंवाने के बाद भारत केवल 31 रन ही जोड़ पाया। जिसके परिणामस्वरूप भारत अपने टेस्ट इतिहास में दूसरी बार 350 से अधिक के स्कोर का बचाव नहीं कर पाया।
हालांकि मांजरेकर इसे भारत की हार का प्रमुख कारण नहीं मानते। उन्होंने कहा कि भले ही भारत ने अंत में विकेट जल्दी गंवाए लेकिन दोनों ही पारियों में भारत ने बड़े स्कोर बनाए थे।
मांजरेकर ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि इसे इस तरह देखा जाना चाहिए। क्योंकि यह दिखने में लगता है कि अंत में रन नहीं बने लेकिन दोनों ही पारियों में भारत ने बड़े स्कोर बनाए। ख़ासकर एक युवा बल्लेबाज़ी लाइन अप के साथ किसी ने भी नहीं सोचा था कि भारत इतने बड़े स्कोर बनाएगा। पहले होता था कि कॉलैप्स बल्लेबाज़ी में ऊपर होता था और अंत में टेल अच्छा खेलती थी और रन बनते थे। और अंत में 371 का लक्ष्य इंग्लैंड जैसी टीम के लिए भी एक बड़ा लक्ष्य था।"
नवनीत झा ESPNcricinfo हिंदी में कंसल्टेंट सब एडिटर हैं।