न्यूज़ीलैंड के कोच
गैरी स्टीड ने भविष्य के क्रिकेट शेड्यूल को व्यस्त, कठिन और चुनौतीपूर्ण कहा है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके पास विकल्प भी नहीं हैं।
14 नवंबर की रात विश्व कप फ़ाइनल खेलने के तुरंत बाद कीवी टीम को भारत आकर 17 नवंबर से तीन टी20 और दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलनी है। वे टेस्ट खिलाड़ी जो न्यूज़ीलैंड की विश्व कप दल का हिस्सा नहीं है, वे पहले ही भारत पहुंच चुके हैं। न्यूज़ीलैंड के कोचिंग स्टाफ़ को भी दिन में टेस्ट और शाम में टी20 खिलाड़ियों को समय देना होगा।
स्टीड ने कहा, "यह पहली बार हो रहा है, जब हम एक टूर्नामेंट से दूसरे सीरीज़ में इतनी ज़ल्दी प्रवेश कर रहे हैं। यह निश्चित रूप से एक व्यस्त, कठिन और चुनौतीपूर्ण शेड्यूल से गुज़र रहे हैं। हमारे 9-10 खिलाड़ी पहले ही भारत पहुंच चुके हैं और दौरे की तैयारी कर रहे हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि हम वहां अच्छा प्रदर्शन करेंगे।"
न्यूज़ीलैंड टीम के 10 खिलाड़ी आईपीएल का भी हिस्सा थे। इसके अलावा जेम्स नीशम और ग्लेन फ़िलिप्स 'हंड्रेड' टूर्नामेंट का हिस्सा था। वहीं मार्टिन गप्टिल, मार्क चैपमैन और ईश सोढ़ी भी लंबे समय से न्यूज़ीलैंड टीम के बायो बबल का हिस्सा हैं।
टी20 विश्व कप के दौरान भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी भारतीय क्रिकेट टीम के व्यस्त कार्यक्रम और थकाऊ बायो बबल जिंदगी की चर्चा छेड़ी थी और कहा था कि कोरोना कद कारण क्रिकेट का जो नुक़सान हुआ है, उसे छह महीने के भीतर नहीं पूरा किया जा सकता। कोहली ने टी20 सीरीज़ और पहले टेस्ट के लिए आराम मांगा है।
वहीं न्यूज़ीलैंड भी कोहनी की चोट से जूझ रहे अपने कप्तान केन विलियमसन का कार्यभार संतुलित करना चाहता है। यह चोट विश्व कप से पहले अभ्यास मैचों के दौरान ही उभरा था लेकिन विलियमसन इस चोट के साथ ही विश्व कप में खेल रहे थे।
हालांकि टीम में लॉकी फ़र्ग्यूसन की वापसी हो सकती है, जो चोट के कारण विश्व कप से बाहर हो गए थे। अब उन्होंने नेट में अभ्यास करना शुरू कर दिया है। स्टीड ने उनके चयन के लिए उपलब्ध रहने की उम्मीद जताई। उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ट सीरीज़ ही उनकी प्राथमिकता होगी और हो सकता है कि टेस्ट मैचों में तरोताज़ा रहने के लिए उनके कुछ प्रमुख खिलाड़ी टी20 मैचों में ना खेलें।
देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर दया सागर ने किया है