साउथ अफ़्रीका और भारत के बीच 26 दिसंबर से शुरू हो रही सीरीज़ में प्रशंसकों को जिस बात का डर था वह आख़िरकार सच हो ही गया। दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड ने आपसी सहमति से इस सीरीज़ को बंद दरवाज़े के पीछे यानि समर्थकों की ग़ैरमौजूदगी में खेलने का निर्णय लिया है। यह फ़ैसला खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। फ़िलहाल मेज़बान देश साउथ अफ़्रीका में खेल के मैदानों पर केवल 2000 समर्थकों को हाज़िर रहने की मंज़ूरी है।
इस पूरी सीरीज़ के दौरान व्यवसायिक भागीदारों के साथ अपने दायित्वों को पूरा करने हेतु क्रिकेट साउथ अफ़्रीका (सीएसए) हॉस्पिटैलिटी बॉक्स खुले रखेगी। हालांकि इसमें मौजूदा प्रतिबंधों का ध्यान रखा जाएगा जिसके चलते केवल 50 प्रतिशत लोग ही यहां बैठ पाएंगे।
सीएसए ने एक बयान जारी करते हुए कहा, "बड़े अफसोस के साथ, सीएसए क्रिकेट के सबसे उत्साही प्रशंसकों के साथ-साथ सभी खेल प्रेमियों को सूचित करना चाहता है कि देश भर में कोरोना की चौथी लहर और दुनिया भर में बढ़ते मामलों के कारण, दोनों क्रिकेट बोर्डों ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आगामी सीरीज़ के टिकट उपलब्ध नहीं कराने का एक संयुक्त निर्णय लिया है।"
इसकी बजाय सीएसए जनता के लिए मैच देखने और उसका आनंद लेने की अन्य सुविधाएं तलाश रहा है। बयान में आगे कहा गया, "क्रिकेट की पहुंच को बढ़ाने के लिए सीएसए सार्वजनिक रूप से मैच देखने के अलग-अलग विकल्पों की खोज कर रहा है। इसमें यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रशंसक निश्चित स्थानों पर सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अन्य समर्थकों के साथ मैच का लुत्फ़ उठा सकें। बोर्ड मंज़ूरी मिलते ही इन विकल्पों की घोषणा करेगा।"
यह लगातार दूसरा साल होगा जब साउथ अफ़्रीका में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के दौरान फ़ैंस को मैदान पर आने की अनुमति नहीं होगी। पिछले साल श्रीलंका के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ सीमित ओवरों के मैचों की सीरीज़ बंद दरवाज़े के पीछे खेली गई थी। आख़िरकार नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ पिछले महीने की सीरीज़ के दौरान मैदान पर दर्शकों की वापसी हुई थी लेकिन एक मैच के बाद उस सीरीज़ को स्थगित करना पड़ा था।
साउथ अफ़्रीका इस समय महामारी की चौथी लहर से गुज़र रहा है। इसके पीछे का मुख्य कारण है नया ओमिक्रॉन वेरियंट जिसके चलते एक हफ़्ते में प्रतिदिन 20 हज़ार लोग संक्रमित पाए जा रहे थे। फ़िलहाल तो यह आंकड़ा गिरकर 17 हज़ार पर आ गया है, ज़्यादातर मामले गॉटेंग प्रांत में हैं जहां भारत के ख़िलाफ़ मेज़बान टीम को दो टेस्ट मैच खेलने हैं।
फ़िरदौस मूंडा ESPNcricinfo की साउथ अफ़्रीकी संवाददाता हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।