रोहित : भारत काफ़ी समय से नंबर 4 के बल्लेबाज़ को लेकर जूझ रहा है
भारत के कप्तान विश्व कप से पहले श्रेयस अय्यर और के एल राहुल के वापसी को लेकर काफ़ी उत्साहित हैं
भारत के नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने माना है कि विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ भारत के पहले मुक़ाबले से लगभग दो महीने पूर्व, इस उलझन का अभी तक कोई हल नहीं निकला है। उनके अनुसार युवराज सिंह के बाद "किसी ने भी इस स्थान को अपना नहीं बनाया है" और यही सबसे बड़ी दिक़्क़त रही है।
स्पेन के 'ला लिगा' सीज़न से पूर्व एक प्रोमोशनल इवेंट में रोहित ने कहा, "देखिए, नंबर 4 का विषय भारत को काफ़ी समय से सताता आ रहा है। काफ़ी समय तक श्रेयस [अय्यर] हमारे लिए वहां खेलते रहें हैं और उनके आंकड़े बताते हैं उन्होंने अच्छा भी किया है।
"कितने खिलाड़ी आए और कितने गए। इंजरी भी होती रही या किसी का फ़ॉर्म ख़राब गया। श्रेयस और के एल [राहुल] चार महीने तक बिना कोई क्रिकेट खेले वापसी करने की कोशिश कर रहे हैं। दोनों को सर्जरी से भी गुज़रना पड़ा है। ऐसा मेरे साथ भी हुआ है और मुझे पता है वापसी करना कितना कठिन होता है। हमें देखना पड़ेगा वह कहां तक फ़िट होते हैं और क्या कर सकते हैं।"
श्रेयस ने वनडे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 38 में से 20 परियों में नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी की है और वहां उन्होंने 47.35 के औसत से 805 रन बटोरे हैं, जिनमें दो शतक और पांच पचासे शामिल हैं। हालांकि पीठ के चोट के चलते वह मार्च के बाद कोई क्रिकेट खेल नहीं पाएं हैं और उन्हें इस साल आईपीएल भी मिस करना पड़ा था। हालांकि ऐसा माना गया है कि वह रिहैब के आख़िरी पड़ाव पर हैं और पिछले महीने से नेट्स में बल्लेबाज़ी भी करने लगे हैं।
2019 विश्व कप के बाद भारत ने वनडे क्रिकेट में 11 खिलाड़ियों को नंबर 4 पर खिलाया है। हालांकि केवल श्रेयस और ऋषभ पंत ने 10 या उससे अधिक पारियों में चौथे स्थान पर बल्लेबाज़ी की है। पंत भी चोट से उबर रहे हैं और ऐसे में सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन भी इस स्थान को अपना बनाने में विफल रहे हैं।
सूर्यकुमार ने हाल ही में माना भी कि वनडे क्रिकेट में उनका फ़ॉर्म "वास्तव में बहुत ख़राब" रहा है। उन्होंने इस बात को स्वीकार करते हुए 50-ओवर क्रिकेट में सफल होने के उपाय पर परिश्रम करने की बात कही है। रोहित ने सूर्यकुमार पर कहा, "वह काफ़ी मेहनत कर रहे हैं और वनडे क्रिकेट में सफल रहे कई बल्लेबाज़ों से मानसिकता और अप्रोच की बात कर रहे हैं। उनके जैसे बल्लेबाज़ को कुछ अतिरिक्त गेम देने पड़ते है ताकि वह अपने विश्वास को खोज लें। आईपीएल में आपने देखा कि उन्होंने पहले चार-पांच मैच में कुछ ख़ास नहीं किया। लेकिन उसके बाद देखिए।
"ऐसे खिलाड़ी के साथ आप यही कह सकते हैं, 'देखिए, आप दो-चार मैच में असफल हुए तो भी ठीक है। जब आप चलेंगे तो मैच का रुख़ पलट देंगे।' तीसरे टी20 में उन्होंने ऐसा ही किया। सलामी बल्लेबाज़ जल्दी आउट हुए लेकिन वह अपने अंदाज़ में खेलते रहे। हालांकि वह फ़ॉर्मैट अलग है। हमें देखना होगा यह [सूर्यकुमार को वनडे में नंबर चार पर खिलाना] हम कब तक कर सकेंगे।"
भारत अपने एशिया कप का अभियान 2 सितंबर को पाकिस्तान के विरुद्ध शुरू करेगा और इस पर रोहित ने कहा, "हम जीतना ज़रूर चाहते हैं लेकिन हमें कुछ बड़े सवालों का जवाब भी ढूंढना है। एशिया कप में मैं यह देखना चाहूंगा कि हमारे बल्लेबाज़ कुछ बढ़िया गेंदबाज़ों के दबाव को कैसे झेलते हैं। हम देखेंगे आगे क्या होता है। लेकिन इतना तो तय है कि एक या दो बड़े नामों के जगह और खिलाड़ी हैं तो टीम के लिए बेहतर है। सबसे ज़रूरी बात है कि सब सही समय पर फ़िट हो जाएं।"