अडाणी ग्रुप ने इस लीग में कदम अपनी सह कंपनी स्पोर्ट्सलाइन के नाम से रखा है, जिससे वह टूर्नामेंट के पांचवें फ़्रैंचाइज़ी मालिक बन गए हैं। अन्य चार फ़र्में जो पहले ही फ़्रैंचाइज़ी अधिकार ले चुकी हैं, उनमें कैपरी ग्लोबल, भारत में स्थित एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी लांसर कैपिटल, मैनचेस्टर यूनाइटेड फ़ुटबॉल क्लब के मालिक, रिलायंस स्ट्रेटेजिक बिजनेस वेंचर्स लिमिटेड शामिल हैं।
अडाणी एंटरप्राइजेज के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रणव अडाणी ने कहा, "हम यूएई टी20 लीग का हिस्सा बनकर उत्साहित हैं। यूएई एक ऐसी जगह है जो क्रिकेट प्रेमियों की पसंदीदा है। यह एक ऐसी जगह है जो दुनिया में क्रिकेट का प्रसार करने में मदद करती है।"
अडाणी ग्रुप ने पिछले साल 5100 करोड़ की बोली लगाकर आईपीएल में अहमदाबाद और लखनऊ फ़्रैंचाइज़ी को खरीदने के लिए हाथ खड़े किए थे, लेकिन अंत में यह
आरपी संजीव गोएंका ग्रुप और सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स के नाम हो गई थी।
अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के महासचिव मुबाशिर उस्मानी ने कहा, "हम एशिया के प्रमुख कॉरपोरेट्स में से एक को अपनी फ़्रैंचाइज़ी टीम के मालिक के रूप में पाकर बेहद खुश हैं।"
छह टीमों की इस लीग में 34 मैच होंगे, जो फ़रवरी-मार्च में खेले जाएंगे। हालांकि ईसीबी को अभी भी उम्मीद है कि इस टूर्नामेंट का पहला सीज़न 2022 में ही खेला जाएगा।
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को पता चला है कि यह टूर्नामेंट जून में आईपीएल के ख़त्म होने के बाद हो सकता है।