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ख़राब फ़ॉर्म चिंता का विषय - मॉर्गन

जब कार्तिक रनों के लिए संघर्ष कर रहे थे तब मॉर्गन टीम की कप्तानी नहीं करना चाहते थे और अब वह ख़ुद रनों के लिए जूझ रहे हैं

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टीम का विदेशी कप्तान होना एक आसान काम नहीं है। जिस क्षण आप संघर्ष करना शुरू करते हैं, बहस शुरू हो जाती है कि क्या एक विदेशी कप्तान होना उचित है क्योंकि आप चार प्रमुख पदों में से एक पर क़ब्ज़ा कर रहे हैं। अगर आप उन सात भारतीय स्थानों में से एक को लेकर संघर्ष करते है तो शायद चल भी जाएगा लेकिन उन चार विदेशी खिलाड़ियों से अहम योगदान आना बेहद ज़रूरी है।
इसके अलावा अगर आपको आईपीएल में कप्तानी के लिए चुना जाता है तो संभावना है कि आप पहले से ही अपनी राष्ट्रीय टीम की कप्तानी कर रहे हैं और शायद किसी अन्य लीग टीम की भी। हर कोई नहीं चाहता कि उन पर एक और टीम के नतृत्व करने का अतिरिक्त दबाव हो और वह भी विश्व की सबसे कठिन टी20 प्रतियोगिता में।
दिनेश कार्तिक ने 22 यार्न्स नामक कार्यक्रम में बताया था कि पिछले साल जब वह रनों के लिए संघर्ष कर रहे थे और टीम में एक स्थान ज़ाया नहीं करना चाहते थे तब ओएन मॉर्गन नाइट राइडर्स की कप्तानी संभालने को लेकर दोहरे मन में थे। देखने लायक़ बात यह है कि अब मॉर्गन ख़ुद रनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस साल उन्होंने 11 पारियां खेली और केवल दो बार वह 10 रनों का आंकड़ा पार कर पाए हैं। यह उनकी ख़ुशनसीबी है कि केकेआर अब भी टूर्नामेंट में जीवित है।
प्लेऑफ़ की दौड़ में आगे होने के बावजूद सबका ध्यान मॉर्गन के फ़ॉर्म पर है। मॉर्गन ने स्वीकार किया कि यह उनके लिए चिंता का विषय है। हालांकि उनका अनुभव बताता है कि वह बड़े स्कोर से ज़्यादा दूर नहीं है। उन्होंने कहा, "टूर्नामेंट के इस चरण में मेरे पास रनों की कमी है। मैं बहुत भाग्यशाली हूं जो पहले भी ऐसी स्थिति से गुज़र चुका हूं। मुझे लगता है कि आप बड़ा स्कोर खड़ा करने में जितना ज़्यादा समय लेते हैं, बड़ा योगदान देने के उतने ही क़रीब होते है।"
भारतीय परिस्थितियों के लिए बनाई गई टीम के साथ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेलने से भी उन्हें मदद नहीं मिली है। मॉर्गन की इंग्लैंड की टीम सीमित ओवरों के क्रिकेट में जिस तरह का क्रिकेट खेलती है, इन पिचों पर उस तरह का खेल खेलना मुश्किल है। साथ ही परिस्थितियां बदलती रहती हैं : दुबई में दो रात पहले नाइट राइडर्स का पिछला मैच तेज़ पिच पर खेला गया था जहां 165 के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया गया और रविवार को पिच धीमी थी और 116 रन बनाने में टीम को दिक़्क़त हुई। हालांकि मॉर्गन ने कहा कि आपको पिचों के साथ तालमेल बिठाना होगा और अच्छा क्रिकेट खेलना होगा।
केकेआर को अपने प्रमुख खिलाड़ियों की चोटों से भी जूझना पड़ा है। आंद्रे रसल और लॉकी फ़र्ग्युसन अब भी चोटिल हैं। मॉर्गन ने कहा कि फ़र्ग्युसन ने मैदान पर हल्का अभ्यास शुरू कर दिया है जो एक सकारात्मक संकेत है। रसल होटल में रहकर अपनी चोट से उबर रहे हैं।

सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।