2021 सत्र में राजस्थान के लिए संजू सैमसन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था • BCCI
पिछला सीज़न कैसा गया
पिछले सीज़न में राजस्थान रॉयल्स लगातार तीसरी बार प्ले ऑफ़ में जगह बनाने से चूक गई थी, लीग में खेले गए कुल 14 मैचों में से राजस्थान रॉयल्स को सिर्फ़ पांच मैचों में ही जीत हासिल हुई थी, पिछली बाहर अंक तालिका में राजस्थान की टीम सातवें पायदान पर रही थी।
संभावित एकादश
यशस्वी जायसवाल, जॉस बटलर, देवदत्त पड़िक्कल, संजू सैमसन(कप्तान), शिमरन हेटमायर, रियान पराग, जेम्स नीशम/नैथन कूल्टर नाइल, आर अश्विन, युज़वेंद्र चहल, ट्रेंट बोल्ट, प्रसिद्ध कृष्णा
बल्लेबाज़ी
शीर्ष क्रम में राजस्थान की टीम युवा जोश और अनुभव के मिश्रण के साथ मैदान में उतर सकती है। बल्लेबाज़ी की शुरुआत दायें और बायें संयोजन को दिए जाने की संभावना प्रबल है। यशस्वी जयसवाल और जॉस बटलर राजस्थान के लिए पारी की शुरुआत कर सकते हैं। फ़्रेंचाइज़ी ने बड़ी नीलामी से पहले इन दोनों ही खिलाड़ियों को रिटेन भी किया था। बटलर और यशस्वी द्वारा पारी की शुरुआत करने का मतलब होगा कि इस सीज़न टीम के साथ जुड़े देवदत्त पड़िक्कल को तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा जा सकता है। देवदत्त ने आरसीबी के लिए ओपनिंग करते हुए पिछले दो सीज़न में अपनी बल्ले से शानदार प्रदर्शन दिखाया था। देवदत्त आईपीएल में खुद को बतौर सलामी बल्लेबाज़ स्थापित कर चुके हैं, लेकिन दायें और बायें संयोजन के चलते उन्हें तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने की ज़िम्मेदारी दी जा सकती है।
इसके बाद टीम के कप्तान संजू सैमसन और शिमरन हेटमायर बल्लेबाज़ी करेंगे। इस लिहाज़ से राजस्थान रॉयल्स का शीर्ष क्रम काफ़ी संतुलित नज़र आ रहा है। वहीं मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी को गहराई प्रदान करने के लिए रियान पराग और जेम्स नीशम जैसे बल्लेबाज़ भी हैं।
पिछले कुछ सीज़न में राजस्थान की बल्लेबाज़ी में निरंतरता की कमी साफ़ तौर पर झलकी है। यही वजह रही है कि टीम को अपनी बल्लेबाज़ी में लगातार बदलाव करने पड़े हैं। हालांकि राजस्थान की ओर से कई शानदार व्यक्तिगत प्रदर्शन भी देखने को मिले हैं, लेकिन टीम अधिकतर मौक़े पर एक बैटिंग यूनिट के तौर पर फ़ायर करने में असफल रही है। इस सीज़न राजस्थान रॉयल्स का शीर्ष क्रम अगर चल पड़ता है तो निश्चित तौर पर यह एक देखने लायक टीम रहेगी।
रियान के ऊपर इस सीज़न में काफी दबाव भी होगा। पिछले दो सीज़न में रियान ने संतोषजनक प्रदर्शन नहीं दिखाया है, लेकिन इसके बावजूद बड़ी नीलामी में राजस्थान की टीम ने रियान पर भरोसा जताया है। हालांकि फ़ीनिशर का रोल अदा करने के लिए राजस्थान के पास साउथ्ज्ञ अफ़्रीकी खिलाड़ी रासी वान दर दुसें भी एक विकल्प के तौर पर मौजूद हैं।
गेंदबाज़ी
राजस्थान के पास एक अच्छा गेंदबाज़ी आक्रमण मौजूद है। तेज़ गेंदबाज़ों में राजस्थान के पास प्रसिद्ध कृष्णा और ट्रेंट बोल्ट मौजूद हैं। प्रसिद्ध को इस नीलामी में राजस्थान की टीम ने दस करोड़ रुपए में खरीदा है। ऐसे में पावरप्ले में विपक्षी बल्लेबाज़ों को नियंत्रण में रखने का पूरा दारोमदार प्रसिद्ध और ट्रेंट के कंधों पर होगा।
हालांकि डेथ ओवर्स में गेंदबाज़ी राजस्थान के लिए चिंता का सबब बन सकती है। रॉयल्स के पास नीशम की जगह नेथन कुल्टर-नाइल को प्लेइंग इलेवन में जगह देने का भी विकल्प मौजूद है, ताकि डेथ ओवरों गेंदबाज़ी को मज़बूती प्रदान की जा सके, लेकिन इससे राजस्थान की बल्लेबाज़ी प्रभावित हो जाएगी क्योंकि नीशम सातवें नंबर राजस्थान के लिए बतौर ऑलराउंडर सबसे बेहतर विकल्प हैं। ऐसे में राजस्थान के लिए नीशम को बेंच पर बैठाना आसान नहीं होगा। इस दुविधा से निपटने के लिए राजस्थान के पास लसिथ मलिंगा गेंदबाज़ी कोच के तौर पर उपलब्ध हैं, जो कि टी20 में खुद भी एक उम्दा डेथ ओवरों के गेंदबाज़ रह चुके हैं।
इन युवा खिलाड़ियों पर रहेंगी सबकी नज़रें
राजस्थान रॉयल्स की टीम के साथ खेल रहे युवा खिलाड़ी यशस्वी के ऊपर इस साल भी सभी की नज़रें टिकी रहेंगी। यशस्वी राजस्थान के उन तीन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें इस सीज़न फ़्रेंचाइज़ी ने रिटेन किया था। अंडर-19 में यशस्वी के शानदार प्रदर्शन से प्रभावित होकर राजस्थान ने 2020 में उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था। हालांकि खुद यशस्वी पिछले दो सीज़न में अपने बल्ले से राजस्थान के लिए कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। यशस्वी को उनके पहले ही सीज़न में राजस्थान ने पारी की शुरुआत करने का मौक़ा दिया, लेकिन यशस्वी टीम के लिए एक नियमित प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी साबित नहीं हो पाए। यशस्वी ने दो सीज़न में खेले कुल 13 मुकाबलों में 289 रन बनाए हैं। पिछले आईपीएल के दूसरे फेज़ में यशस्वी ने कुछ पारियों में बखूबी कैमियो का रोल अदा किया था। जिस वजह से फ़्रेंचाइज़ी ने इस बार भी यशस्वी पर भरोसा दिखाया। अब टीम मैनेजमेंट के भरोसे को सही साबित करने का पूरा दारोमदार यशस्वी पर ही है।
कोचिंग स्टाफ़
कुमार संगाकारा (प्रमुख कोच), लसिथ मलिंगा (गेंदबाज़ी कोच), स्टेफन जॉन्स (उम्दा प्रदर्शन गेंदबाज़ी कोच), जबकि दिशांत याग्निक (क्षेत्ररक्षण कोच), ट्रेवन पेनी (सहायक कोच), पैडी अप्टन और ज़ुबिन भरूचा (कोचिंग स्टाफ़ का हिस्सा)।