मार्क बाउचर : हम कुछ खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर निर्णय लेंगे
हालांकि मुंबई इंडियंस के प्रमुख कोच टीम की बल्लेबाज़ी से संतुष्ट हैं
शशांक किशोर
27-May-2023
किसी भी पिच पर 234 रनों का पीछा करना आसान नहीं रहता है। शुक्रवार को एक नॉकआउट मैच में मुंबई इंडियंस को अपने बल्लेबाज़ी क्रम से छेड़छाड़ करने पर मजबूर होना पड़ गया। मध्य क्रम बल्लेबाज़ नेहाल वढेरा से उन्हें ओपनिंग करवानी पड़ी और इशान किशन की जगह पर विष्णु विनोद को कनकशन सब्सटीट्यूट के तौर पर शामिल करना पड़ा। वहीं कैमरन ग्रीन को भी कोहनी में चोट लगने के बाद मैदान छोड़कर जाना पड़ा।
मार्क बाउचर भी मानते हैं कि चेज़ के शुरुआती चरण में ही इन घटनाक्रमों ने उनकी टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं और वह इससे उबर नहीं पाए। मुंबई के कोच तौर पर अपना पहला सीज़न समाप्त करने वाले बाउचर इस समय किसी भी तरह की जल्दबाज़ी में नहीं हैं और दूसरे क्वालिफ़ायर में मिली गुजरात के हाथों हार को भुलाने के बाद ही कोई निर्णय लेने के बारे में विचार कर रहे हैं।
मुंबई के खेमे में खिलाड़ियों की चोट के संदर्भ में उनके भविष्य को लेकर निर्णय, आगे का रोडमैप तैयार करने की एक कड़ी है। आईपीएल के किसी सीज़न में सबसे अधिक छह पारियों में 200 से अधिक रन लुटाने का रिकॉर्ड भी अब मुंबई के नाम है।
बाउचर ने कहा, "अगर आप गेंदबाज़ी में अपने दो प्रमुख हथियारों को खो देते हैं तब आपके लाइन अप में खामी होना स्वाभाविक है। हमने इससे उबरने के यथासंभव प्रयास किए, उम्मीद है वे जल्द ही अपनी चोटों से उबर जाएंगे। अगर ऐसा नहीं होता है, तब हमें अन्य विकल्प तलाशने होंगे। हालांकि अभी इस मामले में किसी भी तरह की जल्दबाज़ी करना सही नहीं होगा। एक बार चोट के संदर्भ में उनके भविष्य पर राय क़ायम करने के बाद ही हम कोई निर्णय लेंगे।"
हालांकि गेंदबाज़ी के विपरीत बल्लेबाज़ी और ख़ासकर रोहित शर्मा के फ़ॉर्म को लेकर बाउचर की राय अलग है।
उन्होंने कहा, "रोहित एक क्वालिटी प्लेयर हैं और उन्होंने टीम का नेतृत्व उसी दिशा में किया जहां हम चाहते थे। इस सीज़न हमने बहुत अच्छी बल्लेबाज़ी की। बल्लेबाज़ी में मुझे लगता है नेहाल और तिलक (वर्मा) हमारी सबसे बड़ी ख़ोज रहे हैं। इस सीज़न इन दोनों ने ही प्रभावशाली पारियां खेली। काग़ज़ और प्रदर्शन दोनों में ही हमारी बल्लेबाज़ी मज़बूत प्रतीत हुई। इन्होंने टीम में अपनी भूमिकाओं को बहुत अच्छे से समझा है, इसलिए मैं बल्लेबाज़ी को लेकर काफ़ी संतुष्ट हूं।"
गेंदबाज़ी में समस्या पर बात करते हुए बाउचर ने कहा, "मुझे लगता है कि गेंदबाज़ी को एक अलग नज़रिए से देखने की ज़रूरत है। हां, ऐसे कुछ मैच ज़रूर थे जहां हम और बेहतर गेंदबाज़ी कर सकते थे लेकिन हमारे बीच सार्थक चर्चाएं हुईं और टूर्नामेंट के बढ़ने के साथ-साथ हमने सुधार भी किया। अगर आप यह कहते हैं कि हमने 200 से अधिक रन लुटाए, तो हमने उतने चेज़ भी किए। वानखेड़े की पिच वैसे भी बल्लेबाज़ों को रास आती है। इसलिए इसे हमें दूसरे संदर्भ में देखने की ज़रूरत है।"
सीज़न में मुंबई के अभियान के साथ-साथ टीम के साथ अपने व्यक्तिगत सफ़र को लेकर बाउचर ने कहा, "अनुभव काफ़ी अच्छा रहा। ड्रेसिंग रूम में माहौल काफ़ी बढ़िया रहता था, सपोर्ट स्टाफ़ का भी बखूबी सहयोग मिला। काफ़ी अनुभव प्राप्त हुए, यह एक मुश्किल टूर्नामेंट है। एक क्रिकेट मैच को जीतने में काफ़ी मेहनत लगती है और आपको कई अच्छी टीमों का सामना करना पड़ता है। ज़ाहिर तौर पर आज की शाम हमारे लिए अच्छी नहीं रही लेकिन जिस तरह से हम इस पूरे टूर्नामेंट खेले, उससे मैं संतुष्ट हूं।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं।