आईपीएल 2025 में अब तक लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान
ऋषभ पंत के प्रदर्शन को लेकर काफ़ी चर्चाएं हो रही हैं। शुरुआती चार मैचों में पंत के बल्ले से महज़ 19 रन निकले हैं, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 15 रन रहा है।
कोलकाता नाइट राइडर्स के ख़िलाफ़ अहम मुक़ाबले से पहले एक इवेंट में उन्होंने अपने खेल और नतीजों को लेकर खुलकर बात की।
पंत ने खेल से जुड़े सफलता और असफलता पर बात करते हुए कहा, "सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या मैं अपना 100% दे रहा हूं? या 200% दे रहा हूं? मैं हमेशा कहता हूं -- अगर आप हर दिन अपना 200% दे रहे हैं, तो फिर जो भी नतीजा हो, उसे स्वीकार करो। और बस अगला दिन ख़ुद का और भी बेहतर वर्ज़न बनने की कोशिश में लगाओ।"
IPL जैसे बड़े मंच पर अगर किसी खिलाड़ी को मोटी रक़म मिलती है, तो प्रदर्शन को लेकर दबाव भी उतना ही ज़्यादा होता है। ऋषभ पंत के मामले में भी यही हो रहा है। हालांकि LSG के ऑलराउंडर शाहबाज़ अहमद का मानना है कि पंत इस ख़राब फ़ॉर्म के बावजूद मानसिक रूप से बिल्कुल स्थिर हैं और उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया है।
पंत को KKR के ख़िलाफ़ होने वाले मैच से एक दिन पहले वैकल्पिक अभ्यास सत्र में नहीं देखा गया। रविवार को भी वह भले ही अभ्यास के लिए मैदान पर उतरे, लेकिन बल्लेबाज़ी नहीं की। इसका मतलब ये है कि मैच से दो दिन पहले तक उन्होंने इडेन गार्डन में बैटिंग का अभ्यास नहीं किया है।
मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब शाहबाज़ से पंत की मानसिक स्थिति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने साफ़ तौर पर कहा, "उनके आचरण या मूड में कोई बदलाव नहीं आया है। वह हमेशा शांत रहते हैं। वह अपनी बल्लेबाज़ी पर बहुत मेहनत कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि जब मुश्किल समय आएगा तो हमें वह मैच जिताएंगे।"
शाहबाज़ लंबे समय से बंगाल की घरेलू टीम का हिस्सा रहे हैं और ईडेन गार्डन की पिच को अच्छी तरह समझते हैं। ऐसे में KKR के ख़िलाफ़ अहम मुक़ाबले से पहले LSG की टीम उनकी पिच समझ को ज़रूर ध्यान में रखेगी।
पिच को लेकर शाहबाज़ ने बताया कि इस विकेट पर स्पिनरों को बहुत ज़्यादा मदद नहीं मिलेगी, लेकिन गेंद थोड़ा रुककर आएगी।
"यह वह विकेट बिल्कुल भी नहीं है, जो घरेलू मैचों के दौरान प्रयोग में लाया जाता है। हालांकि घरेलू क्रिकेट में इस ग्राउंड पर ज़्यादातर लाल गेंद से क्रिकेट खेली जाती है। जाहिर है कि छोटे फ़ॉर्मेट में विकेट अलग रहेगी। इस विकेट को देखकर ऐसा लग रहा है कि भले ही यहां स्पिनरों को ज़्यादा स्पिन न मिले लेकिन गेंद रूककर आएगी। ऐसा नहीं है कि आप यहां आते ही बड़े शॉट्स लगा सकते हो। साथ ही यह दोपहर का मैच है तो ऐसा नहीं है कि दोनों पारियों के दौरान पिच पर ज़्यादा बदलाव देखने को मिलेगा। उम्मीद है कि दोनों पारियों में पिच एकसमान ही रहेगी।"