भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले 2023 वनडे विश्व कप फ़ाइनल नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच नंबर पांच पर खेला जाएगा। यह वही पिच है जिस पर भारत-पाकिस्तान मैच खेला गया था।
भारत ने वह मुक़ाबला 73 ओवर में जीत लिया था, लेकिन यह 14 अक्तूबर को खेला गया था और तब मौसम गर्म था। अब अहमदाबाद में सर्दियों की शुरुआत हो रही है, शाम को ठंड है और ओस भी रहती है। पिच नंबर पांच पर पानी डाला गया है और रोल किया गया है। क्यूरेटर को विश्वास है कि इसमें अब अधिक नमी रहेगी।
शुक्रवार की शाम भारत के कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ ने वैकल्पिक नेट्स के समय पिच पर काफ़ी समय बिताया था। ऑस्ट्रेलिया की टीम अहमदाबाद शुक्रवार की देर शाम पहुंची और उन्होंने शनिवार की सुबह अभ्यास सत्र में भाग लिया।
और जब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान
पैट कमिंस मैच से पहले पत्रकार वार्ता के लिए पहुंचे तो उनसे सबसे पहला सवाल पिच को लेकर ही पूछा गगया।
"क्या आपने विकेट को देख लिया है, पैट?"
"हां, अभी ही देखी है"
"आपको पिच को देखकर क्या लगा?"
"दोबारा कहूंगा, मैं पिच को देखने में उतना माहिर नहीं हूं, लेकिन उन्होंने इस पर पानी डाला है, तो अभी मैच को शुरू होने में 24 घंटे हैं। हालांकि यह काफ़ी अच्छा विकेट लग रहा है।"
"क्या यह पहले इस्तेमाल हुई है?"
"हां, मुझे लगता है पाकिस्तान ने किसी के साथ यहां पर मैच खेला है।"
"तो कोलकाता की तुलना में आप इस पिच को कैसे देखते हैं?"
"बताना मुश्किल है, मुझे लगता है कि टूर्नामेंट में यहां पर अधिक हाई स्कोरिंग मैच हुए हैं। विकेट तो काफ़ी अच्छा है लेकिन अभी कुछ भी कहना मुश्किल है।"
कमिंस से उपमहाद्वीप की इस तरह की पिचों पर गेंदबाज़ी की चुनौतियों के बारे में पूछा गया, जहां ऑस्ट्रेलिया की तुलना में यह पिचें मैच में काफ़ी पहले ही टूट जाती है। इस पर उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में भारत में बिताए गए समय से परिस्थितियों से परिचित होने में मदद मिली है।
कमिंस ने कहा, "आपको कुछ गेंद करने के लिए बहादुर होना पड़ता है, धीमी गति की गेंद, बाउंसर जैसी गेंद के चयन में अपको अच्छा संतुलन बनाना होता है। मुझे लगता है कि हमने अच्छे से यह संतुलन बनाया है। भारत में तो पारी के अंत में कटर गेंद दुनिया के किसी भी हिस्से से ज़्यादा फ़ायदेमंद होती हैं।"
भारत के सेमीफ़ाइनल मैच में पिच विवाद पर कमिंस से पूछा गया कि पिच ने भारत को कितना घरेलू फ़ायदा पहुंचाया।
उन्होंने कहा, "यह कहना मुश्किल है। यह दोनों टीम के लिए समान पिच थी। इसमें कोई शक़ नहीं है कि अपने देश में अपनी पिच पर खेलने का फ़ायदा मिलता है, इस तरह के विकेट पर आप पूरी ज़िंंदगी खेले हो, लेकिन हमने भी यहां पर काफ़ी क्रिकेट खेला है।"
" हम इंतज़ार करेंगे और देखेंगे। मुझे लगता है कि सारे मैदानों की तुलना में इस मैदान पर टॉस इतना अहम नहीं है जितना मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम या दूसरे मैदानों पर रहता है। तो हम हर चीज़ के लिए तैयार हैं। हम प्लान जरूर बनाएंगे।"
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।