आंकड़ों में पहला दिन : मयंक-राहुल की सलामी जोड़ी ने तोड़े दशकों पुराने रिकॉर्ड
इस सदी के सबसे कम अनुभवी साउथ अफ़्रीकी गेंदबाज़ी आक्रमण पर भारी पड़े भारतीय बल्लेबाज़
संपत बंडारूपल्ली
27-Dec-2021
122*- केएल राहुल ने पहले दिन नाबाद रहते हुए 122 रन बनाए, जो कि साउथ अफ़्रीका में किसी भी भारतीय सलामी बल्लेबाज़ का सर्वोच्च स्कोर है। उन्होंने 2007, केपटाउन टेस्ट के वसीम जाफ़र (116 रन) का रिकॉर्ड तोड़ा।
5- राहुल के नाम एशिया से बाहर अब पांच शतक है, जो कि एशिया के बाहर किसी भी भारतीय सलामी बल्लेबाज़ द्वारा दूसरा सर्वाधिक है। सुनील गावस्कर के नाम एशिया से बाहर 15 शतक हैं। राहुल के 2014-15 में डेब्यू के बाद भारतीय सलामी बल्लेबाज़ो ने एशिया के बाहर छह शतक लगाए हैं, इसमें से पांच अकेले राहुल ने ही लगाए हैं।
एशिया के बाहर भारतीय सलामी बल्लेबाज़ों के शतक•ESPNcricinfo Ltd
3- राहुल सेंचूरियन में शतक लगाने वाले सिर्फ़ तीसरे मेहमान सलामी बल्लेबाज़ हैं। उनसे पहले 2007 में क्रिस गेल (107 रन) और 2014 में डेविड वॉर्नर (115) ऐसा कर चुके हैं।
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0- पहली बार हुआ है जब भारतीय टीम ने एशिया से बाहर अपने किसी दौरे की शुरुआत शतकीय साझेदारी से की हो। इससे पहले 1936 में भारत के इंग्लैंड दौरे के पहले मैच में दत्ताराम हिंडलेकर और विजय मर्चेंट ने 62 रन जोड़े थे।
2- 2010 के बाद से सिर्फ़ दो ही मेहमान सलामी बल्लेबाज़ों ने साउथ अफ़्रीका में आकर पहली पारी में शतक लगाया है। इससे पहले डेविड वॉर्नर ने 2014 के केपटाउन टेस्ट में 135 रन की पारी खेली थी।
117- राहुल और मयंक अग्रवाल ने पहले विकेट के लिए 117 रन जोड़े। यह भारत का साउथ अफ़्रीका में तीसरी सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है। उनसे पहले सेंचूरियन में सिर्फ़ वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की मेहमान सलामी जोड़ी ने शतकीय साझेदारी की है, दोनों ने 2010 में 137 रन जोड़े थे।
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242- राहुल-मयंक ने पहले विकेट की साझेदारी में 242 गेंदें खेली, जो कि साउथ अफ़्रीका में किसी भी मेहमान सलामी जोड़ी की 2010 के बाद से सबसे लंबी साझेदारी है। 2009 में फ़िलिप ह्यूज़ और साइमन कैटिच की जोड़ी ने डरबन में 263 गेंदें खेली थीं।
1- मयंक-राहुल से पहले सिर्फ़ एक विदेशी सलामी जोड़ी ने अपने साउथ अफ़्रीका दौरे की शुरुआत शतकीय साझेदारी से की थी। 1964 के डरबन टेस्ट में इंग्लैंड की बॉब बार्बर और ज्योफ़ बायकॉट की जोड़ी ने 120 रन जोड़कर ऐसा पहली बार किया था।
259- इस मैच में साउथ अफ़्रीका, भारतीय टीम के ख़िलाफ़ 1997 के बाद से सबसे कम अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ी क्रम के साथ उतरी है। कगिसो रबाडा, लूंगी एनगिडी, मार्को यानसन और वियान मुल्डर के पास सिर्फ़ 259 टेस्ट विकेट का अनुभव है। 1997 के जोहानसबर्ग टेस्ट में तब ऐलन डोनाल्ड, शॉन पॉलक, ब्रायन मैकमिलन और लांस क्लूज़नर के आक्रमण के पास सिर्फ़ 247 टेस्ट विकेट का अनुभव था।
संपत बंडारूपल्ली ESPNcricinfo में सांख्यिकीविद हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है