भारत 308/7 (धवन 97, गिल 64, अय्यर 54, मोती 2-54, जोसेफ़ 2-61) ने वेस्टइंडीज़ 305/6 (मेयर्स 75, किंग 54, शार्दुल 2-54, सिराज 2-56) को तीन रन से हराया।
क्वींस पार्क में किसी भी टीम ने वनडे क्रिकेट में अब तक
अधिकत्तम 272 रनों के लक्ष्य का पीछा किया है। पहले वनडे में वेस्टइंडीज़ की टीम के पास इस रिकॉर्ड को तोड़ने का काफ़ी बढ़िया मौक़ा था। दूसरे विकेट के लिए तेज़-तर्रार 117 रनों की साझेदारी हो चुकी थी। दो बल्लेबाज़ पिच पर बिल्कुल सेट हो चुके थे और आख़िरी 15 ओवरों में 120 रनों की दरकार थी। वेस्टइंडीज़ ने इस स्टेज तक सिर्फ़ तीन विकेट गंवाए थे। टी20 के दौर में ऐसे स्कोर का पीछा आराम से कर लिया जाता है।
मोहम्मद सिराज ने पहले वेस्टइंडीज़ के कप्तान निकोलस पूरन को आउट कर के एक बड़ा झटका दिया। पूरन और ब्रैंडन किंग बढ़िया बल्लेबाज़ी कर रहे थे। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच 51 रनों की साझेदारी भी हो चुकी थी। उसके अगले ही ओवर में रोवमन पॉवेल को युज़वेंद्र चहल ने आउट कर के भारतीय टीम को मैच में वापस आने का पूरा मौक़ा दे दिया। हालांकि इसके बाद दो अर्धशतकीय साझेदारियां हुई और वेस्टइंडीज़ ने इसकी मदद से ख़ुद को मैच में बनाए रखा। अंतिम तीन ओवरों में 38 रनों की आवश्यकता थी। उन ओवरों में सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा ने बढ़िया गेंदबाज़ी करते हुए मैच को भारतीय टीम की झोली में डाल दिया।
वेस्टइंडीज़ ने टॉस जीत कर भारत को बल्लेबाज़ी करने के लिए आमंत्रित किया था। इसके जबाव में
शिखर धवन और
शुभमन गिल ने भारतीय टीम को मज़बूत शुरुआत दिलाई। दोनों खिलाड़ियों ने अर्धशतक भी बनाया। इसके बाद जब शुभमन गिल का विकेट गिरा तो
श्रेयस अय्यर बल्लेबाज़ी करने आए। उन्होंने भी शॉर्ट पिच गेंदों से बचते हुए काफ़ी बढ़िया तरीक़े से अपनी पारी को आगे बढ़ाया और एक अर्धशतकीय पारी खेली। कुल मिला कर भारत को एक अच्छी शुरुआत मिली थी और ऐसा लग रहा था कि भारत 350 के स्कोर तक आसानी से पहुंच जाएगा।
पहले विकेट के लिए धवन और गिल के बीच 119 रनों की साझेदारी हुई थी। इसके बाद जब 97 के निजी स्कोर पर शिखर आउट हुए तो भारत का स्कोर 33.4 ओवरों में 213 रन था। शिखर का विकेट गिरने के बाद वेस्टइंडीज़ के गेंदबाज़ो ने कमाल का काउंटर अटैक किया। उन्होंने अपने लेंथ और गति में बदलाव करते हुए, किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ को खुल कर रन बनाने का मौक़ा ही नहीं दिया। शिखर का विकेट गिरने के बाद भारत ने 95 रन बनाए और कुल चार विकेट गिरे।
भारतीय पारी का जवाब देने उतरी वेस्टइंडीज़ की टीम ने शुरुआत कुछ ख़ास नहीं रही। पांचवें ओवर में सिराज ने सलामी बल्लेबाज़ शे होप को शार्दुल के हाथ को कैच आउट करवा दिया। इसके बाद शमार ब्रूक्स और
काइल मेयर्स ने वेस्टइंडीज़ की पारी को संभालते हुए 117 रनों की साझेदारी की। 24वें ओवर में शार्दल ठाकुर ने ब्रूक्स को पुल के लिए ललचाया और वह उस जाल में फंस भी गए। 26वें ओवर में शार्दुल ठाकुर ने मेयर्स को भी आउट कर के दोनों टिके हुए बल्लेबाज़ों को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
हालांकि भारतीय टीम की मुश्किलें यहीं ख़त्म नहीं हुई थी। रोमारियो शेफ़र्ड, ब्रैंडन किंग और अकील हुसैन की पारियों ने मैच को कभी एकतरफ़ा होने नहीं दिया लेकिन
युज़वेंद्र चहल ने किंगल और पॉवेल का विकेट चटका कर मैच को वेस्टइंडीज़ के पाले से दूर धकेल दिया और बाक़ी का काम सिराज़ और प्रसिद्ध कृष्णा ने अंतिम तीन ओवरों में कर दिया।