स्मृति और हरमनप्रीत के अनुभव के दम पर भारत का सीरीज़ पर कब्ज़ा
मेज़बानों की तरफ़ से किसी भी मध्यक्रम की बल्लेबाज़ ने दहाई का आंकड़ा भी नहीं किया पार
सैयद हुसैन
25-Jun-2022
हरमनप्रीत कौर ने गेंदबाज़ों पर दबाव बनाने के लिए स्वीप का अच्छा इस्तेमाल किया • Sri Lanka Cricket
श्रीलंका महिला 125/7 (विश्मी 45, अटापट्टू 43, दीप्ति 2-34) को भारत महिला 127/5 ने (स्मृति 39, हरमनप्रीत 31* ; रनावीरा 2-18) 5 विकेट से हराया
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शनिवार को श्रीलंका के दांबुला में दूसरा टी20 अंतर्राष्ट्रीय जीतने के साथ ही तीन मैचों की टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। श्रीलंका ने भारत के सामने जीत के लिए 126 रन की चुनौती थी जिसे भारतीय महिला टीम ने पांच विकेट के नुक़सान पर 19.1 ओवर में हासिल कर लिया।
श्रीलंका की बेहतरीन शुरुआत
टॉस जीतकर श्रीलंकाई कप्तान चमीरा अटापट्टू ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया था। पारी का आग़ाज़ करने आईं अटापट्टू (43) और विश्मी गुणारत्ना (45) ने लाजवाब अंदाज़ में भारतीय गेंदबाज़ों का सामना किया। दोनों ने विकेट के चारों तरफ़ ख़ूबसूरत और आक्रामक शॉट्स लगाए और लग रहा था कि दोनों ही टीम को एक बड़े स्कोर की ओर ले जाने के लिए तत्पर हैं।
पहले विकेट के लिए दोनों ने अर्धशतकीय साझेदारी निभाई और इसे शतकीय साझेदारी में बदलने के लिए भी पूरी कोशिश में थीं। लेकिन 14वें ओवर में पूजा वस्त्रकर ने अटापट्टू को राधा यादव के हाथों कैच आउट कराते हुए इस पारी को तोड़ा। कप्तान के आउट होने के कुछ ही देर बाद विश्मी भी हरमनप्रीत कौर का शिकार हो गईं, दोनों ही अपने-अपने अर्धशतक से वंचित रह गईं।
तू चल... मैं आई
अटापट्टू और विश्मी ने जो बेहतरीन आग़ाज़ दिलाया था, उसके ठीक विपरित मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों ने बेहद निराश किया। श्रीलंकाई महिला बल्लेबाज़ मानों तू चल मैं आई की धुन पर एक दूसरे के पीछे पवेलियन की राह पर निकलती जा रही थीं। इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दोनों सलामी बल्लेबाज़ों के अलावा कोई भी बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाईं।
भारत की ओर से दीप्ति शर्मा ने सबसे ज़्यादा दो जबकि रेणुका सिंह, राधा यादव, पूजा और हरमनप्रीत को एक-एक विकेट हासिल हुए।
मांधना ने तैयार की नींव
126 रन की चुनौती मुश्किल नहीं थी लेकिन आसान भी नहीं, इसके लिए एक अच्छे आग़ाज़ की दरकार थी। शेफ़ाली वर्मा (17) और स्मृति मांधना की सलामी जोड़ी ने जैसे मन बनाकर ही क्रीज़ में क़दम रखे थे, दोनों आते ही श्रीलंकाई गेंदबाज़ों पर टूट पड़ी थीं। 4 ओवर के अंदर ही भारत का स्कोर 30 रन पर पहुंच गया था, लेकिन तभी 10 गेंदों पर 17 रन की आतिशी पारी के साथ शेफ़ाली के तौर पर भारत का पहला विकेट गिरा। इसके बाद एस मेघना ने भी कुछ ज़ोरदार शॉट लगाए लेकिन वह भी 10 गेंदों पर 17 रन बनाकर आउट हो गईं।
स्मृति ने अभी भी एक छोर संभाले रखा था और लगातार रनों की गति को बढ़ाने का काम कर रहीं थीं। उनके कवर ड्राइव और फ़्लिक शॉट एक ख़ूबसूरत कविता की तरह मन को मोह रहे थे। लग रहा था कि स्मृति भारत को एक आसान जीत दिला देंगी, लेकिन 11वें ओवर की आख़िरी गेंद पर वह इनोका रनावीरा के ख़िलाफ़ क्रीज़ से बाहर निकल गईं थीं, और कीपर ने तुरंत गिल्लियां बिखेरते हुए मांधना की 39 रन की आकर्षक पारी पर विराम लगा दिया।
हरमनप्रीत का अनुभव आया काम
मांधना ने जो नींव तैयार की थी उसके बाद भी पारी उस समय लड़खड़ाती दिखी थी जब पिछले मैच की नायिका जेमिमाह रॉड्रिग्स इस बार 3 रन बनाकर ही रनावीरा का दूसरा शिकार हो गईं थीं। इसके बाद कप्तान हरमनप्रीत और यास्तिका भाटिया ने पांचवें विकेट के लिए सूझ बूझ के साथ बल्लेबाज़ी की। हालांकि अंतिम लम्हों में श्रीलंका ने कुछ क़रीबी मौक़े भी गंवाए जिसका फ़ायदा हरमनप्रीत और यास्तिका ने उठाया।
जब भारत को 17 गेंदों पर 12 रन की दरकार थी तब यास्तिका एक बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में स्टंप्ड आउट हो गईं। उन्होंने 18 गेंदों पर 13 रन बनाए, लेकिन अनुभवी हरमनप्रीत अभी भी क्रीज़ पर मौजूद थीं, जिन्होंने 32 गेंदों पर 31 रन की नाबाद पारी खेलते हुए पांच गेंद पहले ही भारत को पांच विकेट से जीत दिला दी।
भारत ने एक मैच पहले ही सीरीज़ पर कब्ज़ा जमा लिया है, यानि मेज़बान टीम अब तीसरे और आख़िरी मैच में प्रतिष्ठा के लिए मैदान में उतरेंगी। मुक़ाबला दाबुंला के इसी मैदान पर सोमवार को खेला जाएगा।
टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ के बाद एक जुलाई से पालेकेले में तीन मैचों की वनडे सीरीज़ भी खेली जानी है।
सैयद हुसैन ESPNCricinfo हिंदी में मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट हैं।@imsyedhussain