दिल्ली कैपिटल्स 207/3 (वॉर्नर 92*, पॉवेल 67*) ने सनराइज़र्स हैदराबाद 186/8 (पूरन 62, ख़लील 3-30) को 21 रन से हराया
अपनी पुरानी टीम सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़
डेविड वॉर्नर ने पुराने घावों का बदला लिया और 58 गेंदों पर नाबाद 92 रन बनाकर अपनी टीम दिल्ली कैपिटल्स को एक आसान जीत दिला दी। इस जीत के बाद दिल्ली कैपिटल्स ने नॉकआउट में पहुंचने की अपनी व्यवहारिक संभावनाओं को बरक़रार रखा है।
वॉर्नर ने पूरी पारी के दौरान बल्लेबाज़ी की और एक तरफ़ से गिरते विकेटों के बीच दूसरे छोर को संभाले रखा। उन्होंने चौथी विकेट के लिए
रोवमन पॉवेल के साथ नाबाद 122 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। पॉवेल ने जल्दी-जल्दी तीन विकेट गिर जाने के बाद तीन चौके और छह छक्कों की मदद से 35 गेंदों में 67 रन बनाए। अंतिम पांच ओवरों में 70 रन बने और दिल्ली का स्कोर 200 के पार पहुंच गया।
10 रन से ऊपर के रन रेट का पीछा करते हुए हैदराबाद पहले 10 ओवर तक लक्ष्य के क़रीब पहुंचती हुई नहीं दिखाई दी। पहले 10 ओवर में मुश्किल से छह रन प्रति ओवर से रन बन रहे थे। अंतिम 10 ओवरों में हैदराबाद को 145 रन की ज़रूरत थी। इसके बाद
निकोलस पूरन ने गियर बदला और 34 गेंदों में दो चौके और छह छक्के की मदद से 62 रन बनाए। यह इस सीज़न में उनका लगातार दूसरा अर्धशतक था। दिल्ली की तरफ़ से
ख़लील अहमद ने 30 रन देकर तीन और शार्दुल ठाकुर ने 44 रन पर दो विकेट झटके।
इससे पहले टॉस जीतकर हैदराबाद ने पहले गेंदबाज़ी का फ़ैसला किया। चोटिल पृथ्वी शॉ की जगह मंदीप सिंह, वॉर्नर के साथ बल्लेबाज़ी के लिए उतरे। भुवनेश्वर कुमार ने पहले ही ओवर में उन्हें टेस्ट मैच की लाइन, लेंथ और स्विंग से सेट-अप कर पवेलियन भेज दिया। मिचेल मार्श तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए आए लेकिन वह पहला मैच खेल रहे हमवतन शॉन ऐबट के हाथों में ही कैच दे बैठे। दूसरे छोर पर वॉर्नर जमे हुए थे। उन्हें तेज़ गेंदबाज़ उमरान मलिक का इंतज़ार था, जो बहुत दिन बाद पावरप्ले में गेंदबाज़ी कर रहे थे। उन्होंने उमरान के पहले ओवर में तीन चौके सहित 23 रन जोड़े। इसके बाद उन्होंने गेंदबाज़ी पर आए कार्तिक त्यागी और एडन मारक्रम पर भी निशाना साधा।
19वें ओवर की समाप्ति पर वह 58 गेंदों पर 92 रन पर थे और आसानी से शतक पूरा कर सकते थे। लेकिन उन्होंने दूसरे छोर पर बढ़िया शॉट लगा रहे पॉवेल से कहा कि उनके शतक की परवाह करे बिना वह जितने रन बना सकते हैं, टीम के लिए बनाए। पॉवेल ने इसके बाद अंतिम ओवर में बिना वॉर्नर को स्ट्राइक दिए उमरान के ओवर में 19 रन बनाए, इसमें तीन चौके और एक छक्का शामिल था। उमरान ने अपने इस ओवर में भले ही रन दिए लेकिन पूरे ज़ोर के साथ गेंदबाज़ी की। एक गेंद ने 157 किमी/घंटा की रफ़्तार को पार किया, जो अब इस साल की सबसे तेज़ गेंद है। इसके अलावा उन्होंने इस ओवर में 155.7, 154.9, 153.7 और 153.7 की स्पीड से गेंद फेंकी।
एक बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी हैदराबाद की शुरुआत बहुत ख़राब रही। कप्तान केन विलियमसन वापसी कर रहे अनरिख़ नॉर्खिये की गेंद पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे। उन्होंने 11 गेंद पर सिर्फ़ चार रन बनाए। वहीं इन फ़ॉर्म अभिषेक शर्मा ख़लील का शिकार हुए। पावरप्ले की समाप्ति पर हैदराबाद का स्कोर 35 रन पर दो विकेट था। सातवें ओवर में उनके दूसरे इन फ़ॉर्म बल्लेबाज़ राहुल त्रिपाठी भी पवेलियन में थे। उन्हें मार्श ने शार्दुल के हाथों डीप स्क्वेयर लेग पर कैच कराया। अब ज़िम्मेदारी मारक्रम और पूरन पर थी। दोनों ने संघर्ष भी दिखाया लेकिन अब हैदराबाद के पहुंच से दिल्ली काफ़ी दूर थी।