अपनी पूर्व टीम सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़
पहला मैच खेलने से पहले डेविड वॉर्नर ने कहा था, "इस मैच में मेरी सोच एक आम मैच की तरह ही होगी। जैसे किसी भी मैच के लिए आप ट्रेनिंग करते हैं, प्रक्रियाओं पर ध्यान देते हैं और मैच के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होने का प्रयास करते हैं। "
वॉर्नर के लिए आईपीएल 2022 का 50वां मैच किसी अन्य मैच की ही तरह था। उन्होंने अपने
इंस्टाग्राम हैंडल पर कई पोस्ट किए और कुछ दिनों बाद आईपीएल का यह मैच भी, आने वाले आईपीएल मैचों के स्कोरकार्ड के ढेर में दब सकता है, लेकिन इस मौक़े की अहमियत को समझते हुए कुछ फैंस ने कहा, "यह बदला लेने का समय है", वहीं सनराइज़र्स के एक फैन क्लब ने कहा, "हम पर रहम करना, डेवी।"
यह लगभग वैसा ही था जैसे सनराइज़र्स के ख़िलाफ़ वॉर्नर का बड़ा स्कोर बनाना लगभग अनिवार्य था और इसके कारण भी थे। हालांकि इसके कि वॉर्नर ने खु़द इसके बारे में ज़्यादा कुछ नहीं कहा। वॉर्नर ने 58 गेंद में नाबाद 92 रन बना डाले और दिल्ली कैपिटल्स ने इस सीज़न तीसरी बार 200 से ज़्यादा का स्कोर खड़ा किया और टीम को
21 रन से जीत दिलाकर वॉर्नर प्लेयर ऑफ़ द मैच बने।
जिस तरह से वॉर्नर को पिछले सीज़न में सनराइज़र्स खेमे से बाहर किया गया था, जिस तरह से उन्हें कुछ मैचों के लिए होटल के कमरे में छोड़ दिया गया था और टीम प्रबंधन से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद यह एक विवाद में बदल गया था, वॉर्नर के लिए एक "
कड़वी गोली की तरह बन गया था, जिसे निगलना आसान नहीं था"
कुछ ही हफ़्तों के बाद, वॉर्नर ने अपनी फ़ॉर्म को वापस प्राप्त कर लिया और ऑस्ट्रेलिया को अपना पहला टी20 विश्व कप उठाने में मदद करते हुए प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का पुरस्कार जीता। उन्होंने कहा, "जब आपको उस बिना किसी ग़लती के टीम से बाहर कर दिया जाता है, जिस टीम को आप वर्षों से सबसे ज़्यादा प्यार करते हैं, बिना कारण बताए कप्तानी छीन ली जाती है, तो दर्द तो होता है।"
ऐसे में सनराइज़र्स के ख़िलाफ़ उनका पहला मैच एक अन्य मैच की तरह कैसे हो सकता है?
ब्रॉडकास्टर हर्षा भोगले ने गुरुवार को प्रेजेंटेशन में वॉर्नर से पूछा, " आज की पारी के बारे में क्या ख़ास था? आप खेल लगभग हर पहलू में सटीक जा रहे थे।"
इसके जवाब में वॉर्नर ने केवल बल्लेबाज़ी के लिए मददगार परिस्थिति के बारे में बात की, लेकिन अतीत के बारे में कुछ नहीं कहा।
वॉर्नर ने जवाब दिया, " बल्लेबाज़ी के लिए यह वास्तव में एक अच्छा विकेट है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप पहले बल्लेबाज़ी करते हैं या दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करते हैं। आप जानते हैं कि यह एक अच्छी पिच है और मुझे पहले यहां पर सफलता भी मिली है। मैंने अपने स्ट्रोक खेले हैं, गैप में मारने के बारे में नहीं सोचा। बस गेंद को देखा और मारने की कोशिश की।"
भोगले दोबारा कुरेदते हैं, "लेकिन आज कुछ ज़्यादा ही लग रहा था ख़ासकर जब
रोवमन पॉवेल बल्लेबाज़ी कर रहे थे, छक्के मार रहे थे, तो आप काफ़ी जोर से चिल्लाते हुए उनका प्रोत्साहन कर रहे थे, क्या आज के मैच में कुछ विशेष था?"
वॉर्नर ने इस बार चुनौतीपूर्ण मौसम की ओर बात को मोड़ दिया। "बिल्कुल मुंबई में बहुत गर्मी है, यह बहुत चुनौतीपूर्ण है। मुझे बहुत गर्मी लग रही थी, मैं बहुत देर से पिच पर था और रोवी दूसरे छोर पर था। वह पूरी ताक़त के साथ कुछ बेहतरीन शॉट्स लगा रहा था, जो बहुत शानदार था। मैं दूसरे छोर पर खड़े होकर खुश हो रहा था।"
भोगले ने एक बार दोबारा पूछा और इस बार और भी सीधे, "आज आपको किसी प्रेरणा की आवश्यकता नहीं थी। मैं आपको देखता हूं और मुझे ईमानदारी से कहूं तो अभी भी लगता है कहीं न कहीं इस पारी की वजह आपकी पुरानी टीम सनराइज़र्स हैदराबाद है।"
वॉर्नर ने भी सीधे जवाब दिया लेकिन ज़्यादा कुछ नहीं बोले, "मुझे अधिक प्रेरणा की ज़रूरत नहीं थी। हम सभी ने देखा है कि अतीत में क्या हुआ था और हम बस जीत दर्ज करना चाहते थे और इस टूर्नामेंट में वापसी करना चाहते थे।"
सच्चाई तब बाहर आई जब ब्रॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स ने मैच के बाद दिल्ली के सहायक कोच शेन वॉटसन से बात की। उनसे पूछा गया कि वॉर्नर अपनी पुरानी टीम के ख़िलाफ़ खेल रहे थे, क्या वह उसी कारण से ज़्यादा बढ़िया खेलने का प्रयास कर रहे थे?"
वॉटसन ने हंसते हुए कहा, "यहां अच्छा खेलने का कारण 'थोड़े अधिक से थोड़ा ज़्यादा अधिक था। वह निश्चित रूप से तैयार था, उनसे टीम बैठक में भी कहा जाता है आपको सर्वश्रेष्ठ करने के लिए तीव्रता लानी होगी, जो डेवी निश्चित रूप से आज रात लेकर आया। बाक़ी सभी लोगों ने उस ऊर्जा को देखा। आप देखें कि किस तरह रोवमन मैदान में आए और किस ऊर्जा के साथ खेले। डेव बस खु़द को सही साबित करने के लिए अपनी पूरी ऊर्जा के साथ खेले।"
"आप देख सकते हैं कि आज रात उसके पास कितनी तीव्रता थी और वह यह सुनिश्चित करना चाहता था कि उसने वह सब कुछ किया जो वह कर सकता था, आज वह अपनी पारी में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता था।"
पॉवेल ने मैच के बाद ब्रॉडकास्टर से कहा, "आख़िरी ओवर की शुरुआत पर मैंने उनसे पूछा कि अगर वह अपने शतक के लिए कोशिश करना चाहते हैं, तो मैं सिंगल दे दूंगा, लेकिन उन्होंने कहा, सुनो ऐसे क्रिकेट नहीं खेला जाता और कहा कि तुम्हें जितना हो सके गेंद को हिट करना चाहिए।
जब वॉर्नर से शतक नहीं बनाने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, " मैंने उससे कहा था कि मैं दो रन ले लूंगा, अगर मैं रन आउट हो भी जाऊं तो कोई समस्या नहीं है। अगर हम 200 से अधिक रन बनाने हैं तो यह एक बढ़िया स्कोर होगा। मैंने उससे कहा कि अगर तुम स्ट्राइक पर रहोगे तो हम 210-220 तक पहुंच सकते हैं। ऐसे में मैं खुश हूं कि हम उस स्कोर का प्राप्त करने में सफल रहे।"
विशाल दीक्षित ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।