लखनऊ सुपर जायंट्स 211 पर 4 (डिकॉक 61, लुईस 55*, राहुल 40, प्रिटोरियस 2-31) ने चेन्नई सुपर किंग्स 210 पर 7 (उथप्पा 50, दुबे 49, बिश्नोई 2-24) को छह विकेट से हराया
केएल राहुल और क्विंटन डिकॉक ने 99 रनों की ओपनिंग साझेदारी करके प्लेटफॉर्म सेट किया और एविन लुईस ने 23 गेंदों में 55 रनों की नाबाद पारी खेलकर लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) को तीन गेंद शेष रहते 211 रनों का लक्ष्य हासिल करा दिया और छह विकेट से जीत दिला दी। यह इस आईपीएल में सात में से छठी बार हुआ है जब कोई टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए जीती है।
इससे पहले, चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) जब बल्लेबाज़ी करने उतरी तो उन्होंने कभी हल्का हाथ नहीं रखा। पहले रॉबिन उथप्पा ने 27 गेंद में 50 रन की पारी खेली, जिसमें आठ चौके और एक छक्का शामिल था, इसके बाद शिवम दुबे ने 30 गेंद में 49 रन बनाकर सीएसके को सात विकेट पर 210 रनों तक पहुंचा दिया।
सीएसके इस बात को जानती थी कि यह विजयी स्कोर नहीं था। ओस की परिस्थिति थी और अंपायरों ने दोनों ही पारियों में गेंद बदली और सीएसके ऐडम मिल्न के बिना उतरी जिन्हें मैच से पहले साइड स्ट्रेन की समस्या हो गई थी।
आख़िरी दो ओवरों में 34 रनों की ज़रूरत थी। रवींद्र जाडेजा ने तब दुबे को गेंद थमाई, जिन्होंने अब तक गेंदबाज़ी ही नहीं की थी। बदोनी ने शफल करके स्वीप लगाया और गेंद छक्के के लिए चली गई। अगली दो गेंद वाइड थी और आख़िरी तीन गेंद उन्होंने लुईस को स्लॉट में डाल दी, जहां चार, चार, छह रन आए।
आख़िरी ओवर में नौ रन की दरकार थी, मुकेश चौधरी ने भी ओवर की शुरुआत दो वाइड से की और इसके बाद बदोनी ने बैकवर्ड स्क्वायेर लेग पर छक्का लगाकर स्कोर बराबर कर दिया। दो गेंद बाद उन्होंने विजयी शॉट लगाया और अपनी टीम को पहली जीत दिला दी।
उथप्पा और मोईन ने दिलाई आक्रामक शुरुआत
टॉस जीतने के बाद राहुल के चेहरे पर बड़ी मुस्कान थी, लेकिन यह ज़्यादा देर तक नहीं रही, क्योंकि उथप्पा ने पहली ही दों गेंद पर आवेश ख़ान पर दो चौके लगा दिए। इससे इस पारी की टोन सेट हो गई।
दो गेंद बाद आवेश ने उथप्पा के हेलमेट पर गेंद डाली, लेकिन जब उन्होंने एक और बाउंसर डाली तो यह बाइ के रूप में चार रन के लिए चली गई। दूसरे ओवर में उथप्पा ने दुश्मंता चमीरा पर फ़्लिक लगाकर छक्का और उसके बाद चौका लगाया, जिससे दो ओवर में सीएसके का स्कोर 26 रन था।
रवि बिश्नोई के शानदार क्षेत्ररक्षण ने एलएसजी को पहला विकेट दिलाया जब उन्होंने प्वाइंट से डायरेक्ट थ्रो पर ऋतुराज गायकवाड़ को रन आउट कर दिया। हालांकि उथप्पा रूक नहीं रहे थे, उन्होंने एंड्रयू टाय के एक ओवर में चार चौके लगाए और मोईन अली ने क्रुणाल पंड्या के एक ओवर में चार, छह, चार बनाए। पावरप्ले के अंत तक सीएसके का स्कोर एक विकेट पर 73 रन था।
दुबे ने ज़ारी रखी आतिशबाज़ी
बिश्नोई ने इस बार गेंदबाज़ी से विकेट दिलाया, जब उन्होंने गेंद को स्किड कराकर उथप्पा को बीट कराया और गेंद सीधा उनके पैड पर जाकर लगी। दुबे को नंबर चार पर प्रमोट किया गया और उन्होंने स्कोर को चलाए रखा। उन्होंने चमीरा की चार गेंद में से तीन पर चौके लगाए और सीएसके 9.1 ओवर में 100 रन पार कर गई।
मोईन 35 रन बनाकर आवेश का शिकार बने, जिन्होंने उन्हें बोल्ड किया। इसके बाद ओस बढ़ती गई और एलएसजी के लिए मुश्किल बढ़ती गई। उन्होंने कुछ खराब फ़ील्डिंग से चौके दिए और रन निकलते चले गए।
राहुल, दीपक हुड्डा को आक्रमण पर लेकर आए लेकिन दुबे नहीं रूके, उन्होंने उन पर एक चौका और एक छक्का लगाया। उनकी पारी का अंत आवेश ने किया जब वह लांग ऑन पर लंबा छक्का लगाने गए लेकिन कैच आउट हो गए।
धोनी ने ख़त्म किया काम
धोनी जब क्रीज़ पर आए तो सीएसके का स्कोर 18.2 ओवर में चार विकेट पर 189 रन था। उन्होंने आते ही आवेश पर एक्स्ट्रा कवर की दिशा में छक्का लगाया। यह आईपीएल में पहला मौक़ा था जब उन्होंने आते ही पहली गेंद पर छक्का लगाया हो। अगली गेंद पर उन्होंने बैकवर्ड प्वाइंट पर चौका लगाया। टाय ने आख़िरी ओवर में जाडेजा और ड्वेन प्रिटोरियस को दो लगातार गेंद पर आउट किया, लेकिन धोनी ने पारी का अंत एक और चौके से किया और इसी के साथ उन्होंने टी20 क्रिकेट में अपने 7000 रन पूरे कर लिए।
राहुल और डिकॉक ने दिलाई अच्छी शुरुआत
एलएसजी को एक अच्छी शुरुआत की ज़रूरत थी और राहुल-डिकॉक की जोड़ी ने उन्हें ऐसी ही शुरुआत दिलाई। अनुभवहीन तेज़ गेंदबाज़ों की जोड़ी चौधरी और तुषार देशपांडे पर उन्होंने प्रहार किया और पहले पांच ओवरों में आठ चौके और दो छक्के लगाए।
जाडेजा छठे ओवर में ब्रावो को लेकर आए और वह डिकॉक को पवेलियन भेज दिए होते लेकिन मोईन ने मिडऑफ़ पर कैच टपका दिया। अगले तीन ओवरों में दो छक्के, तीन चौके आए और इस बीच मोईन की गेंद पर देशपांडे ने कवर पर राहुल का एक मुश्किल कैच गंवा दिया। आधी पारी तक डिकॉक 35 गेंद में 51 रन बनाकर और राहुल 35 गेंद में 40 रन बनाकर क्रीज़ पर मौजूद थे और स्कोर 98 रन था।
लुईस ने दिलाई एलएसजी को जीत
प्रिटोरियस ने राहुल को आउट करके ओपनिंग साझेदारी तोड़ी। मनीष पांडे भी देशपांडे की गेंद पर जल्द पवेलियन लौट गए। एलएसजी को आठ ओवर में 97 रन चाहिए थे।
लुईस ने देशपांडे पर एक चौका और एक छक्का लगाया जिससे ज़रूरी रन रेट कंट्रोल में आ गया, लेकिन प्रिटोरियस ने इस बार डिकॉक का भी विकेट लिया, जो पुल करने गए और गेंद हवा में उठ गई, जहां धोनी ने कैच लिया।
लुईस और हुड्डा ने लक्ष्य का पीछा करना जारी रखा, दोनों ने 16वें ओवर में ब्रावो की गेंद पर बाउंड्री लगाई। 17वें ओवर में प्रिटोरियस ने केवल नौ रन दिए और ब्रावो ने अगले ओवर में हुड्डा का विकेट ले लिया। सीएसके मैच जीत जाती लेकिन दुबे के महंगे 19वें ओवर ने उनके हाथों से जीत छीन ली।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।