चेन्नई सुपर किंग्स 220/3 (डु प्लेसी 95, गायकवाड़ 64) ने कोलकाता नाइटराइडर्स 202 (कमिंस- 66*, चाहर- 4/29, एनगिडी- 3/28) को 18 रनों से हराया।
चेन्नई सुपरकिंग्स के एक सलामी बल्लेबाज़ ने फॉर्म में वापसी की, दूसरे सलामी बल्लेबाज़ ने 95 रन की बड़ी पारी खेली। उन्होंने 220 रन का एक बड़ा स्कोर खड़ा किया और इसके बाद कोलकाता के शुरूआती पांच बल्लेबाजों को सिर्फ 31 रन पर पवेलियन भेजकर लगभग जीत को पक्का कर दिया। लेकिन इसके बाद आंद्रे रसल और पैट कमिंस ने जो किया, उसके बाद चेन्नई सुपरकिंग्स सहित सभी क्रिकेट फैंस की सांसें एक समय अटक सी गई थीं। जहां, एक समय चेन्नई यह मैच एक बड़े से अंतर से अपने नाम कर रही थी, वहीं अंत में यह मुक़ाबला अंतिम ओवर तक पहुंचा और वे सिर्फ 18 रन से ही इसे अपने नाम कर सकें।
5.2 ओवर में 5 विकेट गिरने के बाद क्रीज़ पर आए रसल ने 21 गेंदों पर अर्धशतक ठोका। वहीं कमिंस उस समय क्रीज़ पर आए जब रसल के साथ-साथ दिनेश कार्तिक भी पवेलियन लौट चुके थे। कमिंस ने भी 23 गेंद पर अर्धशतक लगाया। लेकिन चेन्नई ने इतने अधिक रन बनाए थे और कोलकाता ने शुरूआत में ही इतने विकेट खो दिए थे कि कोलकाता की वापसी की कोई भी संभावना बहुत ही मुश्किल थी। यह संभावना भी 20वें ओवर में धूमिल हो गई, जब ओवर के पहले ही गेंद पर कोलकाता की पूरी टीम 202 रन पर ऑल आउट हो गई। कमिंस एक छोर पर 66 रन बनाकर नाबाद रहें। हालांकि कोलकाता के अंतिम दो विकेट कमिंस की वजह से ही गिरे, जब स्ट्राइक रखने के लिए उन्होंने दूसरे छोर के बल्लेबाज़ों को रन आउट कराया।
वानखेड़े स्टेडियम में हुए इस मैच में कुल 26 चौके लगे। हालांकि दीपक चाहर ने पॉवरप्ले में अपनी स्विंग गेंदबाज़ी से कोलकाता के बल्लेबाज़ों को बखूबी परेशान किया और 29 रन पर 4 विकेट झटके।
गायकवाड़ की फॉर्म में वापसी
गायकवाड़ इस मैच से पहले बहुत खराब फॉर्म में थे और उनके पिछले तीन स्कोर 5, 5 और 10 रन के थे। उनके खराब फॉर्म को देखते हुए क्रिकेट एक्सपर्ट उनको टीम से बाहर होने की भी संभावना जता रहे थे। लेकिन चेन्नई टीम मैनेजमेंट ने उन पर अपना भरोसा कायम रखा और गायकवाड़ ने इस भरोसे का पूरा सम्मान भी किया।
उन्होंने दूसरे ओवर में पैट कमिंस पर एक चौका और एक छक्का जड़कर अपनी पारी की शुरूआत की। इसके बाद उन्होंने प्रसिद्ध कृष्णा और वापसी कर रहे कमलेश नागरकोटी पर भी बॉउंड्री लगाए। वहीं दूसरी तरफ डुप्लेसी ने स्पिनर वरूण चक्रवर्ती और सुनील नारायण को अपना निशाना बनाया।
दोनों सलामी बल्लेबाज़ लगभग एक गति से बल्लेबाज़ी कर रहे थे, लेकिन गायकवाड़ अपनी अर्धशतक पर पहले पहुंचे। उन्होंने 33 गेंदों पर यह अर्धशतक बनाया। डुप्लेसी के साथ 115 रन की साझेदारी करने के बाद वह 13वें ओवर में आउट हुए।
दूसरी तरफ, डुप्लेसी ने 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। चेन्नई सुपरकिंग्स ने कप्तान धोनी को रवींद्र जाडेजा और सैम करन से पहले भेजकर एक जुंआ खेला और यह जुंआ लगभग सफल भी रहा। अब तक आउट ऑफ फॉर्म नजर आ रहे धोनी ने इस मैच में 8 गेंदों पर 2 चौकों और एक छक्के की मदद से 17 रन बनाए और अंत में रसल का शिकार हुए। डुप्लेसी, गायकवाड़, मोईन और धोनी की पारियों की बदौलत चेन्नई ने 220 रनों का एक बड़ा स्कोर खड़ा किया।
चाहर का पॉवरप्ले
दीपक चाहर ने पॉवरप्ले में घातक स्विंग गेंदबाज़ी का प्रदर्शन करते हुए कोलकाता के शीर्ष क्रम को तहत-नहस कर दिया। उन्होंने अपने पहले तीन ओवर में कम से कम एक-एक विकेट जरूर लिया। चोट के बाद वापसी कर रहे सुनील नारायण को कोलकाता ने रसल और कार्तिक से पहले भेजा, लेकिन चाहर ने नारायण को भी वापसी का रास्ता दिखा दिया।
रसल की आंधी, कमिंस का तूफान
रसल ने एनगिडी की पहली चार गेंदों पर 4,4 और 6 का स्कोर किया और जता दिया कि वह आज किसी दूसरे मूड में बल्लेबाज़ी करने आए हैं। उन्होंने टिपिकल रसल स्टाइल में कुछ पॉवरफुल शॉट्स लगाए। दूसरे छोर से दिनेश कार्तिक ने भी 4 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 24 गेंदों पर 40 रन बनाकर उनका बखूबी साथ दिया। एक समय बहुत दूर लग रहा लक्ष्य धीरे-धीरे ही सही लेकिन थोड़ा सा करीब दिखने लगा था।
रसल ने 11वें ओवर में रवींद्र जाडेजा की गेंद पर अपनी पारी का छठा छक्का लगाकर अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन अगले ही ओवर में टॉम करन की गेंद पर वह अजीबो-गरीब ढंग से बोल्ड आउट हो गए। लेग साइड में बाहर जाती गेंद को उन्होंने वाइड के लिए छोड़ा लेकिन गेंद उनके लेग स्टंप को उड़ा ले गई। यह रसल के साथ-साथ पूरी टीम के लिए अविश्वसनीय था।
हालांकि मैच अभी खत्म नहीं हुआ था। रसल के आउट होने के बाद पैट कमिंस ने भी हवाई फायर करना जारी रखा। उन्होंने टॉम करन के एक ओवर में 30 रन जड़ डालें। हालांकि दूसरे छोर से लगातार विकेट गिरते रहे। खुद स्ट्राइक रखने के चक्कर में उन्होंने दो साथी बल्लेबाज़ों को रन आउट भी कराया। अंतिम ओवर में केकेआर को जीत के लिए 20 रनों की जरूरत थी और उनके महज़ एक विकेट ही शेष थे। कमिंस को ये 20 रन बनाने के लिए सभी गेंदों पर स्ट्राइक अपने पास रखने की जरूरत थी। इसलिए जब ओवर की पहली गेंद पर उनसे ठीक से टाइमिंग नहीं हुआ, फिर भी वह दो रन के लिए दौड़ पड़े। लेकिन यह दो रन कतई नहीं था इसलिए दूसरे छोर पर प्रसिद्ध कृष्णा रन आउट हो गए और कोलकाता की उम्मीदें रन आउट में बिखरे गिल्लियों की तरह ही बिखर गईं।
सौरभ सोमानी ESPNcricinfo में अस्सिटेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब-एडिटर दया सागर ने किया है।