मिलर और मॉरिस ने राजस्थान रॉयल्स को रोमांचक मुकाबले में दिलाई जीत
एक समय 104 पर सात विकेट खो चुकी थी राजस्थान, 148 रनों का पीछा करते हुए हार की कगार से वापस आई सैमसन की टीम
2011 के बाद पहली बार पावरप्ले में तीन ओवर फेंक रहे उनादकट अपनी गति में परिवर्तन कर दिल्ली के बल्लेबाजों को परेशान करने में कामयाब रहे। दूसरे ओवर में पृथ्वी शॉ बाहरी किनारे के चलते प्वाइंट पर कैच थमा बैठे, चौथे ओवर में शिखर धवन ने रचनात्मक रैम्प शॉट लगाया पर विकेटकीपर संजू सैमसन की करामाती डाइविंग कैच के चलते उन्हें वापस जाना पड़ा और अजिंक्य रहाणे छठे ओवर में उनादकट की दिशा में आसान सा कैच थमाकर पवेलियन लौट गए। पिछले तीन वर्षों में आईपीएल में पहली बार उनादकट ने किसी मैच में तीन विकेट झटके।
दिल्ली ने उन 9.3 ओवरों में 72 रन बनाए जो ऋषभ पंत ने क्रीज़ पर बिताए, जिसमें से 32 गेंदों में 51 रन पंत के बल्ले से आए थे। 140 के आसपास रन बनने की संभावना वाली पिच पर 190 रन बनाने के लिए यह काफी अच्छा प्रयास था। खास बात यह थी ऐसा उन्होंने बिना कोई छक्का लगाए किया। हां अपने पुराने साथी राहुल तेवतिया के खिलाफ 11वें ओवर में उन्होंने चार अलग-अलग कटों के साथ चार बार गेंद को सीमा रेखा के बाहर चौके के लिए भेजा।
दिल्ली को खेल में वापस लाने के बाद, पंत खुद एक बड़ी पारी के लिए सेट लग रहे थे, जब उन्होंने ललित यादव को तेज सिंगल के लिए बुलाया, जबकि गेंद गेंदबाज रियान पराग के पास ही गई थी। 13वें ओवर में, पांच विकेट खो चुकी दिल्ली ने अंतिम सात ओवरों में केवल पांच चौके जड़े और 88 रनों पर पांच विकेट की स्थिति से 20 ओवर में आठ विकेट खोकर 147 रन बनाने में कामयाब रही।
टीमें अक्सर विरोधियों को देखकर, उनके लिए क्या कारगर साबित हुआ उसकी नकल करने की कोशिश करती हैं, लेकिन दिल्ली के तेज गेंदबाज कटर और धीमी गति की गेंद की तलाश में नहीं गए जो राजस्थान के लिए सही रणनीति साबित हुई। क्रिस वोक्स और कगिसो रबाडा ने बेहद खूबसूरती से सीम का इस्तेमाल किया, जिसकी वजह से कुछ ही समय में राजस्थान के 17 रनों पर तीन विकेट गिर गए, इसमें सैमसन का अहम विकेट भी शामिल था। धवन ने इस बीच अपने कैच से काफी प्रभावित किया। उन्होंने स्लिप में सैमसन, वाइड स्लिप में शिवम दुबे और कवर पर रियान पराग का कैच लपका।
मिलर अच्छे टच में दिख रहे थे, शायद उतना ही अच्छा जैसा पंत ने पहली पारी में पहले किया था। तेवतिया ने उनका बखूबी साथ दिया। किसी कारणवश, बाएं हाथ के दो बल्लेबाज़ों के मध्य में होने के बावजूद पंत ने आर अश्विन को गेंदबाज़ी से हटाया और स्टॉयनिस के पास गए। पंत की यह रणनीति उनके ही विरुद्ध चली गई और मैच यहीं से बदलने लगा, शायद ओस ने पंत के इस फैसले को प्रभावित किया?
यह सही था कि उनादकट ने वोक्स पर पुल से छक्का लगाकर साझेदारी की शुरुआत की। करन का 18वां ओवर अहम था और उन्होंने बेहद ही किफायती गेंदबाजी करके राजस्थान को 12 गेंद में 27 रनों की जरूरत पर ला दिया, लेकिन गीली गेंद ने अंतिम दो ओवरों में रबाडा और करन को गेंदबाजी करने में मुश्किल ला खड़ी की। रबाडा स्लॉट में गेंद डालते रहे और मॉरिस ने दो गेंदों के पर शानदार संपर्क किया और अब अंतिम ओवर में राजस्थान को जीत के लिए 12 रन चाहिए थे।
सिद्धार्थ मोंगा ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब-एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।