रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु आठ विकेट पर 149 (मैक्सवेल 59, कोहली 33, होल्डर 3-30, राशिद 2-18) ने सनराइज़र्स हैदराबाद नौ विकेट पर 143 (वॉर्नर 54, पांडे 38, सिराज 2-25, अहमद 3-7, पटेल 2-25) को 6 रनों से हराया
उन्होंने चेपॉक पर फिर से कारनामा कर दिखाया। केवल कलाकार बदले, नाट्य वही रहा। पहले बल्लेबाज़ी करने वाली टीम को 150 रनों के आसपास में एक सामान्य स्कोर मिला। दूसरी बल्लेबाज़ी करने वाली टीम जीत की ओर अग्रसर कर रही थी और ऐसा लगा कि वह आसानी से लक्ष्य को हासिल कर लेंगे, लेकिन पतन और तबाही के चलते एक रोमांचक जीत ने गेंदबाज़ी टीम की हारी हुई बाज़ी को पलट दिया। अगर मुंबई इंडियंस ने मंगलवार को कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ़ ऐसा किया था, तो बुधवार को सनराइज़र्स हैदराबाद के खिलाफ यह जादुई करिश्मा कर दिखाने की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की बारी थी।
पांच रनों की इस जीत के हीरो, कम आंके गए
शाहबाज़ अहमद रहे, जिनकी टीम में जगह तक सुनिश्चित नहीं थी क्योंकि देवदत्त पडिक्कल वापसी कर रहे थे और बेगलुरु के पास पहले से ही काफी गेंदबाज़ी विकल्प थे, लेकिन बायें हाथ के स्पिनर अहमद ने 17वें ओवर में तीन विकेट लेकर हैदराबाद की झोली में जा रहे मैच का रुख पलट दिया, जिससे बेंगलुरु की मैच में वापसी हुई। जब अहमद अपना दूसरा ही ओवर फेंकने आए, तब तक हैदराबाद दो विकेट पर 115 रन बना चुकी थी और उन्हें 24 गेंदों में 35 रनों की जरूरत थी। पिछले मुकाबले में अर्धशतक लगाने वाले जॉनी बेयरस्टो और मनीष पांडे क्रीज़ पर थे और अहमद ने एक ओवर में दोनों को आउट कर बाहर का रास्ता दिखाया। इसके बाद उन्होंने इसी ओवर में अब्दुल समद को भी चलता कर दिया।
ईएसपीएन क्रिकइन्फ़ो के स्मार्ट स्टैट्स ने इस ओवर में मैच की स्थिति में हुई काया पलट की कहानी को बखूबी ढंग से समझाया, जब सनराइज़र्स की जीत की संभावना ओवर की शुरुआत में 80.83% से ओवर का अंत होते होते 37.49% पर आ गिरी।
इससे पहले, हरफ़नमौला अहमद ने बल्लेबाजी में भी कमाल किया, जिन्होंने पहले बल्लेबाज़ी क्रम में तीसरे नंबर पर उतरकर 10 गेंदों में 14 रनों की उपयोगी पारी भी खेली थी। उन्होंने उन दो ओवरों से अधिक गेंदबाजी नहीं की, लेकिन सात रन पर तीन विकेट के अद्भुत आंकड़े के साथ मैच समाप्त किया। बेंगलुरु के लिए एक और सकारात्मक पहलू रहे ऑस्ट्रेलियाई ग्लेन मैक्सवेल। एक शानदार अर्धशतक जमाकर वह टीम को 8 विकेट पर 149 रन तक ले गए और गेंदबाजों को बचाव के लिए एक सम्मानजनक स्कोर दिया। यह लक्ष्य अंत में बेंगलुरु के लिए काफी रहा और हैदराबाद छह रनों से इससे पीछे रह गई। इस जीत के साथ, बेंगलुरु दो मैचों में दो जीत के साथ आईपीएल 2021 की अंक तालिका के शीर्ष पर जा पहुंची।
बेंगलुरु की शुरुआत कुछ खास नहीं थी, जो सनराइज़र्स के खिलाफ करना जरूरी है क्योंकि मध्य ओवरों को
राशिद ख़ान नियंत्रित करते हैं। उनके चार ओवर हमेशा महत्वपूर्ण होने वाले थे और बेंगलुरु को राशिद पर आक्रमण करने के लिए अपने तीन बड़े खिलाड़ी - विराट कोहली, एबी डीविलियर्स और मैक्सवेल की जरूरत थी। राशिद ने तीनों को मिलाकर 18 गेंदें फेंकी, केवल 15 रन दिए और डीविलियर्स के रूप में इन सब में खतरनाक विकेट लिया। यह टी20 गेंदबाज़ी में एक मास्टरक्लास थी, जहां राशिद ने मारने वाली गेंद न देकर लगातर दबाव बनाया और विशुद्ध बल्लेबाजों को भी अपने विकेट बचाकर रखने पड़े। इस बेहतरीन गेंदबाजी में चार ओवर में 18 रन देकर दो विकेट लेकर राशिद ने मात्र एक चौका दिया।
मैक्सवेल अपने असली रूप में आए नज़र
जब आखिरी बार मैक्सवेल ने आईपीएल में अर्धशतक बनाया था, तब राशिद इस लीग का हिस्सा भी नहीं थे। उन्होंने साल 2016 में
कोलकाता के खिलाफ 42 गेंदों में 68 रन बनाए थे। एक नई फ्रेंचाइजी ने उन्हें नंबर चार पर बल्लेबाजी कराने का विश्वास दिया और टीम मैनेजमेंट ने भी उन पर विश्वास दिखाया। नतीजतन, मैक्सवेल आखिरकार सफल हुए। राशिद की गेंदबाज़ी शुरू होने से पहले मैक्सवेल लय में नहीं दिखे और उन्होंने चेपॉक पिच की गति को समझने में थोड़ा समय लिया। पारी के मध्य ओवरों में जब वह 16 गेंदे खेलकर नौ रन पर थे, तो वह नदीम पर टूट पड़े और एक ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाते हुए 22 रन निकाल लिए। वह कोहली और डीविलियर्स के विकेट गिरने के बाद धीरे-धीरे पारी को आगे बढ़ाते रहे और अंतिम ओवरों में बाउंड्री पार करने की क्षमता के साथ 11 गेंदों पर 24 रन बटोरने में कामयाब रहे। उन्होंने आखिरी ओवर में 38 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया, और 41 गेंदों में 59 रन बनाकर उनकी पारी समाप्त हुई। बेंगलुरु को गेंदबाजी करने के लिए कुछ स्कोर मिला, जबकि कोहली ने 29 में से 33 रन बनाए और डीविलियर्स सिर्फ एक रन बनाकर आउट हो गए थे।
वॉर्नर ने किया टेक-ऑफ़
अपने शुरुआती मैच में मिली असफलता के बाद, डेविड वॉर्नर आज अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में दिखे। उन्हें शुरू में ज्यादा स्ट्राइक नहीं मिली, लेकिन इससे उनकी लय में कोई बाधा नहीं आई, और वह लगातार बाउंड्री लगाते रहे। बेंगलुरु द्वारा शायद एक रणनीतिक गलती के चलते वॉर्नर ने वॉशिंगटन सुंदर की केवल दो गेंदों का सामना किया, जिन्हें पावरप्ले में तो लाया गया था, लेकिन पांचवें ओवर में।
पांडे ने दूसरे विकेट के लिए 83 रनों की साझेदारी के दौरान गैप ढूंंढने के लिए काफी संघर्ष किया। फिर भी हैदराबाद दूसरे छोर पर वॉर्नर की हिटिंग के दम पर जीत की तरफ बढ़ रहे थे। वह अच्छी लय में दिखे, लेकिन काइल जेमिसन की धीमी गति की बाउंसर को लांग ऑन के हाथों में आसान सा कैच देकर उन्होंने अपना विकेट गंवा दिया।
अहमद ने किया पलटवार
वॉर्नर के आउट होने के बाद हैदराबाद को 40 गेंदों में 54 रनों की जरूरत थी और उनके आठ विकेट शेष थे। उस समय, बेंगलुरु ने लगातार किफ़ायती गेंदबाजी की, जो आवश्यक रन रेट को आगे बढ़ाती रही, लेकिन इसके बाद कोहली 17वें ओवर में अहमद को वापस ले आए। पांडे और बेयरस्टो ने सोचा कि यह रन बनाने के लिए एक आसान ओवर है, लेकिन अहमद कोण और अच्छी उछाल के साथ गेंदबाजी कर रहे थे जिसे कोई नहीं समझ पाया और बल्लेबाज हवा में उठाकर मारने के प्रयास में कैच देकर चलते बने। यह एक ओवर ने पूरी तरह से चीजों को घुमाया और हैदराबाद का अनुभवहीन मध्य क्रम दबाव में बिखर गया। नतीजतन, जैसे-जैसे आवश्यक रन रेट बढ़ता गया, बल्लेबाज़ एक के बाद एक आउट होते चले गए।