भारत 325 (अग्रवाल 150, अक्षर 52, एजाज़ 10-119) और 276/7 पारी घोषित (अग्रवाल 62, एजाज़ 4-106) ने न्यूज़ीलैंड 62 (अश्विन 4-8, सिराज 3-19) और 167 (मिचेल 60, निकल्स 44, अश्विन 4-34, जयंत 4-49) को 372 रनों से हराया
चौथे दिन जब खेल की शुरुआत हुई तो भारतीय टीम को जीत के लिए पांच विकेट और न्यूज़ीलैंड को जीत के लिए 400 रन चाहिए थे। हालांकि दिन के पहले ही घंटे में जयंत यादव के शानदार गेंदबाज़ी के कारण भारतीय टीम को अपनी जीत तक पहुंचने के लिए ज़्यादा देर तक इंतज़ार नहीं करना पड़ा।
शुरुआती कुछ ओवरों में कीवी बल्लेबाज़ों ने सकारात्मक बल्लेबाज़ी करते हुए, कुछ गेंदो को सीमा रेखा के बाहर पहुंचाया। कानपुर टेस्ट मे कीवी टीम को एक मुश्किल परिस्थिति से निकाल कर मैच ड्रॉ करवाने वाले बल्लेबाज़ रचिन रविंद्र का विकेट आज सबसे पहले गिरा। उन्हें जयंत यादव ने दूसरे स्लिप पर कैच आउट करवा कर भारत को जीत के पथ पर बढ़ा दिया।
इसके बाद अपने अगले ओवर में जयंत ने काइल जेमीसन को एक ऑफ़ स्पिन गेंद पर पगबाधा आउट करवाया। इसके ठीक दो गेंद बाद टीम साउदी शॉट लगाने के लिए चहलकदमी करते हुए क्रीज़ से बाहर आए लेकिन गेंद उनके पैड पर लगने के बाद विकेट पर लगी और वह बोल्ड हो गए। इस गेंद के ठीक तीन गेंद बाद अपने अगले ओवर में शॉर्ट लेग पर समरविल को जयंत ने कैच आउट करवा दिया और अपना चौथा विकेट झटका।
इसके बाद अश्विन ने अंतिम विकेट झटक कर भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। यह अश्विन का भारतीय पिच पर 300वां विकेट था। घरेलू पिचों पर सबसे ज़्यादा विकेट लेने के मामले में अब वह सिर्फ़ अनिल कुंबले से पीछे हैं। निकल्स ने कल शाम को अश्विन के कई गेंदों को डिफेंड किया था। आज सुबह भी वह फ्रंटफुट पर लंबा स्ट्राइड लेते हुए कई गेंदों को ब्लॉक कर रहे थे। हालांकि जैसे ही उन्होंने चहलकदमी करने का प्रयास किया, अश्निन ने उन्हें फ्लाइट से बीट करते हुए स्टंप आउट करा दिया।
अश्विन ने इस मैच में 42 रन देकर 8 विकेट लिए। अगर टॉम ब्लंडल के रन आउट को छोड़ दें तो इस सीरीज़ में 36 में 33 विकेट भारतीय स्पिनर्स ने लिए हैं।