हर्षल पटेल ने झटके दो विकेट जबकि कप्तान रोहित शर्मा ने 40 रनों की पारी खेली • BCCI
भारत 162 पर 4 (रोहित 40, सूर्यकुमार 34*, चेज़ 2-14) ने वेस्टइंडीज़ 157 पर 7 (पूरन 61, बिश्नोई 2-17, हर्षल 2-37) को 6 विकेट से हराया
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर दबाव भरी शुरुआत के बाद रवि बिश्नोई ने अपनी गूगली का कमाल दिखाते हुए भारत को तीन मैचों की टी20 अंतर्राष्ट्रीय सीरीज़ में 1-0 की बढ़त दिलाई। ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो के गेंद-दर-गेंद आंकड़ों के अनुसार उन्होंने अपने चार ओवरों में केवल गूगली ही गेंद डाली और निकोलस पूरन के अर्धशतक के बावजूद वेस्टइंडीज़ को सात विकेट पर 157 के स्कोर पर रोक दिया।
इस सम्मानजनक लक्ष्य को रोहित शर्मा ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी से आसान बना दिया। पावरप्ले में 63 में से 40 रन उनके बल्ले से निकले। हालांकि इशान किशन, विराट कोहली और ऋषभ पंत की विकेट एक साथ गंवाने के बाद भारतीय पारी डगमगाई थी। 15वें ओवर में भारत का स्कोर था चार विकेट के नुक़सान पर 114 रन और दीपक चाहर की फ़िटनेस चिंता का विषय बनी हई थी। फ़ील्डिंग के दौरान दीपक को दाएं हाथ में चोट लगी थी और उन्होंने अंतिम ओवर में गेंदबाज़ी नहीं की।
अंत में भारत को उनकी बल्लेबाज़ी की आवश्यकता नहीं पड़ी क्योंकि सूर्यकुमार यादव और वेंकटेश अय्यर ने टीम की नैय्या पार लगाई।
छा गए बिश्नोई
भुवनेश्वर कुमार को नई गेंद से स्विंग और ब्रैंडन किंग की विकेट मिली। उनके सलामी जोड़ीदार काइल मेयर्स ने कदमों का उपयोग किया और वेस्टइंडीज़ की पारी को तेज़ी प्रदान की। भुवनेश्वर को कवर की दिशा में चौका लगाने के बाद हर्षल की गेंद को उन्होंने बैकवर्ड स्क्वेयर लेग पर भेज दिया।
युज़वेंद्र चहल ने सातवें ओवर में 31 के निजी स्कोर पर मेयर्स को चलता किया। वह अपने स्पेल की पहली गेंद पूरन को बाहर का रास्ता दिखा देते अगर बिश्नोई ने लांग ऑन सीमा रेखा पर आसान कैच को सही तरीक़े से पूरा किया होता। गेंद को लपकने के बाद पीछे जाकर उन्होंने सीमा रेखा पर पैर रख दिया और लगान की तरह छह रन दे बैठे।
अगले ओवर में कप्तान ने बिश्नोई को गेंद थमाई और कैच का मौक़ा गंवाने के दबाव में उन्हें लेंथ पकड़ने में थोड़ा समय लगा। तीन वाइड डालने के बाद अपने अगले ओवर में उन्होंने रॉस्टन चेज़ और रोवमन पॉवेल के विकेट के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में श्री गणेश किया।
संपूर्ण बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया पूरन ने
बिश्नोई की तरह पूरन की शुरुआत भी ठीक-ठाक थी। एक समय 19 गेंद खेलने के बाद उनका स्कोर था केवल 17 रन। इसके बाद चहल की गेंद को स्क्वेयर लेग सीमा रेखा पर भेज उन्होंने अपनी लय प्राप्त की। चहल की गेंदों पर उन्होंने अपना हाथ खोले और 12 गेंदों पर तीन छक्कों की मदद से 26 रन बटोरे। 38 गेंदों में उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया।
घुटने की चोट के कारण अंतिम दो वनडे से बाहर रहने के बाद मेहमान टीम के कप्तान कायरन पोलार्ड ने इस मैच में वापसी की और 19 गेंदों में महत्वपूर्ण 24 रन बनाए। भारतीय टीम के लेग स्पिनरों के ख़िलाफ़ आक्रमण करने के लिए उन्होंने अकील हुसैन को अपने से पहले बल्लेबाज़ी के लिए भेजा लेकिन वह कमाल नहीं कर पाए। पूरन और पोलार्ड की जोड़ी ने वेस्टइंडीज़ को 160 के पास पहुंचाया।
तूफ़ान और उसके बाद की ख़ामोशी
पावरप्ले में नई गेंद और तेज़ आउटफ़ील्ड का पूरा लाभ उठाते हुए रोहित शर्मा ने चौकों और छक्कों की बरसात की। रोमारियो शेफ़र्ड की गेंद को छक्के के लिए फ़्लिक करने और शेल्डन कॉट्रेल को पुल करते हुए चौका लगाने के बाद उन्होंने ओडीन स्मिथ को अपना शिकार बनाया और दो चौके और दो छक्के जड़ दिए।
चेज़ की ऑफ़ स्पिन ने ख़तरनाक रोहित को चलता कर वेस्टइंडीज़ को पहली सफलता दिलाई। रोहित की तरह इशान किशन भी मिडविकेट सीमा रेखा पर कैच आउट हुए। एक छोर को संभालते हुए किशन ने अपनी संघर्षपूर्ण पारी में 42 गेंदों का सामना करने के बाद 35 रन बनाए। किशन के आउट होने के बाद भारत ने दो और विकेट जल्दी गंवा दिए। ओस के आगमन के बाद भी चेज़ ने गेंद को घुमाया और उछाल के साथ भारत को परेशान किया। लेकिन बाएं हाथ के स्पिनर अकील और फ़ेबियन ऐलेन ने वह दबाव हटा दिया।
इस बात का पूरा फ़ायदा उठाते हुए सूर्यकुमार और वेंकटेश ने 26 गेंदों में नाबाद 48 रनों की साझेदारी की और इस दौरे पर वेस्टइंडीज़ को चौथी हार का स्वाद चखाया।