अगरकर ने कहा, "विराट ने अप्रैल की शुरुआत में संपर्क किया था और उन्होंने बताया था कि वह संन्यास लेना चाहते हैं। उन्होंने इन सालों में हर गेंद पर अपना 200 फ़ीसदी दिया है, तब भी जब वह बल्लेबाज़ी नहीं कर रहे होते थे। शायद उन्हें महसूस हुआ कि उन्होंने अपने लिए जो मानक स्थापित किए हैं वह उन मानकों की तुलना में अपना स्तर नहीं बरक़रार रख पाएंगे। उन्होंने ख़ुद इस फ़ैसले की जानकारी दी और हमें उनके फ़ैसले का सम्मान करना चाहिए। सभी महान खिलाड़ियों के साथ अच्छी बात यह होती है कि वो ख़ुद से हमेशा सच बोलते हैं। हम निश्चित तौर पर उन्हें मिस करेंगे, जिस खिलाड़ी ने 123 टेस्ट मैच खेले हों, 30 शतक लगाए हों उसकी जगह को भरना आसान नहीं रहने वाला है।"
हालांकि कोहली से पांच दिन पहले टेस्ट संन्यास की घोषणा करने वाले
रोहित शर्मा के बारे में अगरकर ने नहीं बताया कि उनके संन्यास के बारे में बातचीत कैसे हुई लेकिन उन्होंने कहा कि टेस्ट टीम एक बड़े बदलाव के दौर से गुज़रने वाली है क्योंकि लंबे प्रारूप में अब
आर अश्विन भी भारतीय दल का हिस्सा नहीं हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही संन्यास ले लिया था। इंग्लैंड दौरे पर भारतीय बल्लेबाज़ी ख़ासतौर पर अनुभवहीन नज़र आ रही है क्योंकि भारतीय बल्लेबाज़ी लाइन अप में केवल
के एल राहुल और
ऋषभ पंत के पास ही इससे पहले इंग्लैंड दौरे का अनुभव है। अगरकर ने ज़ोर देकर कहा कि चूंकि संन्यास के फ़ैसले लिए जा चुके हैं इसलिए अब आगामी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र को देखते हुए टीम बनाना महत्वपूर्ण है।
अगरकर ने कहा, "जब इस स्तर के खिलाड़ी संन्यास लेते हैं तो उनकी जगह को भरना कभी आसान नहीं रहता। कुछ ही महीनों पहले अश्विन ने भी संन्यास लिया था। ज़ाहिर तौर पर यह तीनों खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के मज़बूत स्तंभ रहे हैं। यह हमेशा कठिन रहता है लेकिन इसका एक पहलू यह भी है कि यह अन्य लोगो के लिए मौक़ा भी है।
यह कोई कहने वाली बात नहीं है कि रोहित ने किस तरह से पिछले कुछ वर्षों में टीम का नेतृत्व किया था। यह नया चक्र है इसलिए हमारे लिए भी यह कुछ नया निर्माण करने का मौक़ा है। इसलिए हम बिना अधिक अटकलें लगाए इन लोगों को वो सम्मान देना चाहिए जिसे पाने के यह हक़दार हैं। कभी-कभी यह खिलाड़ियों का व्यक्तिगत निर्णय भी होता है और हमें उनके निर्णय का सम्मान करना चाहिए। निश्चित तौर पर हम उन्हें काफ़ी मिस करेंगे,
मोहम्मद शमी को भी। इसलिए चार खिलाड़ियों का दल में ना होना चुनौतीपूर्ण ज़रूर है लेकिन यह अन्य खिलाड़ियों के लिए मौक़ा भी है।"
आगामी इंग्लैंड दौरे से भारत के लिए नए WTC चक्र की शुरुआत हो जाएगी। इसके बाद भारत घर पर वेस्टइंडीज़ (अक्तूबर) और साउथ अफ़्रीका (नवंबर) की घर पर दो-दो टेस्ट मैचों की मेज़बानी भी करेगा। अगरकर ने कहा कि नंबर चार के रोल में किसे फ़िट किया जाएगा, इस पर निर्णय कप्तान और कोच को करना है।
अगरकर ने कहा, "यह नया WTC चक्र है। हमारी भूमिका बस इतनी है कि किसी खिलाड़ी के जाने के बाद हम नए खिलाड़ी को मौक़ा दें। यह दोनों ही खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में बड़ा नाम रहे हैं इसलिए उनकी जगह भरना आसान नहीं रहने वाला है। "