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संघर्षपूर्ण पारी के साथ हुई कोहली की वापसी

अपनी लय प्राप्त किए बिना भी वह भारत के संयुक्त शीर्ष स्कोरर रहे

जब पाकिस्तान के विरुद्ध पारी की तीसरी गेंद पर विराट कोहली बल्लेबाज़ी करने के लिए मैदान पर उतरे, दुबई में मौजूद दर्शकों का शोर बढ़ गया। कोहली जब अपना गार्ड ले रहे थे तब बड़ी स्क्रीन पर 2016 के एशिया कप में मोहम्मद आमिर की गेंद पर लगाई गई उनकी कवर ड्राइव का वीडियो चलाया गया। कोहली ने स्क्रीन की तरफ़ नज़र घुमाई और फिर गेंद का सामना करने को तैयार हो गए।
जैसे ही पहली गेंद ऑफ़ स्टंप के बाहर से अंदर आई, कोहली ने उछाल पर विश्वास करते हुए उसे छोड़ दिया। उन्होंने गेंद के टप्पे को देखा और हल्की मुस्कान उनके चेहरे पर थी। पिच कठिन थी और ज़ोर लगाने पर गेंदबाज़ों के लिए मदद मौजूद थी। हार्दिक पंड्या और रवींद्र जाडेजा ने पाकिस्तान की पारी में पिच का बढ़िया इस्तेमाल किया था। 148 के लक्ष्य का पीछा करते हुए शायद यह सही समय था कि कोहली पहली गेंद से आक्रामक होने की बजाय ज़ोर लगाकर टीम की नैय्या पार लगा सकते थे।
कोहली एक महीने के ब्रेक के बाद टीम में लौट रहे थे। एक ऐसा ब्रेक जहां उन्होंने बल्ले को छुआ नहीं। बुधवार से, उन्होंने मैदान पर जो कुछ भी किया है, उसे बारीकी से देखा गया है, रील में तब्दील किया गया है, स्टोर किया गया है, और व्यापक रूप से साझा किया गया है : फिर चाहे वह उनके विशाल हिट, बाबर आज़म के साथ उनकी बातचीत, उनके 50-मीटर स्प्रिंट, या फिर वॉर्म-अप फ़ुटबॉल में बनाए गए उनके गोल हो।
रविवार को भी वह मैच से पहले वॉर्म-अप करने उतरे भारतीय खिलाड़ियों में सबसे आगे थे। पहले उन्होंने थ्रोडाउन लिए और फिर कैच का अभ्यास किया। 10 मिनटों के भीतर वह पवेलियन लौट गए। वह दोपहर की गर्मी में ख़ुद को थकाना नहीं चाहते थे।
यह एक बड़ा अवसर था। कोहली, रॉस टेलर के बाद तीनों प्रारूपों में 100 मैच खेलने वाले विश्व के केवल दूसरे खिलाड़ी बनने जा रहे थे। राहुल द्रविड़ ने टीम हडल में कोहली को अपने विचार व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने जोश से बात की, और तालियों की गड़गड़ाहट फैल गई। इसके साथ ही कोहली की आधिकारिक रूप से वापसी हो रही थी।
कोहली ने इस मैच से पहले 2022 में भारत के लिए केवल चार टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुक़ाबले खेले थे। वह टीम की नई आक्रामक विचारधारा का नियमित रूप से हिस्सा नहीं रहे हैं। ऐसे में उन्हें इस नए रवैये को अपनाकर अपने खेल में बदलाव करना था जो कतई आसान नहीं है। 2016 वाले कोहली के लिए ऐसा करना आसान होता जो कभी भी अपने गियर बदल सकते और पेस और स्पिन के विरुद्ध मनचाहे शॉट लगा सकते थे। यह तो हुई अतीत की बात।
रविवार को अपनी पारी की दूसरी गेंद पर कोहली ड्राइव लगाने चले गए। गेंद इतनी फ़ुल नहीं थी और पड़कर बाहर निकली। गेंद खेलते संग ही कोहली को पता था कि वह मुसीबत में है लेकिन दूसरी स्लिप में फ़ख़र ज़मान ने कैच टपका दिया। ज़रा सोचिए कि अगर वह कैच ले लिया जाता तो क्या होता? 'मानसिक-स्वास्थ्य संघर्ष का खुलासा करने के बाद कोहली शून्य पर आउट।' सुर्ख़ियों, मीम्स और निर्णयों के विस्फोट की संभावना थी। लेकिन क़िस्मत कोहली के साथ थी और फ़ाइन लेग की ओर सिंगल लेकर अगली गेंद पर उन्होंने अपना खाता खोला।
अब उनका सामना हो रहा था शाहनवाज़ दहानी से। तीन डॉट खेलने के बाद कोहली ने मिडऑफ़ के ऊपर से हवाई शॉट लगाया। गेंद फ़ील्डर के सिर के ऊपर से होती हुई उससे दूर जा गिरी। दहानी के पास गति थी और कोहली उससे निपटने में संघर्ष कर रहे थे। कोहली का तो पता नहीं लेकिन आप दबाव महसूस करने लगते हैं।
स्क्वेयर लेग अंदर और फ़ाइन लेग बाहर है। शॉर्ट गेंद आने के पूरे आसार है और वह आई भी। कोहली ने पुल के सहारे उसे मिडविकेट बाउंड्री तक पहुंचाने के बाद लंबी दहाड़ लगाई। अगली गेंद पर कोहली के बल्ले का मोटा अंदरूनी किनारा लगा। किसी और दिन यह गेंद स्टंप्स की ओर जाती लेकिन आज नहीं। गेंद शॉर्ट फ़ाइन लेग की तरफ़ गई।
केएल राहुल आउट हो चुके थे और रोहित शर्मा संघर्ष कर रहे थे। अगले ओवर में हारिस रउफ़ की बाउंसर गेंद पर कोहली के बल्ले का ऊपरी किनारा लगा और गेंद कीपर के सिर के ऊपर से सीमा रेखा के बाहर जा गिरी। अब तो भाग्य भी कोहली का साथ दे रहा था।
कोहली मुस्कुरा रहे हैं। पांचवें ओवर में दहानी के विरुद्ध वह हवाई कवर ड्राइव लगाना चाहते थे लेकिन बल्ला हाथ में घूमा और गेंद बैकवर्ड प्वाइंट की दिशा में गई। पिछले दो सालों में कोहली ने ऐसी कई पारियां खेली हैं। इस पारी में भी संघर्ष था लेकिन कुछ अलग बात भी थी। वाइड मिडऑन के ऊपर एक पुल लगाने के बाद कोहली बस खड़े खड़े अपने शॉट का आनंद लेते रहे और बाद में रिप्ले में उन्होंने देखा कि गेंद बल्ले के बीचों-बीच जाकर लगी थी।
पावरप्ले के बाद कोहली 24 गेंदों पर 29 रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद फ़ील्ड खुली और स्पिनर गेंदबाज़ी करने आए। शादाब ख़ान और मोहम्मद नवाज़ के विरुद्ध उन्होंने नौ गेंदों पर केवल छह रन बनाए। इस दौरान रोहित भी आउट हो गए और एक आसान रन-चेज़ कठिन होने लगा।
इसके बाद कोहली ने क़दमों का इस्तेमाल किया और नवाज़ की गेंद को लॉन्ग ऑफ़ के फ़ील्डर के हाथों में दे मारा। उनकी पारी समाप्त हो चुकी थी। जिस तरह की यह पारी थी, शायद इसका अंत इसी तरह से होना था।

शशांक किशोर ESPNcricinfo के सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।