विश्व कप के अपने इतिहास में एक पारी में
317 रन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर खड़ा करने के अगले ही मैच में भारतीय टीम की बल्लेबाज़ी बुरी तरह बिखर गई। इंग्लैंड के ख़िलाफ़ भारतीय टीम महज़ 134 रन ही बना पाई।
17 वर्षों में विश्व कप के किसी मुक़ाबले में यह भारत का सबसे कम स्कोर था। भारतीय टीम इस समय विश्व कप से बाहर होने की दहलीज़ पर खड़ी है, जिसकी सबसे बड़ी वजह टीम की लचर बल्लेबाज़ी को माना जा रहा है। हालांकि शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ होने वाले महत्वपूर्ण मुक़ाबले से पहले टीम की सलामी बल्लेबाज़
स्मृति मांधना को यह विश्वास है कि भारतीय बल्लेबाज़ इस मैच में ज़रुर अपनी लय में लौट आएंगी।
भारतीय बल्लेबाज़ों की ख़राब बल्लेबाज़ी को लेकर स्मृति ने कहा कि जब आप भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हों, तब किसी तरह के स्पष्टीकरण की गुंजाइश नहीं होती। उन्होंने बल्लेबाज़ों का बचाव भी किया और कहा कि भारतीय बल्लेबाज़ों को एक परफ़ेक्ट पारी की ज़रूरत है। स्मृति ने पिछले महीने न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ में टीम की शानदार बल्लेबाज़ी का उदाहरण देते हुए कहा, "पिछली सीरीज़ में हमारे बल्लेबाज़ों ने काफ़ी अच्छी बल्लेबाज़ी की थी और स्कोरबोर्ड पर लगातार अच्छे स्कोर खड़े किए थे। हां, पिछले चार मुक़ाबलों में प्रदर्शन उम्मीदानुसार नहीं रहा, जिस पर हमें काम करने की ज़रूरत है।"
स्मृति को उम्मीद है कि शनिवार का मुक़ाबला भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए परफ़ेक्ट मैच होगा। उन्होंने भारतीय गेंदबाज़ों की तारीफ़ करते हुए कहा कि गेंदबाज़ों ने अब तक बढ़िया गेंदबाज़ी की है और मैच को जीत में तब्दील करने के लिए उन्हें बल्लेबाज़ों से थोड़े सहयोग की दरक़ार है। विश्व कप में अब तक भारतीय बल्लेबाज़ी के दौरान एक समूह में विकेटों का गिरना परेशानी का सबसे बड़ा सबब रहा है। कप्तान मिताली राज की तरह स्मृति ने भी सेट बल्लेबाज़ों को अपनी पारी को बड़े स्कोर में तब्दील करने पर ज़ोर दिया।
स्मृति ने कहा, "हम एक के बाद एक लगातार विकेट गंवा रहे हैं और इस पर हमें काम करने की बेहद ज़रूरत है। 50 ओवरों के खेल में साझेदारियों की महत्ता अधिक होती है। एक बार जब कोई बल्लेबाज़ क्रीज़ पर जम जाता है, तो उस पर खेल को आगे बढ़ाने की ज़िम्मेदारी होती है। यह एक ऐसी कड़ी है जिसको लेकर मैं ख़ुद भी सचेत रहूंगी कि हम लगातार विकेट ना गंवाए। साथ ही एक या दो अच्छी साझेदारी टीम को सम्मानजनक तक पहुंचा सकती है।"
टूर्नामेंट के पहले मुक़ाबले में 40 रन बनाने के बाद रनों की तलाश कर रहीं टीम की हरफ़नमौला खिलाड़ी
दीप्ती शर्मा का भी स्मृति ने बचाव किया। उन्होंने कहा कि भले ही पिछले तीन मैचों में दीप्ती अपने बल्ले से कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पायी हों लेकिन उन्हें पूरा विश्वास है कि वह एक अच्छे स्कोर से बस एक पारी दूर हैं।
ईडन पार्क में बारिश होने की संभावना को लेकर भी स्मृति ने कहा कि खेलते समय भारतीय टीम के ज़हन में यह बात भी दर्ज रहेगी। स्मृति ने खिलाड़ियों पर विश्वास जताते हुए कहा कि हमारे सभी खिलाड़ी परस्थितियों के हिसाब से ख़ुद को ढालने में सक्षम हैं। उनके अनुसार, "हमारे बल्लेबाज़ ज़रूरत पड़ने पर आक्रामक और रक्षात्मक - दोनों ही क्रिकेट खेलने में सक्षम हैं और यही बात गेंदबाज़ों के साथ भी है।"
ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध अगर भारत को हार मिलती है तो यह उसके लिए सेमीफाइनल की राह को और कठिन कर देगी। मैच अगर बारिश के कारण रद्द होता है, तो अंक तालिका में ऑस्ट्रेलिया और भारतीय टीम क्रमशः पहले और पांचवें पायदान पर बनी रहेगी।