मैच (13)
IPL (2)
त्रिकोणीय वनडे सीरीज़, श्रीलंका (1)
County DIV1 (3)
County DIV2 (4)
QUAD T20 Series (MAL) (2)
PSL (1)
फ़ीचर्स

आर अश्विन - टेस्ट क्रिकेट में भारत का सबसे बड़ा मैच विजेता

गेंद के साथ उनके आंकड़े उनको दिग्‍गज बनाते हैं, लेकिन अश्विन बल्ले से भी बहुत उपयोगी थे

आर अश्विन ने 15 साल के शानदार अंतर्राष्‍ट्रीय करियर के बाद बुधवार को संन्‍यास की घोषणा कर दी। उन्‍होंने टेस्‍ट क्रिकेट पर बड़ा प्रभाव छोड़ा है, जहां उन्‍होंने खु़द को केवल भारतीयों में नहीं बल्कि खेल के इतिहास में सबसे बड़ा मैच विजेता साबित किया है।
अश्विन ने अपने करियर का अंत 106 टेस्‍ट में 537 विकेट के साथ किया और वह कुल मिलाकर टेस्‍ट क्रिकेट में सातवें और भारत के लिए अनिल कुंबले के 619 विकेट के बाद सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। 500 विकेट लेने वाले नौ गेंदबाज़ों में उनका स्‍ट्राइक रेट सबसे अधिक 50.73 का है, वहीं उनका गेंदबाज़ी औसत 24 का है जो उनको तीसरे स्‍थान पर लाता है।
उन्‍होंने पारी में पांच या उससे अधिक विकेट 37 बार लिए, जो उनको मुतैया मुरलीधरन के 67 के बाद दूसरे नंबर पर लाता है, वहीं शेन वॉर्न भी 37 बार ऐसा कर चुके हैं। उन्‍होंने टेस्‍ट क्रिकेट मं मैच में 10 या उससे अधिक विकेट आठ बार लिए जो उनको कुंबले के साथ भारतीय गेंदबाज़ों में सबसे ऊपर रखता है।

घर में दबदबा


घरेलू मैदान पर अश्विन की शानदार सफलता ने पिछले दशक में घरेलू टेस्ट में भारत के प्रभावशाली रिकॉर्ड में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने 2011 में अपने पदार्पण के बाद से हर घरेलू टेस्ट खेला है, जिसमें 65 मैच शामिल हैं।
उन 65 मैचों में भारत ने 47 मैच जीते हैं, इस मामले में उनसे आगे केवल सचिन तेंदुलकर हैं, जिन्‍होंने उनसे अधिक 52 टेस्‍ट जीत हासिल की। केवल एलिस्‍टर कुक (89) ही अश्विन से अधिक टेस्‍ट बिना कोई टेस्‍ट मिस किए खेले। इसके बाद टोनी ग्रैग (31) और गेंदबाज़ों में दिलीप दोशी (21) का नंबर आता है।
अश्विन ने उन 65 घरेलू टेस्ट में 383 विकेट लिए, जो किसी भी भारतीय गेंदबाज़ द्वारा सबसे अधिक और कुल मिलाकर चौथा सबसे अधिक विकेट है। घरेलू मैदान पर उनके 29 बार पांच विकेट मुरलीधरन के 45 के बाद दूसरे स्थान पर हैं। घरेलू मैदान पर टेस्ट जीत में अश्विन के 303 विकेट मुरलीधरन के 305 से सिर्फ़ दो विकेट कम हैं।
घर में 200 से अधिक विकेट लेने वाले 23 गेंदबाज़ों में अश्विन का औसत 21.57 है जो छठा सर्वश्रेष्‍ठ है, वहीं उनका 46 का स्‍ट्राइक रेट चौथा सर्वश्रेष्‍ठ है। वहीं घर में 200 विकेट लेने वाले स्पिनरों में यह उनका सर्वश्रेष्‍ठ स्‍ट्राइक रेट है।
उन मैचों में अश्विन के घरेलू औसत और अन्य गेंदबाज़ों (32.47) के बीच का अनुपात 1.51 है, जो घरेलू मैदान पर 200 से अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में पांचवां सबसे बड़ा है।

बल्‍ले से योगदान


अश्विन टेस्‍ट क्रिकेट में केवल गेंदबाज़ी तक सीमित नहीं रहे, उन्‍होंने बल्‍ले से भी अहम योगदान दिए। उन्‍होंने छह शतक लगाए, जिसमें से चार आठ या उससे नीचे बल्‍लेबाज़ी करते हुए आए। इस मामले में वह केवल डेनियल विटोरी से पीछे हैं, जिनके नाम पांच शतक हैं।
छह मैचों में से चार में जहां उन्होंने शतक बनाया, उन्होंने पांच विकेट भी लिए। केवल इयान बॉथम (5) ने अश्विन की तुलना में अधिक बार ऐसा किया है।
अश्विन से पहले 500 से अधिक विकेट लेने वाले आठ खिलाड़ियों में से केवल स्टुअर्ट ब्रॉड और कुंबले ने ही टेस्ट में शतक बनाया था। अश्विन के कुल 3503 रन 500 से अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में ब्रॉड के 3662 रन के बाद दूसरे स्थान पर हैं।

भारत का अपना मैच विजेता


अश्विन के खेलने पर भारत ने 106 टेस्‍ट मैचों में 61 जीते हैं, उनसे आगे भारत के लिए सबसे अधिक टेस्‍ट जीतने वालों में सचिन तेंदुलकर (72) और विराट कोहली (62) हैं। प्‍लेइंग इलेवन में रहते अश्विन का योगदान देने का प्रतिशत 57.55% है जो 100 टेस्‍ट खेलने वालों में छठा सर्वश्रेष्‍ठ है।
बेहतर जीत प्रतिशत वाले सभी खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई हैं: मैथ्यू हेडन (68.93), ग्लेन मैक्ग्रा (67.74), जस्टिन लैंगर (66.67), रिकी पोंटिंग (64.29), और शेन वार्न (63.45), जो सभी 1993 से 2008 तक ऑस्ट्रेलिया के लिए एक प्रमुख अवधि के दौरान खेले थे।
अश्विनव ने 537 विकेटों में से 374 जीत में आए, जो किसी भी खिलाड़ी के लिए पांचवां सर्वश्रेष्‍ठ है। वह भारत के अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके 300 विकेट जीत में आए। उनके जीत में 31 पारी में पांच विकेट दूसरा सर्वश्रेष्‍ठ है, उनसे आगे केवल मुरलीधरन हैं, जिन्‍होंने 41 बार यह कारनामा किया।
अश्विन के करियर के शानदार 69.65% विकेट जीत में आए, 300 से अधिक करियर विकेट वाले खिलाड़ियों में चौथे स्थान पर रहे। केवल ग्लेन मैक्‍ग्रा (73.53), ब्रेट ली (72.58), और शेन वार्न (72.03) का प्रतिशत अधिक है।
उनके महत्वपूर्ण बल्लेबाज़ी योगदान ने भी जीत हासिल करने में मदद की, उनके छह टेस्ट शतकों में से पांच में जीत हुई, जबकि एक का परिणाम ड्रॉ रहा। केवल 134 खिलाड़ी टेस्‍ट जीत में पांच या उससे अधिक शतक लगाए हैं, जबकि उनके 374 विकेट सबसे सर्वश्रेष्‍ठ है, उनसे पीछे जैक्‍स कैलिस (182) हैं।
अश्विन के अलावा टेस्‍ट जीत में केवल बॉथम (8 शतक और 15 बार पारी में पांच विकेट) ने पांच या उससे अधिक शतक और पांच या उससे अधिक पारी में पांच विकेट लिए हैं। इन्‍हीं बेहतरीन आंकड़ों की वजह से अश्विन ने 11 बार प्‍लेयर ऑफ़ द सीरीज़ का ख़ि‍ताब जीता, जिससे उन्‍होंने मुरलीधरन के रिकॉर्ड की बराबरी की।
अश्विन ने 11 सीरीज़ में से छह में 25 से अधिक विकेट लिए जहां उन्हें प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ चुना गया। उन्होंने कुल मिलाकर सात अलग-अलग टेस्ट सीरीज़ में 25 या उससे अधिक विकेट लिए, जो एक रिकॉर्ड है।

नई गेंद का मास्‍टर और बायें हाथ के बल्‍लेबाज़ों के लिए ख़तरा


अश्विन को नई गेंद से गेंदबाज़ी करने में महारथ हासिल है, उन्‍होंने कई तेज़ गेंदबाज़ों से बेहतर परिणाम दिए हैं। उन्‍होंने 54 बार भारत के लिए गेंदबाज़ी की शुरुआत की है और 180 विकेट लिए हैं। स्पिनरों में केवल रंगना हेराथ (104) ने टेस्‍ट में गेंदबाज़ी की शुरुआत करते हुए 100 विकेट हासिल किए हैं।
ओपनिंग गेंदबाज़ के तौर पर उनका औसत 19.27 है, जो विश्‍व क्रिकेट में 100 से अधिक विकेट लेने वाले 89 गेंदबाज़ों में पांचवां सर्वश्रेष्‍ठ है। वहीं उनका स्‍ट्राइक रेट 39.9 है जो केवल हेराथ के 39.4 से पीछे हैं।
गेंदबाज़ी की शुरुआत नहीं करने पर भी अश्विन अपेक्षाकृत नई गेंद से सफल रहे। उन्होंने पारी के पहले 20 ओवरों के दौरान 133 विकेट लिए हैं और वह 2002 की शुरुआत से केवल जेम्स एंडरसन (213) और ब्रॉड (176) से पीछे हैं।
उस चरण में अश्विन के ख़‍िलाफ़ बल्लेबाज़ी औसत 21.49 है, जो 400 से अधिक ओवर फेंकने वाले 42 खिलाड़ियों में ग्लेन मैकग्राथ (20.52) और वर्नोन फिलेंडर (21.05) के बाद तीसरा सर्वश्रेष्ठ है।
बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़‍िलाफ़ अश्विन का प्रदर्शन अच्छी तरह से प्रदर्शित है। उन्होंने उनके ख़ि‍लाफ़ 268 विकेट लिए हैं, जो दाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के ख़‍िलाफ़ लिए गए 269 विकेट से सिर्फ़ एक कम है। एंडरसन 200 से अधिक बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के विकेट लेने वाले एकमात्र अन्य गेंदबाज हैं, जिन्होंने 221 विकेट हासिल किए हैं।
अश्विन के ख़‍िलाफ़ बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों का बल्लेबाज़ी औसत 19.85 है, जो 2002 की शुरुआत के बाद से 50 से अधिक बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के विकेट लेने वाले 54 गेंदबाजों में सबसे कम है।

केवल कुंबले से पीछे


अश्विन ने तीनों प्रारूपों में कुल 765 विकेट लिए, जो भारत के लिए दूसरा सर्वश्रेष्‍ठ है। उनसे आगे केवल कुंबले हैं जिनके नाम 953 विकेट हैं। वहीं अंतर्राष्‍ट्रीय क्रिकेट में उनके ये विकेट उनको 11वें नंबर पर लाकर खड़ा करते हैं। वह छह खिलाड़‍ियों में शामिल हैं जिन्‍होंने अंतर्राष्‍ट्रीय क्रिकेट में 4000 से अधिक रन और 750 विकेट से अधिक लिए हैं।
अश्विन भारत के लिए वनडे में 150 विकेट लेने वाले 15 गेंदबाज़ों में शामिल है, वहीं उनके नाम 74 टी20 अंतर्राष्‍ट्रीय विकेट भी हैं, जिससे वह भारत के लिए पुरुष टी20 अंतर्राष्‍ट्रीय में छठे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बनते हैं। वहीं स्पिनरों में वह भारत के लिए युज़वेंद्र चहल के 98 विकेट के बाद सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं।

संपत बंडारुपल्‍ली ESPNcricinfo में स्‍टैटिशियन हैं।