मंगलवार को पर्थ में श्रीलंका के विरुद्ध अहम मुक़ाबले से पहले ऑलराउंडर
मिचेल मार्श ने ख़ुद को गेंदबाज़ी के लिए फ़िट करार दिया है। एक तरफ़ जहां विश्व कप के प्रबल दावेदारों भारत और इंग्लैंड ने जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की तो वहीं गत विजेता ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत इसके ठीक विपरीत रही। अपने पहले ही मुक़ाबले में उन्हें न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध 89 रनों की करारी हार झेलनी पड़ी।
इस हार ने ऑस्ट्रेलिया के नेट रन रेट को पहले ही काफ़ी कम कर दिया है और ऊपर से इस टूर्नामेंट की प्रवृत्ति कुछ ऐसी है कि यदि ऑस्ट्रेलिया अपने अगले चार मुक़ाबले जीत भी जाए तब भी यह संभव है कि उसे सेमीफ़ाइनल के टिकट से वंचित रहना पड़े।
टखने की चोट से उबर चुके मार्श ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण में अपना योगदान दे सकते हैं जो कि अभी भी फ़िन ऐलेन और डेवन कॉन्वे द्वारा की गई धुलाई की कड़वी यादों को संजोए हुए है।
हालांकि उन्होंने अगस्त में ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध खेली गई वनडे सीरीज़ के बाद से गेंदबाज़ी नहीं की है और न्यूज़ीलैंड के विरुद्ध खेले गए मुक़ाबले में भी वह तीन नंबर पर बतौर बल्लेबाज़ ही खेले।
मार्श ने सोमवार को पर्थ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, "मैं गेंदबाज़ी के लिए उपलब्ध हूं। मुझे एक ऑलराउंडर के तौर पर ख़ुद को तैयार करना और मैच में हमेशा बने रहने को सुनिश्चित करना बेहद पसंद है।"
मार्श की सीम गेंदबाज़ी कप्तान ऐरन फ़िंच के लिए पावरप्ले में एक अन्य विकल्प देगी। न्यूज़ीलैंड ने पहले मुक़ाबले में पावरप्ले के दौरान 65 रन बटोर लिए थे। आक्रमण को संतुलित करने के लिए फ़िंच पावरप्ले में अमूमन मार्श,
मार्कस स्टॉयनिस और
ग्लेन मैक्सवेल जैसे ऑलराउंडर का उपयोग करते हैं।
साइड इंजरी के बाद वापसी कर रहे स्टॉयनिस से फ़िंच ने चौथा ओवर कराया जिसमें उन्होंने 10 रन दिए। हालांकि उन्होंने मैक्सवेल की अनदेखी करते हुए मुक़ाबले में सिर्फ़ पांच गेंदबाज़ों का ही इस्तेमाल किया।
पहले मुक़ाबले में बड़ी हार झेलने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के एकादश के चयन पर सवाल भी उठ रहे हैं, जिसमें स्टीवन स्मिथ और कैमरन ग्रीन को जगह नहीं दी गई। हालांकि इस बात की प्रबल संभावना है कि अगले मुक़ाबले में भी टीम में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
हार पर चर्चा करते हुए मार्श ने कहा, "हमारे पास कोई अन्य विकल्प भी नहीं है। इस घड़ी में एक साथ रहना महत्वपूर्ण है।"
पर्थ ने हाल के दिनों में ख़राब मौसम का अनुभव किया है लेकिन सौभाग्य से यह टूर्नामेंट को प्रभावित नहीं कर रहा है। मंगलवार को बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं है और पिच में फिर से उछाल और गति होने की उम्मीद है।
इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ मार्क वुड ने अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ शनिवार के खेल के दौरान टी20 अंतर्राष्ट्रीय में दर्ज अब तक का सबसे तेज़ स्पेल फेंका, जिसमें बल्लेबाज़ लगातार डीप स्क्वेयर बाउंड्री पर आउट हुए।
ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण पर मार्श ने कहा, "हम निश्चित रूप से आक्रामक रुख़ अपनाएंगे। हम जानते हैं कि तीन बड़े गेंदबाज़ जब आगे बढ़ते हैं तो उन्हें रोकना बहुत मुश्किल होता है। मुझे लगता है कि निश्चित रूप से उस रात के बाद हम उनसे बड़ी प्रतिक्रिया देखेंगे।"
ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में दो श्रृंखलाओं में पांच मैचों में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ इस साल 16.40 की औसत से 10 टी 20 अंतर्राष्ट्रीय विकेट लेने वाले
वनिंदु हसरंगा के बारे में मार्श ने कहा, "वह स्पष्ट रूप से एक बहुत अच्छे गेंदबाज़ हैं और जिस पर हमें आक्रमण करना होगा। उम्मीद है कि पर्थ में स्पिन उतनी बड़ी भूमिका अदा नहीं करेगी और हम ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में स्पिन को बहुत अच्छा खेलते भी हैं।"
ट्रिस्टन लैवलेट पर्थ में रहने वाले पत्रकार हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के एडिटोरियल फ्रीलांसर नवनीत झा ने किया है।