टी20 विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया ने अपनी रणनीति में बहुत बड़ा बदलाव लाया है और अब वह पांच की बजाय सिर्फ़ चार विशेषज्ञ गेंदबाज़ और एक अतिरिक्त बल्लेबाज़ के साथ मैदान में उतर रही है। पांचवें गेंदबाज़ का कोटा ग्लेन मैक्सवेल और मार्कस स्टॉयनिस पूरा कर रहे हैं। ज़रूरत पड़ने पर मिचेल मार्श को भी गेंदबाज़ी दी जा सकती है, ऐसा टीम मैनेजमेंट का मानना है।
साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया की यह योजना काम की। मैक्सवेल ने चार ओवर में सिर्फ़ 24 रन दिए और एक विकेट प्राप्त किया। मैक्सवेल की गेंदबाज़ी इतनी अच्छी थी कि स्टॉयनिस या मार्श को आक्रमण पर लाने की ज़रूरत ही नहीं पड़ी। हालांकि श्रीलंका के ख़िलाफ़ यह दांव उल्टा पड़ता दिखा, क्योंकि मैक्सवेल और स्टॉयनिस ने मिलकर चार ओवर में 51 रन खर्च कर डाले और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला।
कोच जस्टिन लेैंगर पहले भी कह चुके हैं कि यह एक बहुत ही कठिन निर्णय है और ज़रूरत पड़ने पर वह इसमें बदलाव भी कर सकते हैं। लेकिन इस रणनीति का दूसरा पक्ष यह है कि इससे वॉर्नर और फ़िंच को अतिरिक्त आज़ादी मिली और वे खुल के खेलकर फ़ॉर्म में वापसी करते हुए दिखे। इन दोनों ने श्रीलंका के ख़िलाफ़ पॉवरप्ले के छह ओवरों में 63 रन जोड़े। वहीं मार्श और वेड जैसे आक्रामक बल्लेबाज़ों को आने की ज़रूरत भी नहीं पड़ी।
मैच के बाद वॉर्नर ने इसे स्वीकार करते हुए कहा, "हां इस संतुलन से हमें वह आज़ादी मिलती है कि हम बीच में जाएं और ताबड़तोड़ आक्रमण करें। मैक्सवेल ने भी पहले मैच में जबरदस्त खेल दिखाया था। टी20 मैच-अप का खेल है और हम उसी मैच-अप के हिसाब से अपना टीम संतुलन बना रहे हैं। आज मैक्सवेल और स्टॉयनिस थोड़ा सा महंगे ज़रूर साबित हुए लेकिन हम इसके बारे में अधिक नहीं सोच रहे।"
मैट रोलर ESPNcricinfo में असिस्टेंट एडिटर हैं, अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के दया सागर ने किया है