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शास्त्री: बढ़िया प्रदर्शन के बावजूद शिखर को वह प्रशंसा नहीं मिलती जिसके वह हक़दार हैं

पूर्व भारतीय कोच के अनुसार शिखर धवन का अनुभव भारतीय टीम के लिए कारगर साबित हो सकता है

Shikhar Dhawan cracks one away off the back foot, New Zealand vs India, 1st ODI, Auckland, November 25, 2022

एक कप्तान के तौर पर धवन का रिकॉर्ड काफ़ी बढ़िया रहा है  •  Getty Images

भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री का मानना ​​है कि भारतीय क्रिकेट में लोग अपना ज़्यादातर ध्यान विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ियों पर केंद्रित करते हैं। वहीं अनुभवी सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन को एक खिलाड़ी और कप्तान दोनों के रूप में बढ़िया प्रदर्शन करने के बावजूद "वह प्रशंसा नहीं मिलती जिसके वह हक़दार हैं।"
न्यूज़ीलैंड में तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में भारतीय टीम का नेतृत्व करते हुए धवन ने शुक्रवार को सलामी बल्लेबाज़ के रूप में सामने से टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने अपने ओपनिंग जोड़ीदार शुभमन गिल के साथ पहले विकेट के लिए 124 रन जोड़े और साथ ही 77 गेंदों में 72 रनों की बेहतरीन पारी खेली।
बायें हाथ के बल्लेबाज़ धवन के शानदार पारी से प्रभावित होते हुए शास्त्री ने ब्रॉडकास्ट से कहा, "वह काफ़ी अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्हें वह प्रशंसा नहीं मिलती जिसके वह हक़दार हैं। ईमानदारी से कहूं तो सबसे अधिक स्पॉटलाइट विराट कोहली और रोहित शर्मा पर है। लेकिन जब आप उनके (धवन के) वनडे रिकॉर्ड को देखते हैं, और आप कुछ पारियों को देखते हैं जो उन्होंने बड़े मैचों में शीर्ष टीमों के ख़िलाफ़ खेली है, तो पता चलेगा के उनका रिकॉर्ड बेहतरीन है।"
शास्त्री के कोचिंग कार्यकाल के दौरान भी धवन राष्ट्रीय टीम में थे। उन्होंने कहा कि 36 वर्षीय सलामी बल्लेबाज़ के पास गुणवत्ता वाले तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ सफल होने के लिए सभी शॉट हैं।
उन्होंने आगे कहा, "शीर्ष क्रम में एक बाएं हाथ का बल्लेबाज़ बहुत अंतर पैदा करता है। वह(धवन) स्वभाविक रूप से स्ट्रोक लगाने वाले खिलाड़ी हैं। उनके पास तेज़ गेंदबाज़ी के ख़िलाफ़ पुल, कट और ड्राइव जैसे सभी शॉट्स हैं। मुझे लगता है कि उनका अनुभव यहां काम आएगा।"
साल की शुरुआत में धवन को गन प्लेयर कहने वाले शास्त्री ने कहा, "भारत के पास कई प्रतिभाशाली युवा हैं, लेकिन मुझे लगता है कि क्रिकेट के इस प्रारूप में उनका अनुभव मायने रखता है।"
ऑकलैंड में अपनी पारी के दौरान धवन ने अपने 6500 वनडे रन भी पूरे किए। उन्होंने 13 बार गेंद को सीमा रेखा से बाहर भेजा और वह काफ़ी अच्छे टच में दिखे। यह पहली बार नहीं है कि धवन भारतीय वनडे टीम की कप्तानी कर रहे हैं। उन्होंने अतीत में दूसरी श्रेणी की भारतीय टीम का नेतृत्व करते हुए श्रीलंका (2-1), साउथ अफ़्रीका (2-1) और वेस्टइंडीज़ (2-1) के ख़िलाफ़ जीत दर्ज की है।
वहीं वनडे टीम की कप्तानी करते हुए धवन ने 10 पारियों में 43.66 की औसत से 393 रन बनाए हैं, जिसमें चार अर्धशतक भी शामिल हैं।