राजस्थान रॉयल्स हर मैच में एक रणनीति के साथ जाती है। छह बल्लेबाज़ खिलाओ, पांच मुख्य गेंदबाज़ खिलाओ और एक हरफ़नमौला। इससे उनको
आर अश्विन को एक बल्लेबाज़ तौर पर इस्तेमाल करने का मौक़ा मिला है, ज़्यादातर नंबर तीन पर, जहां इस टीम को पावरप्ले में रन बनाने का मौक़ा मिलता है और उनकी बल्लेबाज़ी में गहराई भी आती है।
इससे उनके संयोजन में थोड़ा बदलाव भी हुआ और देवदत्त पड़िक्कल जैसे बल्लेबाज़ को नीचे बल्लेबाज़ी के लिए उतरना पड़ा, जो अब तक एक ओपनर के तौर पर स्थापित रहे हैं, लेकिन राजस्थान ने अपनी योजनाओं का समर्थन किया।
बुधवार को अश्विन को नंबर तीन पर भेजा गया और उन्होंने धीमी शुरुआत की, लेकिन जल्द ही उन्होंने अक्षर पटेल पर आक्रमण किया और उनका स्कोर 13 गेंद में 21 रन हुआ और इसके बाद 19 गेंद में 26 रन हो गया। रणनीति लगातार आक्रमण करने की थी लेकिन यशस्वी जायसवाल का विकेट गिरने का मतलब था कि अश्विन को पिच पर समय बिताना था और यही वजह थी कि वह आईपीएल में अपना पहला अर्धशतक लगा पाए।
अश्विन ने मैच के बाद कहा कि उनको नंबर तीन पर भेजने का निर्णय चौंकाने वाला नहीं था। यह उस रणनीति का हिस्सा था जिसकी चर्चा वह सीज़न के शुरू होने से पहले अच्छी तरह से कर चुके हैं।
अश्विन से जब पूछा गया कि क्या वह पिंच हिटर के तौर पर भेजे गए थे, तो उन्होंने जवाब में कहा, "नहीं, किसी ने लाइसेंस नहीं दिया है। सीज़न की शुरुआत से ही हमारी बात हुई थी और मुझे बताया गया था कि मुझे ऊपरी क्रम में भेजा जा सकता है। हमारे कुछ अभ्यास मैच हुए जहां पर मैंने ओपनिंग की और मैंने इसका लुत्फ़ लिया। इस पारी को खेलकर अच्छा महसूस कर रहा हूं, भले ही यह जीत में योगदान नहीं दे पाई हो।"
क्या ऐसी विरोधी से संबंधित कोई अहम योजना है जिसके बारे में उन्होंने बात की है?
उन्होंने जवाब दिया, "नहीं ऐसी कोई रणनीति नहीं है। बस इरादा अच्छा है, टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले मेरी बल्लेबाज़ी में अच्छी लय रही है। मैंने वज़न ट्रांसफर पर काम किया है और कुछ तकनीकी बदलाव किए हैं। मैं रन बनाने को देख रहा हूं और बैट स्विंग अच्छी हुई है। उम्मीद है यह आगे भी जारी रहेगी।"
राजस्थान ने 14वें ओवर में 100 रन बनाए लेकिन वह रणनीति के हिसाब से और रन नहीं बना पाई। यह पिच के बर्ताव की वजह से था, जहां शॉट खेलने मुश्किल हो रहे थे।
अश्विन ने कहा, "आज की पिच इतनी आसान नहीं थी, इस बारे में बातचीत हुई थी। बात यही हुई थी कि खेलने जाओ और कुछ ओवर बिताओ और पारी को चलाओ। हर बार नहीं, लेकिन अगर आप 13वें ओवर तक 100 रन बना लेते हो तो आप 180 तक पहुंच सकते हैं। यही नज़रिया काम करता है।"
"आज फिर हमने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए काफ़ी मुश्किल पिच पर 100 का आंकड़ा छुआ, मुझे लगता है कि अंत में शायद 15-20 कम रह गए, लेकिन जैसा कि मैंने कहा कि आप कभी नहीं जानते जब तक कि दोनों पक्ष नहीं खेलें। हमने अतीत में इस तरह के स्कोरिंग मैचों में पकड़ बनाई है, लेकिन आज विकेट, कैच - दूसरे भाग में कुछ भी हमारे लिए सही नहीं था, यह वाकई हमारा दिन नहीं था।"
शिमरॉन हेटमायर की अनुपस्थिति की वजह से भी उन्हें अपनी रणनीति बदलनी पड़ी है। वह इस सीज़न के सर्वश्रेष्ठ फ़िनिशर रहे हैं, लेकिन यह रोल अब किसी दूसरे को निभाना था। संजू सैमसन का स्ट्राइक रेट डेथ ओवरों में 192 का है और इस रात वह इस रोल में थे। यह काम नहीं किया चाहे भले ही रणनीति सही हो। सैमसन डेथ ओवरों की पहली गेंद पर आउट हो गए और राजस्थान की मुश्किल बढ़ गई।
अश्विन ने कहा, "हेटमायर अपने बच्चे के जन्म की वजह से घर गए हैं और रासी को उनकी जगह आना पड़ा। हेटमायर इस रोल में हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ रहे हैं और उनका जाना टीम को खला है।"
"मुझे लगा कि आज टॉस भी महत्वपूर्ण था क्योंकि विकेट मुश्किल थी और ज़ाहिर है कि अगर हमारी क़िस्मत थोड़ी अच्छी होती और हम कैच पकड़ लेते तो मैच एक अलग दिशा ले सकता था। टूर्नामेंट के आख़िरी छोर पर हमेशा दबाव होता है। उम्मीद है हम जीतेंगे और अगले दौर में जगह बनाएंगे।"
इस हार से राजस्थान मुश्किल स्थिति में आ गई है। यह संभव है कि अब प्लेऑफ़ में पहुंचने के लिए उन्हें कम से कम एक मैच तो जीतना ही होगा और अगर शीर्ष के दो टीमों में आना है तो शायद बचे दोनों मुक़ाबलों में जीत दर्ज करनी होगी।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।