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अश्विनी कुमार : पंजाब के एक छोटे से गांव से ऐतिहासिक वानखेड़े तक का सफ़र

बाएं हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ ने अपने IPL डेब्यू से पहले सिर्फ़ चार T20 मैच खेले थे

अश्विनी कुमार पंजाब के मोहाली जिले के झांझेरी गांव के एक बेहद ही साधारण परिवार से आते हैं, जिनके लिए क्रिकेट इक्विपमेंट भी ख़रीदना बहुत मुश्किल की बात है। वह पूरे पंजाब में घूम-घूमकर क्रिकेट खेलते थे और वहां अच्छा प्रदर्शन कर उन्होंने सिर्फ़ 18 साल की उम्र में पंजाब के लिए प्रथम श्रेणी डेब्यू किया। हालांकि हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण उनके करियर का सफ़र डगमगा भी गया।
दो साल बाद उन्होंने पंजाब टीम में वापसी की, लेकिन उन्हें सिर्फ़ एक रणजी ट्रॉफ़ी मैच और एक विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी मैच मिला। 2022-23 में उन्हें तीन और सीमित ओवर मैच खेलने को मिले, लेकिन कभी भी नियमित मौक़ा नहीं मिला।
2023 में उन्होंने चंडीगढ़ स्थित लॉन्चिंग पैड एकेडमी ज्वाइन किया और 2024-25 में सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में उनकी वापसी हुई। 2024 IPL के दौरान वह पंजाब किंग्स (PBKS) के नेट बॉलर भी थे।
IPL 2025 के दौरान अश्विनी ने CSK और मुंबई इंडियंस (MI) दोनों का ट्रायल दिया था और MI के स्काउट्स उनसे बहुत प्रभावित हुए। उनके पास उतनी तेज़ी तो नहीं थी, लेकिन वह नई गेंद को दोनों तरफ़ स्विंग कराने के साथ-साथ पुरानी गेंद से वैरिएशन भी प्राप्त कर सकते थी। इसी क्षमता को देखते हुए MI ने उन्हें नीलामी में 30 लाख रूपये में ख़रीदा।
IPL 2025 से पहले अश्विनी फिर से चंडीगढ़ स्थित अपने एकेडमी गए और अपने कोच वरिंदर सिंह के साथ अपने फ़िटनेस, स्ट्रेंथ व कंडिशनिंग और नॉन बोलिंग आर्म पर काम किया। अब उनके पास एक बेहतर एक्शन और एक मज़बूत एथलेटिक शरीर था।
पंजाब रणजी टीम के कोच वसीम जाफ़र कहते हैं, "वह नेट्स में लगातार मेहनत करते हैं और अपने आपको लगातार सुधारने की कोशिश में लगे रहते हैं। उनके पास बहुत कुछ है- वह 140 की गति से गेंद फेंक सकते हैं, उनके पास बाउंसर, यॉर्कर, स्लोअर गेंद भी है। मैं उनके लिए ख़ुश हूं क्योंकि वह एक अच्छी फ़्रैंचाइज़ी के पास गए हैं।"
KKR के ख़िलाफ़ डेब्यू करते हुए अश्विनी कुमार ने चार विकेट लिए, जो कि किसी भी भारतीय का IPL डेब्यू पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उन्होंने अजिंक्य रहाणे, रिंकू सिंह, मनीष पांडे और आंद्रे रसल जैसे अंतर्राष्ट्रीय नामों को अपना शिकार बनाया।
अश्विनी की गेंदबाज़ी के बारे में बात करते हुए MI के कप्तान हार्दिक पंड्या ने बताया, "जब हमने उन्हें एक अभ्यास मैच में खेलते देखा था, तो हमने पाया कि उनके पास अलग ऐक्शन, अलग कोण (बाएं हाथ का) और लेट स्विंग है। इस विकेट में उनके लिए कुछ था और हमने सोचा कि उनके जैसा गेंदबाज़ यहां सफल हो सकता है। मैं उनके लिए बहुत-बहुत ख़ुश हूं।"
अश्विनी को इस प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ़ द मैच अवार्ड मिला। इसके बाद उन्होने कहा, "यह मेरे लिए बहुत बड़ी चीज़ है कि मुझे इस तरह से मौक़ा मिला। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे पहले ही मैच में प्लेयर ऑफ़ द मैच का अवार्ड मिलेगा। मैं बस अपने प्रोसेस को फ़ॉलो कर टीम में अपना योगदान देना चाहता था। लेकिन यह उससे भी बेहतर हो गया। मैं भीड़ के सामने प्रदर्शन करने के लिए तो कॉन्फ़िडेंट था, लेकिन मैच से पहले थोड़ा सा नर्वस भी था। मैं सोच रहा कि 'क्या होगा?'" ख़ैर, जो हुआ, अब वह इतिहास है।