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मैं ख़ुद को और बेहतर बनाना चाहता हूं : शाहरूख़ ख़ान

'आईपीएल में ख़राब प्रदर्शन से आत्‍मविश्‍वास पर कोई असर नहीं पड़ा'

M Shahrukh Khan wheels away after taking a wicket, Kovai Kings vs Madurai Panthers, TNPL 2022, Dindigul, June 30, 2022

टीएनपीएल में अब तक सात मैचों मे 10 विकेट ले चुके हैं शाहरूख  •  TNPL

मोहम्‍मद शाहरूख़ ख़ान का पंजाब किंग्‍स के लिए आईपीएल 2022 अच्‍छा नहीं गया था, जहां वह आठ पारियों में 16.71 की औसत और 108.33 के स्‍ट्राइक रेट से केवल 117 रन ही बना पाए थे। इसके बाद फ़्रैंचाइज़ी ने उन्‍हें लगातार मौक़े नहीं दिए लेकिन उनका मानना है कि इससे उनका आत्‍मविश्‍वास डगमगाया नहीं है।
शाहरूख़ ने कहा, "परिणाम आ सकते हैं और नहीं भी आ सकते हैं, लेकिन मैं हमेशा प्रक्रिया पर विश्‍वास रखता हूं। मैंने आईपीएल के दौरान अभिनव मुकुंद से बात की और इससे मेरे दिमाग पर कोई असर नहीं हुआ क्‍योंकि मुझे लगता है कि मैं अभी प्रक्रिया में हूं और सभी कुछ सही कर रहा हूं। कई बार परिणाम आएंगे और कई बार नहीं। मेरे लिए सबसे ज़रूरी है कि मैं सही अभ्‍यास करूं, ट्रेनिंग बेहतर से करूं और सकारात्‍मक सोच रखूं।"
"जिस किसी भी टीम के लिए मैं खेलूं, मैं अपना सर्वश्रेष्‍ठ देने की कोशिश करूं, फ‍िर चाहे मुझे मौक़े मिलें या नहीं। मैं बस ख़ुद का ही बेहतर वर्जन बनना चाहता हूं। फ‍िर चाहे यह अभ्‍यास मैच या मैच ही क्‍यों ना हो। आज [टीएनपीएल 2022] में हमारा अभ्‍यास सत्र हुआ, मैं बस अभ्‍यास सत्र में अपना सर्वश्रेष्‍ठ देना चाहता था। मौक़े आएंगे और जाएंगे, जरूरी है कि आप सही समय पर अपने कौशल में सुधार करें। यही मैं करने की कोशिश कर रहा हूं।"
शाहरूख़ ने अपनी पावर हिटिंग कौशल में सुधार के लिए जूलियन वुड को श्रेय दिया। वुड हैंपशायर और बर्कशायर के पूर्व बल्‍लेबाज़ और आईपीएल में किंग्‍स के पावर हिटिंग कोच हैं। वुड ने अभ्‍यास सत्रों में शाहरूख़ को भारी गेंद और भारी बल्‍ले से अभ्‍यास कराया।
उन्‍होंने कहा, "वह पावर के लिए, बैट स्विंग के लिए और शॉट में ताक़त लाने के लिए भारी गेंद और भारी बल्‍ले से अभ्‍यास कराते थे। पावर हिटिंग ऐसी है कि यह मुझमें खुद ही आती है, तो मैं इसमें ज्‍यादा बदलाव नहीं करना चाहता हूं और जब मैं ताक़त लगाता हूं तो मेरे पास मेरी खुद की तकनीक है।"
"तो मैं पावर हिटिंग के मामले में खुद ही अच्‍छा हूं, लेकिन वुड ने मेरी सहायता मेरी शेप के लिए की। वह भारी गेंद का इस्‍तेमाल करते थे। यह क्रिकेट की आम गेंदों से बहुत भारी थी और आप उसके वजन का अंदाजा नहीं लगा सकते और जब आप गेंद को मारते थे तो यह दूर नहीं जाती थी। मैंने इसमें कुछ चीज़ सीखी और यह मेरे काम आई।"
शाहरूख़ ने कहा कि जॉनी बेयरस्‍टो और लियम लिविंगस्‍टन के साथ समय बिताने में भी उन्‍हें मदद मिली।
शाहरूख़ ने कहा, "पंजाब किंग्‍स के लिए इस साल शीर्ष से निचला क्रम पावर हिटिंग बल्‍लेबाजों से भरा हुआ था। इनके साथ रहकर आप नेट्स पर कई सारे प्‍वाइंट इकट्ठा कर सकते हो। बेयरस्‍टो और लिविंगस्‍टन ने मेरी नेट्स पर मदद की कि कैसे हिटिंग को लगातार जारी रखा जा सकता है। जो बात उन्‍होंने मेरे साथ की मैं ज़रूर उन्‍हें अपने क्रिकेट करियर में लंबे समय तक साथ रखूंगा।"
शाहरूख़ जहां पावर हिटिंग को लंबे समय तक जारी रखना चाहते हैं तो वह पिछले साल से अपनी ऑफ़ स्पिन पर भी काम कर रहे हैं। वह अंडर 19 के दिनों में लगातार गेंदबाज़ी करते थे लेकिन कंधे की चोट के कारण उन्‍हें गेंदबाज़ी करना बंद कर दिया था। वह टीएनपीएल में लायका कोवई किंग्‍ के कप्‍तान हैं ओर गेंदबाज़ी करते हुए सात मैचों में 14.80 औसत से 10 विकेट ले चुके हैं।
शाहरूख़ ने कहा, "गेंदबाज़ी में पहले से ही अच्‍छी करता था। मैं अंडर 19, अंडर 23 जैसे ऐज ग्रुप क्रिकेट में लगातार गेंदबाज़ी करता था, लेकिन इस बीच मुझे कंधे की चोट लगी थी जिसके बाद मैं अपने हाथ को घुमा नहीं पाता था। अब सब सही हो गया है तो मैं अपनी गेंदबाज़ी पर काम कर रहा हूं। मैं एक स्‍टॉक बॉल पर काम कर रहा हूं फ‍िर चाहे यह सफेद गेंद क्रिकेट में हो या लाल गेंद क्रिकेट में। मैं बस ज्‍यादा से ज्‍यादा गेंद को टर्न कराना चाहता हूं। अगर मेरे हाथ से गेंद अच्‍छी टर्न होती है तो मुझे लगता है कि गेंद और विकेट बाकी का काम कर देंगे।"
शाहरूख़ को इस साल की शुरुआत में वेस्‍टइंडीज़ के खिलाफ सीरीज़ के लिए चुना गया था लेकिन मौक़ा नहीं मिल पाया था। दीपक हुड्डा के अलावा भारत के शीर्ष छह बल्‍लेबाजों में कोई गेंदबाज़ी नहीं करता है। तो क्‍या शाहरूख़ की नजर हरफनमौला के तौर पर भारतीय टीम में जगह बनाने पर है?
शाहरूख़ ने कहा, "जब आपके पास दो कौशल होते हैं तो यह हमेशा एडवांटेज़ रहती है और मैं ऐसा नहीं सोच रहा हूं कि भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए मुझे केवल अपनी गेंदबाज़ी पर फ़ोकस करना है। गेंदबाज़ी और बल्‍लेबाजी दोनों ही अहम हैं और मैं यह नहीं सोच रहा हूं कि वे मुझे चुनेंगे या नहीं। मैं बस खेलना चाहता हूं और हमेशा अपना सर्वश्रेष्‍ठ देना चाहता हूं। मैं अभी टीएनपीएल में खेल रहा हूं और मैं अपनी टीम के लिए सबकुछ करना चाहता हूं।"

देवरायण मुथु ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।