रेटिंग्स : भारत की जीत में राहुल और जाडेजा ने बटोरे बराबर अंक
राहुल और जडेजा के अलावा शमी और सिराज की जोड़ी ने भी बड़ी भूमिका अदा की
नवनीत झा
17-Mar-2023
राहुल और जाडेजा की शतकीय साझेदारी ने लगाया भारतीय टीम का बेड़ा पार • BCCI
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को पहले वनडे मुक़ाबले में पांच विकेटों से हरा दिया। हालांकि पांच विकेटों की यह जीत संभव नहीं हो पाती अगर केएल राहुल और रवींद्र जाडेजा की जोड़ी अंत तक न टिकी रहती। वहीं ऑस्ट्रेलिया को एक कम टोटल रोकने में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज की भूमिका को भला कौन भूल सकता है?
क्या सही क्या ग़लत?
भारतीय टीम के दृष्टिकोण से सबसे सही केएल राहुल का लय में वापस आना रहा। राहुल की लय में वापसी ने न सिर्फ़ टीम मैनेजमेंट की एक बहुत बड़ी चिंता को दूर किया है बल्कि आगामी वर्ल्ड के लिहाज़ से कई सारे विकल्प भी खोल दिए। गेंदबाज़ी भारतीय टीम के लिए सकारात्मक पहलू रही। एक बल्लेबाज़ी वाली पिच पर ऑस्ट्रेलिया को एक कम टोटल पर रोकना वाकई प्रशंसनीय है।
इस मुक़ाबले में भारतीय टीम के दृष्टिकोण से सबसे नकारात्मक पहलू टॉप ऑर्डर का लड़खड़ाना रहा। शीर्ष क्रम में एक भी बल्लेबाज़ क्रीज़ पर पैर नहीं जमा पाया। जिसके चलते मैच को ऑस्ट्रेलिया के चंगुल से निकालने का सारा भार राहुल और जाडेजा के ऊपर आ गया।
रेटिंग्स (1 से 10, 10 सर्वाधिक)
इशान किशन, 3 - भारतीय टीम जब लक्ष्य का पीछा करने उतरी तो इशान किशन पर न सिर्फ़ एक ठोस शुरुआत दिलाने की ज़िम्मेदारी थी बल्कि रोहित की गैरमौजूदगी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का एक और सुनहरा अवसर था, लेकिन इशान के हाथों यह अवसर मार्कस स्टॉयनिस की गेंद पर पगबाधा का शिकार होते ही छिटक गया।
शुभमन गिल, 6 - इशान के जोड़ीदार शुभमन गिल भी अपने बल्ले से कुछ ख़ास नहीं कर पाए। हालांकि फ़ील्डिंग के दौरान उन्हें जरूर अंक मिले जहां उन्होंने स्टॉयनिस, शॉन ऐबट के कैच ज़रूर लपके।
विराट कोहली, 3 - भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली जब बल्लेबाज़ी करने आए तो उनसे गिल के साथ मिलकर भारत को एक मज़बूत स्थिति में पहुंचाने की उम्मीद थी। कोहली आत्मविश्वास से भरे हुए भी नज़र आ रहे थे लेकिन मिचेल स्टार्क की तेज़ी से अंदर आती हुई गेंद ने उन्हें सिर्फ़ चार रन के निजी स्कोर पर गच्चा दे दिया।
सूर्यकुमार यादव, 3 - सूर्यकुमार यादव ने भी बल्लेबाज़ी में निराश किया। इशान की तरह ही उनके पास श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का मौक़ा था लेकिन अपनी पहली ही गेंद पर वह स्टार्क का शिकार बन गए।
केएल राहुल, 9 - लंबे समय बाद केएल राहुल के बल्ले से रन निकले और ऐसे समय पर निकले जब टीम को उसकी ज़रूरत थी। 11वें ओवर में केएल राहुल जब बल्लेबाज़ी के लिए आए तब भारतीय टीम ने अपने चार विकेट खो दिए थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने हार्दिक पंड्या के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की और उसके बाद जाडेजा के साथ मिलकर भारतीय टीम को जीत की दहलीज़ तक पहुंचा कर ही दम लिया। विकेट के पीछे उनकी स्फ़ुर्ती तो अलग ही स्तर पर थी। एक तरह से वह पूरे मैच में चुस्त नज़र आए।
हार्दिक पंड्या, 8 - हार्दिक पंड्या पर तो वैसे भी दोनों क्षेत्रों की ज़िम्मेदारी होती है लेकिन आज उनके पास कप्तानी का अतिरिक्त प्रभार भी था। बल्लेबाज़ी में कैमरन ग्रीन के तेज़ तर्रार बाउंसर ने हार्दिक को पवेलियन तो चलता कर दिया लेकिन गेंदबाज़ी के दौरान हार्दिक ने अपनी बेहतरीन कप्तानी से ऑस्ट्रेलिया की हार की पटकथा पहले ही लिख दी थी। हार्दिक के सही समय पर गेंदबाज़ों को रोटेट करने की रणनीति ने ऑस्ट्रेलिया को मैच में वापसी नहीं करने दिया, नहीं तो ग्लेन मैक्सवेल और ग्रीन जैसे पावर हिटर वाली यह टीम बड़ा स्कोर भी खड़ा कर सकती थी। गेंदबज़ी के दौरान कप्तान स्मिथ का विकेट और मिडविकेट पर रहते हुए मैक्सवेल का महत्वपूर्ण कैच भला कौन भूल सकता है?
रवींद्र जाडेजा, 9 - जाडेजा ने एक बार फिर अपने ऑलराउंड खेल से यह साबित कर दिखाया कि क्यों वह इस टीम की सबसे अहम कड़ी हैं। मिचेल मार्श की नज़रें जब क्रीज़ पर जम गई थीं तब पंड्या ने उनका रुख किया और जाडेजा ने अपने कप्तान को निराश नहीं किया। इसके बाद मार्नस लाबुशेन के शानदार कैच ने भारतीय टीम की पकड़ को और मज़बूत कर दिया। बल्लेबाज़ी में केएल राहुल के साथ साझेदारी ने जाडेजा के हर क्षेत्र में महारत हासिल होने पर मुहर लगा दी।
शार्दुल ठाकुर, 3 - शार्दुल ठाकुर के लिए इस मुक़ाबले में करने के लिए कुछ नहीं था। उनसे सिर्फ़ दो ओवर की ही गेंदबाज़ी कराई गई।
कुलदीप यादव, 6 - कुलदीप यादव को मार्श तो परेशान करते दिखे लेकिन जैसे ही उनका विकेट गिरा, हार्दिक ने उनको गेंदबाज़ी देना जारी रखा और वह बाक़ी के बल्लेबाज़ों को बाधं में क़ामयाब रहे और उनके खाते में लाबुशेन का विकेट गया।
मोहम्मद सिराज, 7.5 - वह मोहम्मद सिराज ही थे जिन्होंने पहले ही ओवर में ओपनर ट्रैविस हेड को पवेलियन चलता कर समा बांध दिया था। हालांकि इसके बाद स्मिथ और मार्श ने साझेदारी ज़रूर बना डाली लेकिन जब स्लॉग ओवर्स में सिराज की ज़रूरत पड़ी तब एक बार फिर उन्होंने अपनी भूमिका को बहुत अच्छे ढंग से निभाया। शमी के साथ उनकी जोड़ी ने मेहमान टीम को बिखेर दिया और एक मेडेन ओवर के साथ उन्होंने तीन विकेट लिए।
मोहम्मद शमी, 9 - गेंदबाज़ी में भारतीय टीम की तरफ़ मोमेंटम ज़रूर जाडेजा ने झुकाया लेकिन वह शमी ही थे जिन्होंने घायल शेर को उठने का मौका नहीं दिया। स्पिनर से गेंदबाज़ी कराने के बाद जब कप्तान हार्दिक उन्हें वापस आक्रमण पर लाए तब उन्होंने अपनी सीम गेंदबाज़ी से मैच का रूख ही पलट दिया। उन्होंने वही किया जिसमें वह पूरी तरह से माहिर रहे हैं।