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नेहरा, मुनाफ़, पोलार्ड और आमरे : IPL में जब कोचिंग स्टाफ़ पर लगा ज़ुर्माना

MI vs GT के दौरान जब नेहरा पर मैच फ़ीस का ज़ुर्माना लगा तो वह पहले कोच नहीं थे

ESPNcricinfo स्टाफ़
08-May-2025 • 5 hrs ago
T20 क्रिकेट के आने से पहले कोच आमतौर पर ड्रेसिंग रूम की बालकनी में दिखाई देते थे, नोट्स बनाते और खिलाड़ियों से बात करते थे। अब, जब डगआउट का चलन है तो क्रिकेट कोच भी फ़ुटबॉल टीम के मैनेजर जैसे हो गए हैं। इस मामले में आशीष नेहरा सबसे अलग हैं। वह मैदान में बेहद सक्रिय और खेल में पूरी तरह शामिल रहते हैं। जब कोच मैदान के इतने पास हों, तो उनको सज़ा मिलना अब आश्चर्य की बात नहीं है। यहां कुछ ऐसे कोच हैं, जिन्हें IPL में दंड मिला है।

आशीष नेहरा

वानखेड़े स्टेडियम में बारिश के बाद अगर और खेल नहीं होता तो मुंबई इंडियंस (MI) की जीत तय थी। कट-ऑफ़ समय पास आ रहा था और GT की टीम स्वाभाविक रूप से परेशान थी और चाहती थी कि ग्राउंडस्टाफ़ तेजी से मैदान सुखाएं ताकि एक और ओवर खेला जा सके। GT के कोच नेहरा सिर्फ़ प्रार्थना नहीं कर रहे थे, वे वहां मैदान पर ग्राउंडस्टाफ़ और मैच अधिकारियों से तेज़ी से कवर्स हटवाने की बात कर रहे थे।
ESPNcricinfo को जानकारी मिली कि उन्हें जो डिमेरिट प्वाइंट और मैच फ़ीस का 25 प्रतिशत ज़ुर्माना मिला, वह उस तनावपूर्ण पल में उनके बर्ताव के कारण था। नेहरा के लिए खुशी की बात यह रही कि GT ने वह मैच जीत लिया।
IPL 2025 में मैच के दौरान सीमा पार करने वाले नेहरा पहले कोच नहीं हैं। उनके पूर्व भारतीय टीम के उनके पूर्व साथी मुनाफ़ पटेल भी ऐसा कर चुके हैं। यह घटना दिल्ली कैपिटल्स (DC) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के बीच सुपर ओवर के दौरान हुई, जब मुनाफ़ को डिमेरिट प्वाइंट मिला और उन्हें भी मैच फ़ीस का 25 प्रतिशत जुर्माना भरना पड़ा।
IPL ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनका अपराध क्या था, लेकिन उन्हें एक रिज़र्व खिलाड़ी को मैदान पर संदेश भेजने की अनुमति ना मिलने पर अंपायर से बहस करते देखा गया था। नेहरा की तरह मुनाफ़ की टीम ने भी वह सुपर ओवर मैच जीत लिया था।
MI के बल्लेबाज़ी कोच कायरन पोलार्ड और बल्लेबाज़ टिम डेविड को पंजाब किंग्स (PBKS) के ख़िलाफ़ मैच में स्पिरिट ऑफ द गेम के उल्लंघन के लिए मैच फ़ीस का 20 प्रतिशत ज़ुर्माना लगा था। डगआउट में बैठकर दोनों ने बल्लेबाज़ सूर्यकुमार यादव को एक वाइड कॉल का रिव्यू लेने का इशारा किया था।
रिव्यू स्वीकार हुआ और MI को फ़ैसला अपने पक्ष में मिला। लेकिन बाद में IPL ने ब्रॉडकास्टर से वीडियो फ़ुटेज़ मंगाई और पाया कि पोलार्ड और डेविड ने सूर्यकुमार से रिव्यू लेने के लिए कहा था। IPL के नियमों के अनुसार रिव्यू के लिए दो बल्लेबाज़ आपस में सलाह कर सकते हैं, लेकिन बाहर से कोई मदद नहीं ले सकते।
तीन सीज़न पहले, जब मुनाफ़ DC के सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा नहीं थे, तब प्रवीण आमरे वहां सहायक कोच थे और उन पर मैच के आख़िरी ओवर के दौरान मैदानी अंपायरों से बहस के कारण एक मैच का प्रतिबंध लगा था।
यह सब DC की 222 रन की चेज़ के आख़िरी ओवर की तीसरी गेंद के बाद हुआ। RR के गेंदबाज़ ओबेद मकॉय ने एक हाई फ़ुल टॉस गेंद फेंकी, जिसे रोवमन पॉवेल ने छक्के के लिए भेजा। DC को लगा कि यह नो बॉल होनी चाहिए थी। पॉवेल और नॉन-स्ट्राइकर कुलदीप यादव ने अंपायर से सवाल किया और कप्तान ऋषभ पंत व अन्य भी डगआउट से इशारे करने लगे। पंत ने आमरे को अंपायर से बात करने के लिए भेजा, जो उन्होंने किया। पंत और आमरे दोनों पर मैच फीस का 100 प्रतिशत ज़ुर्माना लगा, लेकिन आमरे को एक मैच का प्रतिबंध भी झेलना पड़ा। DC यह मैच 15 रन से हार गया था।