अंशुल काम्बोज ने एक ही पारी में 10 विकेट लेते हुए बनाया नया कीर्तिमान
केरल के ख़िलाफ़ काम्बोज ने 30.1 ओवर में 49 रन देते हुए कुल 10 विकेट हासिल किए
ESPNcricinfo स्टाफ़
15-Nov-2024
काम्बोज रणजी ट्रॉफ़ी इतिहास के तीसरे ऐसे गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने 10 विकेट लिया है • BCCI
हरियाणा के युवा गेंदबाज़ अंशुल काम्बोज ने रणजी ट्रॉफ़ी में इतिहास रचते हुए एक पारी में 10 विकेट लेकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह उपलब्धि उन्होंने केरल के ख़िलाफ़ अपनी टीम के पांचवे दौर के मुक़ाबले में हासिल की। यह रिकॉर्ड अंशुल के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह रणजी ट्रॉफ़ी के इतिहास में केवल तीसरे गेंदबाज़ हैं, जिन्होंने एक पारी में सभी 10 विकेट लिए हैं।
रणजी ट्रॉफ़ी के इतिहास में यह कीर्तिमान केवल दो अन्य गेंदबाज़ों के नाम था - 1956-57 में प्रेमांगसु चटर्जी और 1985-86 में राजस्थान के प्रदीप सुंदरमिन ने यह कारनामा किया था। इसके अलावा सुबाष गुप्ते (1954-55), अनिल कुम्बले (1998-99) और देबासिस मोहंती (2000-01) ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में इस उपलब्धि को हासिल किया है।
अंशुल ने यह उपलब्धि 49 रन देकर प्राप्त की। उन्होंने केरल के ख़िलाफ़ पहली पारी में 30.1 ओवर की गेंदबाज़ी करते हुए पूरी टीम के सभी 10 विकेट झटके।
इससे पहले पिछले साल अंशुल दलीप ट्रॉफी में इंडिया बी और इंडिया सी के बीच मुकाबले में भी अपनी गेंदबाज़ी से चर्चा में आए थे। उन्होंने अनंतपुर में एक ही पारी में 8 विकेट लेकर सनसनी मचाई थी, जिसमें उन्होंने सिर्फ़ 69 रन ख़र्च किए थे।
काम्बोज ने इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए दिन की शुरुआत दो विकेटों की आवश्यकता के साथ की थी। और उन्हें इसे प्राप्त करने में सिर्फ़ तीन ओवर लगे। वह तब भी पैदा नहीं हुए थे जब हरियाणा ने 1990-91 में अपना पहला (और एकमात्र) रणजी ट्रॉफ़ी ख़िताब जीता था। 2022 में अपने पदार्पण तक उन्हें यह भी नहीं पता था कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सफलता पाने के लिए क्या आवश्यक होता है। दो साल बाद काम्बोज ने 2023-24 के शानदार सीज़न में अपनी सफलता को और मज़बूत किया, जिसमें उन्होंने विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में हरियाणा के सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ के रूप में अपनी टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।