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इंद्रजीत को उम्मीद घरेलू क्रिकेट में बड़े नंबर उन्हें बड़ा सम्मान दिला सकते हैं

2016 की शुरुआत से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनसे ज़्यादा औसत किसी अन्य भारतीय बल्लेबाज़ का नहीं

इंद्रजीत ने इस सीजन की शुरुआत दो लगातार शतक से की  •  B Indrajith

इंद्रजीत ने इस सीजन की शुरुआत दो लगातार शतक से की  •  B Indrajith

2016 की शुरुआत से जिन खिलाड़ियों ने कम से कम 26 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, उनमें बाबा इंद्रजीत ने 33 प्रथम श्रेणी मैचों में 66.10 के औसत से 2512 रन बनाए हैं। किसी भी भारतीय बल्लेबाज़ का औसत उनसे ज़्यादा नहीं है। दुनिया में, अफ़ग़ानिस्तान के बाहिर शाह, न्यूज़ीलैंड के डेवन कॉन्वे और साउथ अफ़्रीका के ओबस पीनार ही ऐसे तीन बल्लेबाज़ हैं, जिनका औसत बाबा से ज़्यादा है।
इंद्रजीत ने 2021-22 रणजी ट्रॉफ़ी सीजन में दिल्ली के ख़िलाफ़ 149 गेंद में 117 रन बनाए थे और इसके बाद छत्तीसगढ़ के ख़िलाफ़ 141 गेंद में 127 रन की पारी खेली। इंद्रजीत के पहले शतक ने तमिलनाडु को दिल्ली के 452 रनों पर पहली पारी में बढ़त दिलाई, जहां एक समय में वह 162 रनों पर पांच विकेट गंवा चुके थे। दूसरे शतक ने तमिलनाडु को एक पारी से जीत दिलाई।
हालांकि इससे पहले, तमिलनाडु ने इंद्रजीत को सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में नहीं चुना था,और यह उनके लिए "एक ज़ोर का धक्का" था। वह 50 ओवर की विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी में लौटे और तमिलनाडु को फ़ाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने चार अर्धशतक लगाए जिसमें 50 और 80 रन की सेमीफ़ाइनल और फ़ाइनल में खेली गई पारियां भी थीं। इंद्रजीत अपनी शुरुआती सीज़न की सफलता का श्रेय अपने ऑफ़-सीज़न के कार्य को देते हैं।
इंद्रजीत ने ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो को बताया, "मैं इसका श्रेय बैक एंड वर्क को देना चाहूंगा। मैंने बहुत मेहनत की है, पिछली गर्मियों से मैं अपने गेम के कुछ अहम हिस्सों पर काम करना चाहता था, जिससे में खेल ऊपर जाए। मैं एक आयाम पर काम नहीं करना चाहता था। मैंने अपनी कीपिंग और शारीरिक फ‍़िटनेस पर काम किया लेकिन मैं टी20 टीम में नहीं चुना गया। मैं बहुत निराश था, लेकिन जब मुझे विजय हज़ारे में मौक़ा मिला तो मैंने सब कुछ सही किया।"
"रणजी ट्रॉफ़ी से पहले हमारे चेन्नई में पांच सत्र हुए थे और हम गुवाहाटी भी परिस्थितियों में ढलने की वजह से जल्द पहुंच गए। यहां कुछ सत्रों ने हमारी वाकई मदद की, क्योंकि सब की तरह हमें भी नहीं पता था कि रणजी ट्रॉफ़ी होगी या नहीं। जब हमें इसके होने का पता चला तो टीएनसीए ने कैंप आयोजित कराया। पहले कुछ दिन, अहसास और लाल गेंद सब कुछ अलग था, लेकिन बबल में जाने से पहले हमें उन पांच से छह सत्रों का फ़ायदा उठाना जरूरी था।"
इंद्रजीत ने अपने ऑफ़ सीज़न ट्रेनिंग का श्रेय बेंगलुरु के कोच आर एक्स मुरलीधर को दिया, ​जिन्हें मयंक अग्रवाल भी अपने करियर के टर्निंग प्वाइंट की वजह मानते हैं। सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी में नहीं चुने जाने के बाद इंद्रजीत ने मुरलीधर के साथ सारा फ़ोकस सफ़ेद गेंद क्रिकेट को दिया और इस दौरान बेंगलुरु में उन्होंने अपने शॉट्स और दृष्टिकोण को पूरी तरह से बढ़ाया।
इंद्रजीत कहते हैं, "मैं सफ़ेद गेंद क्रिकेट पर अधिक ज़ोर देना चाहता था, सिक्स-हिटिंग, रेंज-हिटिंग, पैडल शॉट पर काम किया। यह मेरे लिए कुछ नया था और इसने मुझे मेरे जोन से बाहर आने का मौक़ा दिया। जब मैं [तमिलनाडु] टी20 टीम में नहीं था, तो मैं एक और कार्यकाल के लिए बेंगलुरु गया था। मैं पहले कभी चेन्नई से बाहर नहीं गया और प्रशिक्षण लिया, लेकिन मैं जाना चाहता था और यह एक आंख खोलने वाला अनुभव बन गया।"
"मुझे यकीन नहीं है, लेकिन शायद हां, उस प्रशिक्षण ने मुझे लाल गेंद क्रिकेट में भी मदद की है। मैंने पिछली दो रणजी पारियों के दौरान बहुत अधिक शॉट नहीं खेले या हिट लगाते हुए आउट नहीं हुआ, मैंने केवल सामान्य क्रिकेट खेलने की कोशिश की, लेकिन बहुत सारे कारकों ने काम किया। एक बार जब मुझे शुरुआती चौके मिले, तो मैं ज़ोन में था और मैं वहां से आगे बढ़ता गया। यह प्रथम श्रेणी क्रिकेट में तेज़ स्कोर करने का एक सचेत प्रयास नहीं था, लेकिन शायद यह पीछे की गई मेहनत का काम था।"
इंद्रजीत ने छत्तीसगढ़ के ख़िलाफ़ अपने जुड़वां भाई बाबा अपराजित के साथ 207 रनों की अपनी साझेदारी को प्यार से देखा। भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक ही टीम के लिए एक ही खेल में जुड़वा बच्चों द्वारा शतक बनाने का यह पहला उदाहरण था। दलीप ट्रॉफ़ी 2018-19 में डिंडीगुल में इंद्रजीत और अपराजित ने एक ही खेल में शतक बनाए थे, लेकिन विरोधियों के रूप में।
इंद्रजीत कहते हैं, "जब हमने शतक बनाए थे, तो हमारे दिमाग में यह बात नहीं आई थी कि हम एक ही टीम के लिए [भारतीय घरेलू क्रिकेट में] एक ही मैच में स्कोर करने वाले पहले जुड़वां खिलाड़ी हैं। लंबे समय के बाद, रणजी में हमारी एक लंबी साझेदारी थी और यह वास्तव में अच्छा था। हमने हमेशा एक-दूसरे की कंपनी का आनंद लिया है। ड्रेसिंग रूम में जाने के बाद, हमें पता चला कि हम भारतीय घरेलू टीम की ओर से एक साथ खेलते हुए शतक बनाने वाले पहले जुड़वां थे। हमें खुशी हुई क्योंकि इस तरह की चीज़ें अक्सर नहीं होती हैं।"
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पर्याप्त अवधि तक लगातार बने रहने और अपने खेल का विस्तार करने के बाद तमिलनाडु प्रीमियर लीग में नेल्लई रॉयल किंग्स के लिए विकेटकीपिंग सहित, इंद्रजीत अब बड़े सम्मान की उम्मीद कर रहे हैं।
इंद्रजीत कहते हैं, "मैं अपने खेल को ऊपर लाने के बाद अधिक आश्वस्त हूं और मुझे लगता है कि मेरे पास अधिक शॉट हैं और मैं परिस्थितियों को संभालने के लिए बेहतर रूप से तैयार हूं। यह सफलता की गारंटी नहीं देता है, लेकिन हां अवसर आने पर मैं और अधिक आश्वस्त हो जाऊंगा। मैं घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं। मैं उस ब्रेक का इंतज़ार कर रहा हूं, भारतीय टेस्ट टीम या भारत ए टीम।"
"लेकिन मुझे रणजी ट्रॉफ़ी और विजय हज़ारे में स्कोरिंग बनाए रखने की ज़रूरत है और इससे मुझे ब्रेक मिलने पर सफल होने का बेहतर मौक़ा मिलेगा। अगर ऐसा होना है, तो मुझे विश्वास है कि यह होगा। इसलिए मैं आईपीएल और दूसरे अवसरों की ओर देख रहा हूं।"
कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ आगामी सीज़न इंद्रजीत के लिए आईपीएल का पहला स्वाद होगा। विजय हज़ारे फ़ाइनल में इंद्रजीत ने 71 गेंद में 80 रन बनाकर तमिलनाडु को 314 रन तक पहुंचाया था और इसके बाद ही वह केकेआर के ट्रायल में गए और तेज़ अर्धशतक लगाया। उन्हें केकेआर ने नीलामी में उनके आधार मूल्य 20 लाख रुपये में ख़रीदा था और अब वह सैम बिलिंग्स और शेल्डन जैक्सन के बाद फ़्रेंचाइज़ी के लिए तीसरा विकल्प होंगे।
इंद्रजीत कहते हैं, "विजय हज़ारे के फ़ाइनल के दिन केकेआर का ट्रायल था। मैं फ़ाइनल के कारण पहले दिन में शामिल नहीं हुआ। मैं केवल दूसरे दिन ट्रायल में भाग लेने में सफल रहा। पहले दिन के दौरान सिमुलेशन था, इसलिए मैं उसका हिस्सा नहीं बन सका। मैंने सिर्फ़ एक टी20 मैच खेला और वहां मैंने 25 गेंदों में 60 रन बनाए। इसने उन्हें प्रभावित किया, लेकिन मैंने वहां विकेटकीपिंग नहीं की। शायद उन्हें नहीं पता था कि मैं टीएनपीएल में कीपिंग करता हूं, इसलिए चयन ट्रायल के बाद मैंने उनसे कहा कि मैं भी विकेट कीपिंग करता हूं। उन्होंने मुझसे मेरी कीपिंग के कुछ वीडियो मांगे, इसलिए मैंने टीएनपीएल से इसके वीडियो उन्हें भेजे हैं और मैं आईपीएल का इंतज़ार कर रहा हूं।"
हालांकि, इंद्रजीत की तात्कालिक चुनौती झारखंड के ख़िलाफ़ अपनी शानदार प्रथम श्रेणी फॉ़र्म को बनाए रखना और तमिलनाडु को नॉकआउट में पहुंचाना है। तमिलनाडु इस समय ग्रुप एच में छह अंकों पर झारखंड के बराबर है, यह ग्रुप अभी खुला हुआ है जहां छत्तीसगढ़ सात अंकों के साथ आगे है।
इंद्रजीत कहते हैं, "वास्तव में हमने पहले दो मैचों में बहुत बुरा प्रदर्शन नहीं किया और दोनों मैचों में पहली पारी में बढ़त हासिल की। हम बहुत अधिक दबाव नहीं ले रहे हैं, हम सभी जानते हैं कि पहले हमें झारखंड के ख़िलाफ़ पहली पारी में बढ़त बनाने की ज़रूरत है और फिर आउटराइट जीत के लिए ज़ोर लगाना होगा।

देवारायन मुथू ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।