सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी : टीमों का ग्रुप स्टेज से नॉकआउट चरण तक का सफ़र
ग्रुप स्टेज के अहम मैचों की झलकियां, अहम मैचों का विश्लेषण
शशांक किशोर
15-Nov-2021
अभी तक सबसे बेहतरीन स्पिनरों में से एक रहे हैं कर्णेवार • Prakash Parsekar
एक हैट्रिक, चार ओवरों का स्पेल और चार मेडन, एक विवादित बाउंड्री कॉल जिसने गत चैंपियन को बचा लिया और आईपीएल स्टार्स का कुछ बेहतरीन प्रदर्शन अब तक राष्ट्रीय टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक़ अली ट्रॉफ़ी (एसएमएटी)में ग्रुप स्टेज की कुछ अहम झलकियां रही हैं। अब यह कारवां नॉकआउट चरण के लिए नई दिल्ली पहुंच चुका है, जहां पर ख़राब वायु मानकों ने स्थानीय प्रशासन को लॉकडाउन लगाने पर मजबूर कर दिया है, चलिए तो इस चरण पर एक नज़र डालते हैं।
ग्रुप ए
गत चैंपियन तमिलनाडु और ऋतुराज गायकवाड़ के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र ने पांच मैचों में चार जीत के साथ नॉकआउट चरण में जगह पक्की की। हालांकि, महाराष्ट्र को तमिलनाडु के ख़िलाफ़ बेहतर रन रेट के बावजूद प्री क्वार्टरफ़ाइनल खेलना पड़ेगा, क्योंकि बराबरी पर अंक होने के बाद हेड टू हेड को देखा जाता हे। जब यह दोनों टीम आपस में भिड़ी तो तमिलनाडु ने गायकवाड़ की 30 गेंद की अर्धशतकीय पारी के बावजूद 167 रनों का बचाव कर लिया था।
महाराष्ट्र के पास अब गायकवाड़ नहीं होंगे जो न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ होने वाली टी20 सीरीज़ के लिए भारतीय टीम में चुने गए हैं। ग्रुप स्टेज में क़िस्मत के सहारे आगे बढ़ने वाली तमिलनाडु के लिए कोई समस्या नहीं होगी, वह अपनी पूरी टीम में से अंतिम एकादश चुन सकते हैं।
टर्निंग प्वाइंट तब साबित हुआ जब अंपायर ने ओडिशा के चौके को दरकिनार कर दिया। मुरुगन अश्विन का पैर बाउंड्री से लग रहा था, वह गेंद को रोकने के लिए बाहर भी चले गए थे। लेकिन अंपायर ने मना किया और ओडिशा एक रन से मैच हार गई। पंजाब भी क्वालीफ़ाई करने के नज़दीक थी लेकिन तमिलनाडु से हार के बाद उनके लिए मुश्किल सफ़र हो गया।
ग्रुप बी
ग्रुप के अंतिम मैच में कर्नाटक पर जीत दर्ज करने के बाद बंगाल तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया, लेकिन दोनों ही टीमों को नॉकआउट चरण में पहुंचने के लिए अधिक मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा। दोनों ही टीम इंडिया ए या राष्ट्रीय ड्यूटी के कारण अपने अहम खिलाड़ियों की कमी महसूस करेंगी। बंगाल के लिए अभिमन्यु ईश्वरन और ऋद्धिमान साहा, जबकि कर्नाटक के लिए मयंक अग्रवाल, देवदत्त पड़िक्कल और प्रसिद्ध कृष्णा मौजूद नहीं होंगे।
ग्रुप स्टेज से श्रीवत्स गोस्वामी को विवादित रूप से हटा दिया गया था, लेकिन अब वह नॉकआउट चरण के लिए टीम में लौट आए हैं। गोस्वामी को साहा की मौजूदगी के कारण टीम में जगह नहीं मिली थी। वह पिछले पांच सत्रों से बंगाल के लिए उन बनाने के मामले में शीर्ष तीन खिलाड़ियों में शामिल रहे हैं।
मुंबई बहुत कम अंतर से इस ग्रुप में अगले चरण से चूक गई। उन्होंने पांच में से तीन मैच जीते। पांच मैचों में टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे 286 रनों के साथ शीर्ष स्कोरर रहे, जिसमें उन्होंने चार अर्धशतक लगाए। पृथ्वी शॉ पांच मैचों में 107 रन ही बना सके। बड़ौदा के ख़िलाफ़ आख़िरी ग्रुप मुक़ाबले में मुंबई 83 रन पर ढेर हो गई और बाहर हो गई।
ग्रुप सी
राजस्थान के लिए इस ग्रुप में सफ़र शानदार रहा, उन्होंने अपने सभी मैच जीतकर नॉकआउट चरण में जगह बनाई। वहीं हिमाचल प्रदेश भी आंध्र प्रदेश और झारखंड से आगे निकलकर नॉकआउट चरण में जगह बनाने में सफल रही ।
राजस्थान के इस सफ़र को पहली बार टीम से जुड़े दीपक हुड्डा और महिपाल लोमरोर ने सुहाना बनाया। हुड्डा, क्रुणाल पंड्या से झगड़े के बाद इस साल राजस्थान से जुड़े और पांच मैचों में 291 रन बनाए, जिसमें झारखंड के ख़िलाफ़ 10 रन पर दो विकेट गंवाने के बाद उनकी 39 गेंद में 75 रनों की पारी शानदार थी। चार अर्धशतक लगाते हुए उनका स्ट्राइक रेट भी 175 का रहा। लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने भी पांच मैचों में आठ विकेट लिए।
हिमाचल प्रदेश के अभियान में ऋषि धवन ने अहम भूमिका निभाई जिन्होंने ग्रुप स्टेज में 14 विकेट लिए। इसमें जम्मू एंड कश्मीर के ख़िलाफ़ 26 गेंद में नाबाद 45 रन बनाने के बाद उनकी करियर बेस्ट गेंदबाजी 23 रन देकर छह विकेट अहम रही।
ग्रुप डी
इस ग्रुप में पांच में से चार मैच जीतकर गुजरात ने शीर्ष स्थान हासिल किया, इसके पीछे बल्ले से कई बेहतरीन प्रदर्शन भी वजह थे। कप्तान प्रियांक पंचाल और गेंदबाज़ अर्ज़न नगवासवाला इंडिया ए में चुने गए हैं और वह अब टीम के साथ नहीं होंगे। अर्ज़न ने ग्रुप स्टेज में सात विकेट लिए हैं। आईपीएल 2021 में केवल एक ही मैच खेलने वाले पीयूष चावला का प्रदर्शन खास नहीं रहा। उन्होंने केवल पांच विकेट लिए, लेकिन उनका इकॉनमी 6.42 का रहा।
संजू सैमसन की कप्तानी वाली केरल की टीम दूसरे स्थान पर रही, उन्हें मध्य प्रदेश ने ज़रूर चुनौती दी। दोनों ही टीम ने तीन मैच जीते, लेकिन हेड टू हेड में केरल बाज़ी मार गया। सैमसन और सचिन बेबी के अर्धशतकों की बदौलत केरल ने 172 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया। जबकि आईपीएल के इस सीज़न में बेहतरीन प्रदर्शन करके टीम इंडिया में जगह बनाने वाले मध्य प्रदेश के वेंकटेश अय्यर पांच मैचों में केवल एक अर्धशतक ही लगा सके।
ग्रुप ई
टूर्नामेंट से पहले हैदराबाद क्रिकेट दो कप्तान और दो अलग टीम चुने जाने के बाद विवादों में रहा, लेकिन मैदान पर उनका प्रदर्शन अच्छा रहा। उन्होंने अपने सभी पांच मैच जीते। कप्तान तन्मय अग्रवाल पांच मैचों में 302 रन बनाकर अभी टूर्नामेंट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। वहीं बायें हाथ के तेज़ गेंदबाज सीवी मिलिंद ने सबसे ज़्यादा 16 विकेट लिए हैं। उत्तर प्रदेश के ख़िलाफ़ उन्होंने आठ रन देकर पांच विकेट लिए, जो उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
सौराष्ट्र की टीम इस ग्रुप से दूसरी टीम है, जिन्होंने पांच में से चार मैच जीते। जयदेव उनादकट ने सबसे ज़्यादा विकेट लिए, तो पुडुचेरी से पिछला सत्र खेलने के बाद लौटे शेल्डन जैक्सन ने टीम के लिए सबसे ज़्यादा 221 रन बनाए। उनकी एकमात्र हार हैदराबाद के ख़िलाफ़ आख़िरी ओवर में रोमांचक मुक़ाबले में थी, जहां पर उनादकट ने प्रेरक मांकड़ के साथ सातवें विकेट के लिए 100 रन के क़रीब की साझेदारी की। दोनों उस समय क्रीज़ पर आए जब टीम 67 रन पर छह विकेट खो चुकी थी। इसकी बदौलत उन्होंने 173 रन बनाए, लेकिन हैदराबाद तीन गेंद शेष रहते दो विकेट से यह मैच जीत गई। जैक्सन ने आंध्र प्रदेश के ख़िलाफ़ 57 गेंद में 94 रनों की पारी खेली।
प्लेट ग्रुप
दो बार की रणजी चैंपियन विदर्भ ने हर मैच को सीरियस लिया। वह इस ग्रुप की रन अवे विजेता साबित हुई, मेघालय और त्रिपुरा ने पांच में से चार मैच जीतकर भरपूर कोशिश की लेकिन वह विदर्भ के क़रीब नहीं पहुंच सकी।
विदर्भ के अक्षय कर्णेवार बेहतरीन स्पिनर साबित हुए। उन्होंने टी20 क्रिकेट की सबसे किफ़ायती गेंदबाजी की और मणिपुर के ख़िलाफ़ चार ओवर में चार मेडन करते हुए दो विकेट लिए। उन्होंने पाकिस्तान के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद इरफ़ान का रिकॉर्ड तोड़ा और चार ओवरों में चार मेडन करने वाले पहले गेंदबाज़ बने। इसके बाद उन्होने सिक्किम के ख़िलाफ़ हैट्रिक ली और चार ओवर में एक मेडन सहित पांच रन देते हुए चार विकेट लिए।
शशांक किशोर ESPNcricinfo में सीनियर सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।