रणजी ट्रॉफ़ी के चार राउंड के बाद, एक भी जीत नहीं हासिल कर पाई
तमिलनाडु की टीम ने अपने कोचिंग स्टाफ़ में आमूलचूल बदलाव किए हैं। बाएं हाथ के पूर्व स्पिनर
एम वेंकटरमन्ना को
एम सेंतिलनाथन की जगह सीमित ओवर टीमों का प्रमुख कोच बनाया गया है। हालांकि सेंतिलनाथन, रणजी सीज़न के बाक़ी बचे मैचों के लिए कोच बने रहेंगे, जो कि विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के बाद जनवरी में आख़िरी दो राउंड के मैचों के लिए फिर से शुरू होगा।
तमिलनाडु इस समय
ग्रुप ए के निचले हिस्से में हैं, जहां उनके नीचे सिर्फ़ ओडिशा और नागालैंड हैं। उन्हें इस सीज़न झारखंड और आंध्रा से सीधी हार मिली, जबकि गत विजेता विदर्भ ने उनके ख़िलाफ़ पहली पारी की बढ़त ली। वे नागालैंड के ख़िलाफ़ 512 रन बनाने के बाद भी पारी की जीत हासिल नहीं कर सके। तमिलनाडु अब अपने बचे हुए दो मैच जीत भी ले, तब भी उनका रणजी ट्रॉफ़ी नॉकआउट में स्थान मिलना मुश्किल लग रहा है।
चौथे राउंड में आंध्रा से मिली हार के बाद ही तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) के भीतर इस तरह के बदलाव की बातें चल रही थीं। आख़िरकार मंगलवार को चेन्नई में एक आपात बैठक बुलाकर यह फ़ैसला लिया गया, जहां TNCA ने देर रात प्रेस रिलीज़ जारी कर बताया कि वे 2025-26 सीज़न के बाक़ी हिस्से के लिए अलग-अलग कोचिंग मॉडल अपना रहे हैं। TNCA की रिलीज़ से यह स्पष्ट नहीं हुआ कि सेंतिलनाथन मौज़ूदा रणजी सीज़न के बाद भी रणजी टीम के मुख्य कोच बने रहेंगे या नहीं।
अगर वेंकटरमन्ना की बात करें तो उन्होंने 1989 में वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ किंग्स्टन में भारत के लिए एक टेस्ट खेला था। उन्होंने तमिलनाडु के लिए 75 प्रथम श्रेणी मैच खेले, जिसमें उन्होंने 29.63 की औसत और 12 पंजे के साथ 247 विकेट लिए।
यह पिछले दो साल में तमिलनाडु के कोचिंग सेटअप में तीसरा बदलाव है। 2023-24 के सीज़न में भी इसी तरह टीम के भीतर से ही पूर्व मुंबई विकेटकीपर सुलक्षण कुलकर्णी को हटाने की बातें हुई थीं। उसके बाद उन्हें दो साल के कॉन्ट्रैक्ट के बावजूद सिर्फ़ एक साल बाद ही हटा दिया गया और पूर्व भारतीय तेज़ गेंदबाज़ एल बालजी ने यह पद संभाला। 2025-26 सीज़न की शुरुआत से पहले पूर्व चयनकर्ता सेंतिलनाथन ने बालाजी की जगह ली।
सप्ताह की शुरुआत में, तमिलनाडु ने सैयद मुश्ताक़ अली T20 टूर्नामेंट के लिए वरूण चक्रवर्ती को कप्तान नामित किया है। इस टूर्नामेंट में तमिलनाडु को राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, कर्नाटक, त्रिपुरा, झारखंड और सौराष्ट्र के साथ एक मज़बूत पूल में रखा गया है।