केरला को जयपुर में सात विकेट से हराकर सर्विसेज़ की टीम पहली बार विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी के सेमीफ़ाइनल में पहुंची। सर्विसेज़ की जीत में दिवेश पठानिया (19 रन पर 3 विकेट) और रवि चौहान (90 गेंद में 95 रन) ने अहम योगदान दिया, जिसकी मदद से सर्विसेज़ ने 30.5 ओवर मं ही 176 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया।
पहले गेंदबाज़ी करने का फ़ैसला करने के बाद दिवेश ने मोहम्मद अज़हरुद्दीन और जलज सक्सेना को दो लगातार गेंदों पर आउट करके केरला का स्कोर 24 रनों पर दो विकेट कर दिया। रोहन कुनुमल और विनूप मनोहरन ने 105 गेंद में 81 रन की साझेदारी करके केरला की पारी को जमाने की कोशिश की, लेकिन पुलकित नारंग ने मनोहरन को 41 रनों पर आउट करके इस साझेदारी को तोड़ दिया।
कुनुमल ने सचिन बेबी संग टीम को 135 रनों तक पहुंचाया, लेकिन बेबी आउट हुए और केरला बाद में संभल नहीं सकी। केरला ने 40 रनों के अंदर अपने आख़िरी छह विकेट खोए और 40.4 ओवरों में 175 रनों पर ढेर हो गई। तीन ही बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा छू सके, जिसमें कुनुमल 85 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे।
इसके बाद सर्विसेज़ की शुरुआत भी अच्छी नहीं रही। उनीकृष्णन मनुकृष्णन ने सर्विसेज़ को दो शुरुआती झटके दिए और उनका स्कोर 12 रनों पर दो विकेट कर दिया, लेकिन रवि चौहाल और कप्तान रजत पालीवाल ने तीसरे विकेट के लिए 154 रनों की साझेदारी करके केरला की उम्मीदों को तोड़ दिया। जब चौहान आउट हुए उस वक़्त सर्विसेज़ को जीत के लिए केवल 10 रनों की दरकार थी और उन्होंने अगली छह गेंद में लक्ष्य हासिल करके केरला को बाहर कर दिया।
सौराष्ट्र और विदर्भ के बीच एक दूसरे क्वार्टर फ़ाइनल में भी इसी तरह की कहानी रही। विदर्भ पहले खेलते हुए 150 रनों पर ढेर हो गई और बाद में सौराष्ट्र ने सात विकेट हाथ में रहते हुए 29.5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया।
जयदेव उनादकट और चेतन साकरिया के नई गेंद से स्पेल ने विदर्भ का स्कोर आठ ओवर तक नौ रनों पर तीन विकेट कर दिया। फ़ैज़ फ़ज़ल और अक्षय वड़कर ने इन झटकों से विदर्भ को उभारने की कोशिश की और स्कोर को 50 के पार ले गए। हालांकि, फ़ज़ल और वाडकर दोनों जल्दी आउट हुए। इसके बाद धर्मेंद्रसिंह जाडेजा ने ललित यादव और यश ठाकुर को लगातार गेंदों पर आउट किया, तो स्कोरबोर्ड आठ विकेट पर 86 रन हो गया।
अपूर्व वानखड़े की 69 गेंदों में 72 रनों की पारी से विदर्भ अभी भी 150 तक पहुंच सकता था। अक्षय वखरे के साथ, वानखेड़े ने नौवें विकेट के लिए 64 रन जोड़े, जिसमें वाखरे का योगदान केवल पांच रन का था। हालांकि, लेग स्पिनर युवराज चुडासमा ने उसी ओवर में अंतिम दो विकेट चटकाए, जिससे विदर्भ 150 रनों तक नहीं पहुंच सकी।
सौराष्ट्र के लिए भी यह आसान नहीं था। आदित्य ठाकरे ने सलामी बल्लेबाज़ों विश्वराज जाडेजा और हार्विक देसाई को सस्ते में भेज दिया और जब शेल्डन जैक्सन भी लंबे समय तक नहीं टिके तो 35 रनों पर तीन विकेट गंवाकर सौराष्ट्र की मुश्किलें बढ़ गई थी।
हालांकि, प्रेरक मांकड़ और अर्पित वसावड़ा ने 116 रनों की अटूट साझेदारी के साथ सौराष्ट्र को जीत दिला दी। मांकड़ ने 72 गेंदों में 77 रन बनाए। अब उनके नाम टूर्नामेंट में 113 के औसत और 114.91 के स्ट्राइक रेट से 339 रन हैं। वसावड़ा ने 66 गेंदों में 41 रन बनाकर एंकर की भूमिका निभाई।
मंगलवार को, विनय गलेटिया के 19 रन देकर तीन विकेट ने उत्तर प्रदेश को हिला दिया और उत्तर प्रदेश को 208 रनों पर रोक दिया। इसके बाद प्रशांत चोपड़ा ने 99 रन बनाकर हिमाचल प्रदेश की पांच विकेट से जीत सुनिश्चित कर दी। दूसरे क्वार्टर फ़ाइनल में, नारायण जगदीशन की 102 और शाहरुख खान की 39 गेंदों में नाबाद 79 रनों की पारी से तमिलनाडु ने कर्नाटक को 151 रनों से हराया।
हिमाचल प्रदेश का सामना अब पहले सेमीफ़ाइनल में सर्विसेज़ से जबकि दूसरे सेमीफ़ाइनल में तमिलनाडु का सामना सौराष्ट्र से होगा। दोनों सेमीफ़ाइनल 24 दिसंबर को जयपुर में खेले जाएंगे।
हेमंत बराड़ ESPNcricinfo में सब एडिटर हैं। अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी में सीनियर सब एडिटर निखिल शर्मा ने किया है।