हम फ़ाइनल जीते या हारे, क्रिकेट हमारे लिए रुकेगा नहीं - विराट कोहली
भारतीय कप्तान का कहना है कि डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल टीम के लिए 'उत्कृष्टता की खोज' का हिस्सा है
ईएसपीएनक्रिकइंफ़ो स्टाफ
18-Jun-2021
भारतीय कप्तान विराट कोहली इसे किसी अन्य टेस्ट मैच की तरह ही देख रहे हैं • ICC via Getty
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) भले ही पहले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फ़ाइनल मुकाबले को 'अल्टीमेट टेस्ट' के रूप में प्रचारित कर रहा है, परंतु भारत के कप्तान विराट कोहली का मानना है कि न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ इस एकमात्र मैच का नतीजा यह नहीं तय कर सकता कि इस प्रारूप की सर्वश्रेष्ठ टीम कौन सी है। कोहली ने कहा कि भारतीय टीम इस मैच को 'सर्वश्रेष्ठ बनने की प्रक्रिया' का एक हिस्सा मानकर चलेगी।
कोहली ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "अगर आप टेस्ट क्रिकेट की बात करते हुए पांच दिन की अवधि में एक मैच से दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम कौन है, यह तय कर रहे हैं, तो यह सच्चाई की वास्तविकता नहीं है। यह वास्तव में खेल को समझने वाले लोगों को कुछ प्रतिबिंबित नहीं करने वाला। क्योंकि वह जानते जानते हैं कि पिछले चार से पांच वर्षों में क्या हुआ है और टीमों ने कैसा प्रदर्शन किया है। आप इतिहास पर गौर कर, जो चीज़ें आपके पक्ष में नहीं गई, उन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। अंततः आपको यह एहसास होता है कि आप एक खेल खेल रहे हो जहां किसी दिन आप हारोगे तो किसी दिन आपकी शानदार जीत होगी।"
भारत ने आखिरी बार साल 2013 में एमएस धोनी की अगुवाई में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी अपने नाम की थी। इसके बाद 2016 के टी20 विश्व कप में भारत को सेमीफ़ाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। एक साल बाद वे 2017 के चैंपियंस ट्रॉफ़ी के अंतिम मुकाबले में पाकिस्तान से हार गए थे। 2019 विश्व कप के सेमीफ़ाइनल में तो केन विलियमसन की इसी न्यूज़ीलैंड टीम ने भारत को हार का स्वाद चखाया था। इन सबके बावजूद कप्तान कोहली संभवतः अपनी पहली आईसीसी ट्रॉफ़ी जीतने के ख़्याल को लेकर बेफ़िक्र रहे।
"एक टीम के रूप में हम पिछले कुछ समय से श्रेष्ठता की तलाश में हैं। और हम उस रास्ते पर बने रहेंगे चाहे इस मैच का नतीजा कुछ भी हो।"विराट कोहली
"यदि आप इस मैच को जीतते हैं, तो क्रिकेट आपके लिए रुक नहीं जाता। वैसे ही यदि आप इस मैच को हारते हो, तब भी आपके लिए क्रिकेट रुकता नहीं है। हमारी प्रक्रियाएं, हमारी मानसिकता हमारे लिए सबसे ज़्यादा माएने रखती है और हम हर दिन सर्वश्रेष्ठता के लिए प्रयास कर रहे हैं। हम हर मैच को जीतने की आस से ही मैदान पर कदम रखते हैं। मुश्किल समय में हाथ खड़े करना, शीर्ष स्तर पर ख़ुद को साबित करना और भारत के लिए खेलने में गर्व महसूस करना - इससे ज़्यादा आप अपने खिलाड़ियों से कुछ नहीं मांगते हो।"
"हम यहां केवल एक टेस्ट मैच खेलने के लिए नहीं आए हैं। हम यहां इंग्लिश समर में छह टेस्ट खेलने आए हैं। हमारे खिलाड़ी अपनी ताकत को अच्छी तरह से समझते हैं और वे समझते हैं कि उन ताकतों का उपयोग कैसे करना है और वे इन छह टेस्ट के दौरान ऐसा ही करेंगे।"
भारत की 'श्रेष्ठता की खोज'
जबकि भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल भारत के लिए "सबसे बड़ा" मैच होगा, कोहली ने अतिशयोक्ति को कम कर दिया। क्या डब्ल्यूटीसी फ़ाइनल जीतना 2011 विश्व कप जीतने के बराबर होगा? इस सवाल के पूछे जाने पर कोहली ने कहा कि वह चाहते हैं कि टीम इसे एक और टेस्ट मैच की तरह ले। "मेरे लिए यह एक और टेस्ट मैच है जिसे हमेशा की तरह खेला जाना चाहिए। ये चीज़ें बाहर से बहुत रोमाचंक लगती है क्योंकि इनका इतना महत्व है जो इसे करो या मरो वाली स्थिति बनाती है।"
कोहली ने कहा, "एक टीम के रूप में हम पिछले कुछ समय से श्रेष्ठता की तलाश में हैं। और हम उस रास्ते पर बने रहेंगे चाहे इस मैच का नतीजा कुछ भी हो। हमें अपनी क्षमताओं और एक पक्ष के रूप में हम क्या कर सकते हैं, उस पर कोई संदेह नहीं है।"
"एक व्यक्तिगत खिलाड़ी के रूप में, हमने 2011 विश्व कप जीता जो हम सभी के लिए एक महान क्षण था। लेकिन क्रिकेट चलता रहता है। जिस तरह से जीवन चलता है। आपको विफलता और सफलता को एक समान रूप से देखना होगा और तथाकथित उत्कृष्ट बड़े क्षणों के साथ अन्य क्षणों के समान ही व्यवहार करना होगा।"
"तो, हां, यह एक ऐसा अवसर है जिसका हमारे दृष्टिकोण में आनंद लिया जाना चाहिए। लेकिन यह हमारे लिए एक युवा खिलाड़ियों के समूह के रूप में एक साथ खेले गए पहले टेस्ट मैच से अलग या अधिक महत्वपूर्ण नहीं है। तो, हां, हमारी मानसिकता में किसी प्रकार का बदलाव नहीं आएगा।"
अनुवाद ESPNcricinfo हिंदी के सब-एडिटर अफ़्ज़ल जिवानी ने किया है।